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August 2019

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हमें पता चला है कि Google ने अपने लेटेस्ट ऑपरेटिंग सिस्टम (Operating System OS) Android 10 से पर्दा उठा दिया है। एंड्रॉयड 10 के आने के बाद से आपके स्मार्टफोन में कई नए फीचर्स शामिल हो जाएंगे। आइए बताते हैं कि किस तरह इस साल आपका ऐंड्रॉयड एक्सपीरियंस बदल जाएगा।

अमेरिकी कंपनी Google ने अपने नए ऑपरेटिंग सिस्टम Android 10 का डेवलपर प्रीव्यू रिलीज कर दिया है। इसके साथ ही कंपनी ने एंड्रॉयड क्यू को नए नाम एंड्रॉयड 10 से पेश किया है। वहीं, गूगल ने Android Q का नाम बदलकर Android 10 रखा है।

गूगल ने पिछले दस सालों से चले आ रहे अपने ही ट्रेंड को तोड़ डाला। अब Google ने नए ऑपरेटिंग सिस्टम एंड्रॉयड Q का नाम बदलकर Android 10 कर दिया है। गूगल ने नाम बदलने को लेकर जानकारी दी कि कई देश मिठाई के नाम को लेकर कंफ्यूज रहते हैं। इसे ध्यान में रखते हुए अब एंड्रॉयड वर्जन का नाम संख्या में रखा जाएगा।

Privacy Features and Options

गूगल Android Q में प्रिवेसी पर अधिक फोकस करेगा। यूजर्स को सेटिंग्स में न सिर्फ एक अलग प्रिवेसी सेक्शन मिलेगा बल्कि वे अपनी जरूरत के हिसाब से बेसिक ऐप्स को भी परमिशन दे सकेंगे या रोक सकेंगे।

Focus Mode

पिछले साल गूगल ने डिजिटल टेक्नॉलजी से आम जिंदगी के प्रभावित न होने से जुड़ी जरूरतों पर बात की थी कि ऐंड्रॉयड क्यू में फोकस मोड दिया जाऐ जिसे ऑन करने पर आपको चुनी हुई ऐप्स से नोटिफिकेशंस या अलर्ट्स ना आऐं। इस तरह मन लगाकर आप काम कर सकेंगे। इस दौरान केवल ‘इंपॉर्टेंट’ कॉन्टैक्ट्स आपसे बात कर सकेंगे।

Alert Notification

ऐंड्रॉयड क्यू में यूजर्स नोटिफिकेशन पर कुछ देर तक टैप करेंगे तो उन्हें show silently और keep alerting जैसे फीचर्स मिलेंगे। इस तरह नोटिफिकेशंस को बेहतर ढंग से मैनेज किया जा सकेगा।

Location Sharing

अब तक ऐंड्रॉयड पर सभी ऐप्स के लिए लोकेशन शेयरिंग रोकने का ऑप्शन होता था। अब ऐंड्रॉयड क्यू में यूजर्स को अलग से ऑप्शन मिलेगा जिससे वे अपनी जरूरत के हिसाब से चुनिंदा ऐप्स के लिए लोकेशन शेयरिंग ऑन कर सकेंगे।

Undo App Removal

अगर आपने गलती से कोई ऐप्स डिलीट कर दी है तो ऐंड्रॉयड क्यू पर इसे सुधारने का मौका मिलेगा और कुछ समय तक वे इसे अनडू (Undo) कर सकेंगे, जिससे ऐप रीस्टोर हो जाएगी।

Dark Mode

स्मार्टफोन में एंड्रॉयड 10 के आने पर आप अपनी मर्जी के मुताबिक डार्क मोड को इनेबल (enable) कर पाएंगे, जिसके चलते आपके फोन की बैटरी क्षमता बढ़ जाएगी और ‘सिस्टम-वाइड’ डार्क मोड यूजर्स को मिलने वाला है। इसका मतलब है कि डार्क मोड अब कुछ ऐप्स तक ही सीमित नहीं रहेगा।

Bubbles Chat

ऐंड्रॉयड क्यू में आपका SMS और CHAT करने का ढंग बदल जाएगा। मेसेज और चैट्स फेसबुक मेसेंजर बबल्स की तरह दिखेंगे और वहीं से उन्हें रिप्लाई करने का ऑप्शन भी मिल जाएगा।

WiFi Sharing

ऐंड्रॉयड क्यू पर वाई-फाई नेटवर्क शेयर करना अब मुश्किल नहीं होगा और क्यूआर कोड स्कैन करने भर से वाई-फाई नेटवर्क से जुड़ा जा सकेगा।

