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September 2020

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World Heart Day प्रत्येक वर्ष 29 सितंबर को मनाया जाता है।

हृदय हमारे शरीर के सबसे अहम अंगों में से एक हैं। अगर हमारा हृदय सही है, तो चेहरे पर अलग ही मुस्कान देखने को मिलती है। लेकिन समय के  साथ बदलती जीवन शैली का सबसे अधिक प्रभाव हमारे हृदय फर पड़ रहा है। यही कारण है कि आज के समय में हृदय की देखभाल पर अहम जोर दिया जा रहा है। 

इतिहास

सारे संसार यानी विश्व भर में  लोगो को हृदय रोगो के प्रति जागरूक करने के उद्देश्य से संयुक्त राष्ट्र ने साल 2004 में 29 सितंबर के दिन को प्रत्येक वर्ष  World Heart Day  के रुप में मनाने का निर्णय लिया गया था। आपको बता दें अब तक विश्व हृदय दिवस सितंबर के आखिरी रविवार को मनाया जाता था। लेकिन वर्ष 2014 से इसके लिए 29 सितंबर की तारीख निर्धारित की गई थी।  WHO की भागीदारी से स्वयंसेवक संगठन  World Heart Federation प्रत्येक वर्ष  World Heart Day मनाता है। 

उद्देश्य 

इस दिन को मनाने का उद्देश्य लोगों को अपनी सेहत के प्रति जागरूक होने के साथ-साथ उन्हें धूम्रपान छोड़ने, व्यास करने व अपनी दिनचर्या में बदलाव लाने के लिए प्रोत्साहित करना है। 
विशेषज्ञों का मानना है कि आज के समय में छोटी उम्र से लेकर बुजुर्ग तक हृदय रोग से पीड़ित पाए जाने है। हृदय रोग आज विश्व भर में एक गंभीर बिमारी का रुप ले चुका है। भारत में हर 5वां व्यक्ति हृदय रोगी है। World Heart Federation  के अनुसार दिल संबंधी बीमारियों से  प्रत्येक वर्ष लगभग 18 मिलियन लोगों की मौत हो जाती हैं। यह वैश्विक मृत्यु दर का 31 फीसदी हिस्सा हैं। ऐसे में प्रत्येक वर्ष विश्व हृदय दिवस के द्वारा पूरे  world  में लोगों में जागरूकता फैलायी जाती है। 

World Heart Day 2020 - Exclusive Samachar

World Heart Day 2020 Theme

इस बार World Heart Day 2020 की थीम है यूज हार्ट टू बीट कार्डीयोवस्कुलर डिवीज़न हैं। हृदय का काम शरीर के सभी अंगों को अॉक्सीजन  की मात्रा पूरी करने के लिए पूरे शरीर में रक्त पंप करना है और जब ऐसा करने में विफल रहता है तो इसे Heart Failure के रूप में माना जाता है। 

सेहतमंद दिल के लिए अपनी दिनचर्या में करे यह बदलाव

 1. कुकिंग ऑयल 

अपने दिल को स्वस्थ रखने के लिए अपना खानपान सही करना होगा, तनाव से बचना होगा, योगा को अपने जीवन में शामिल करना होगा। इसके साथ ही अगर आप चाहे तो आप अपने कुकिंग ऑयल में भी बदलाव कर सकते हैं। अगर आप इन ऑयल को अपने खाने में शामिल करते हैं, तो यह आपके दिल के लिए सेहतमंद है।

  • तिल का तेल
  • एवोकाडो तेल
  • अलसी का तेल
  • जैतून का तेल 

2.खानपान 

इस वर्ष वर्ल्ड हार्ट डे पर प्रतिज्ञा ले कि आप अपने खानपान को लेकर सतर्क रहेंगे। खाने में पोषक तत्व वाली चीजें जैसे की ताजे फल, हरी सब्जियां और बादाम आदि का अपनी दिनचर्या में सेवन करेंगे व अनहेल्दी जंक फूड से परहेज करेंगे। अगर आप अपने खानपान में छोटे-छोटे बदलाव करेंगे तो आप स्वस्थ रहेंगे।

3. Cholesterol Level को लेकर सावधान रहें 

अपने LDL यानी Bad Cholesterol के स्तर को लेकर अधिक सावधान रहे। जिसकी मदद से आप अपने दिल की अच्छी सेहत के लिए समय रहते बदलाव कर सकें। इसके लिए अधिक saturated fat वाले आहार का सेवन कम करें। इसकी बजाय बदाम और फलों का सेवन करें।

Be careful about Cholesterol Level - Exclusive Samachar

4. योगा/Exercise को अपनी दिनचर्या में शामिल करें 

विशेषज्ञों की सलाह लेकर अपनी दिनचर्या में कुछ  Exercises  को शामिल करे और एक्टिव रहन सहन आपनाए। आप चाहे तो हल्की  exercise, jogging  या योगा कर सकते हैं। यकिन मानिए यह आपके दिल को स्वस्थ रखने के लिए एक बेहतर विकल्प है।

5. वजन पर नियंत्रण 

पेट पर बढ़ा फैट आमतौर पर बढ़े हुए ब्लड शुगर लेवल, उच्च रक्तचाप आदि से होता है। जो हृदय रोगों को बढ़ाने के कारण है। ऐसे में आप अपने परिवार व अपने वजन को लेकर सावधान रहें। माना जाता है कि दिल को स्वस्थ रखने के लिए वजन पर नियंत्रण होना बहुत जरूरी है। एक शोध से पता चला है कि प्रतिदिन 42 ग्राम बदाम खाने से LDL कोलेस्ट्रोल में बहुत सुधार आता है। पेट की चर्बी भी कम होती है।

Control weight - Exclusive Samachar

6. तनाव मुक्त रहें 

आपको बता दें हाल ही में एक सर्वे के अनुसार 86% के वैश्विक औसत की तुलना में करीब 89% भारतीय तनाव का सामना कर रहे हैं, जो हृदय रोगो का मुख्य कारण है। इसको दूर करने के लिए आप मेडिटेशन करें, अपने परिवार व दोस्तों के साथ समय व्यतीत करे। 

7. धूम्रपान का सेवन ना करें

 धूम्रपान करने से दिल की बीमारियां होने का खतरा अधिक बढ़ जाता है। क्योंकि इसके धुएं में मौजूद रसायन  Heart Blood Vessels Wall को नुकसान पहुंचाती है। जिस से  Heart Attack का खतरा बना रहता है। उच्च रक्तचाप के बाद धूम्रपान दिल की बीमारी का सबसे बड़ा कारण है। विशेषज्ञों का मानना है कि अगर आप धूम्रपान का सेवन ना करें तो 5 साल के भीतर आपको दिल की बीमारी होने का खतरा 39% कम हो सकता है।