Live Caption

डिवाइस पर एक बार टैप करने भर से ही उस मीडिया के लिए कैप्शंन आऐंगे जो हर तरह का ऑडियो प्ले कर रहा है। लाइव कैप्शंस विडियो, पॉडकास्ट और ऑडियो मेसेजेस के साथ काम करेगा और इस तरह यूजर्स अपने जरूरत की बात रिकॉर्ड भी कर सकेंगे। यह फीचर सुनने में असमर्थ लोगों के लिए बहुत काम का है।स्मार्टफोन्स पर हाई-क्वालिटी विडियो कॉन्टेंट और वीडियो को कई तरह के फॉरमैट में देखा जा सकता है।

 

देश में आज सही मायनों में आज़ादी को मान्यता मिली है। आज भारत का स्वर्ग, ‘कश्मीर‘ पूर्णतया भारत का हो गया है।

 

जी हाँ हम बात कर रहे हैं आज की सबसे खास और बड़ी खबर की। जम्मू-कश्मीर में लागू धारा 370 और 35A को पूर्ण रूप से हटा दिया गया है। हालांकि धारा 370 का एक खण्ड अभी भी राज्य में मान्य है।

 

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने पहले राज्यसभा तथा फिर लोकसभा में केंद्र सरकार द्वारा इस फैसले को pass करने की जानकारी दी है। गृह मंत्री ने कहा कि अब जम्मू और कश्मीर राज्य से Article 370 और 35A हटा दी गयी है। सरकार के इस फैसले से जहां दूसरे राज्यों में खुशी का माहौल है, वहीं काफी विपक्षी दल इस बात से परेशान नज़र आ रहे हैं।

 

 

धारा 370 हटने के बाद से अब नए दो केंद्र शासित प्रदेश भारत में बन गए हैं। जिनमें से एक जम्मू-कश्मीर है व दूसरा लद्दाख है। सरकार के फैसले के अनुसार जम्मू-कश्मीर राज्य में विधानसभा होगी तथा वहां राज्य सरकार भी बनाई जाएगी। किंतु लद्दाख में कोई भी राज्य सरकार या विधानसभा नहीं होगी।

 

धारा 370 के हटने से 35A भी स्वतः ही खत्म हो गई है यानि अब जम्मू-कश्मीर में विशेष नागरिकता का अधिकार समाप्त हो गया है।

 

धारा 370 हटने के बाद से जम्मू-कश्मीर असल मायनों में भारत का प्रदेश घोषित हुआ है तथा वहां भी अब भारत का ही सविंधान लागू होगा। जम्मू-कश्मीर का सविंधान अब खत्म हो चुका है। अब दूसरे राज्यों के नागरिक भी जम्मू-कश्मीर में रहने के लिए जमीन ले सकते हैं व अब उन्हें वहां नौकरी करने का भी अधिकार है।

 

इस से पहले विशेष नागरिकता के आधार पर कश्मीर की बेटियों के साथ पक्षपात होता आ रहा है अर्थात किसी गैर-कश्मीर नागरिक से शादी करने पर जम्मू-कश्मीर में रहने वाली बेटी अपनी नागरिकता और सम्पति पर से अधिकार खो बैठती थी। किंतु अब ऐसा नहीं होगा। धारा 370 खत्म होने के बाद जम्मू-कश्मीर राज्य की बेटियां अब किसी और राज्य के नागरिक से विवाह कर सकती हैं।

 

धारा 370 के खत्म होने से जम्मू-कश्मीर में तनावपूर्ण स्थिति होने के आसार है जिसके चलते घाटी में और ज्यादा army के जवान भेजे जा चुके हैं। Article 370 और 35A के समाप्त होने से बहुत से लोगों को खासा धक्का भी लगा है और इस वजह से जम्मू-कश्मीर में विद्रोह की आशंका जताई जा रही है। कुछ अलगाववादी दल घाटी के लोगों में अफवाह फैलाने की कोशिश भी कर रहे हैं। किंतु सरकार द्वारा किसी भी स्थिति से निपटने के लिए पहले से ही वहां सैनिक बल तैनात किए जा चुके हैं।

 

अनुच्छेद 370 को लेकर गृह मंत्री ने कहा कि अब तक जम्मू-कश्मीर में इस धारा की वजह से 41 हजार जाने जा चुकी है क्योंकि article 370 आंतकवाद को बढ़ावा देने का एक कारगर तरीका था। इसके चलते घाटी में कोई भी अपने आप को सुरक्षित महसूस नहीं करता था।

 

इस फैसले के बाद से Indian constitution के according जम्मू-कश्मीर में भी सरकार का कार्यकाल अब 6 वर्ष की बजाय 5 वर्ष ही हो जाएगा और अब वहां भी भारतीय तिरंगा शान से लहराएगा।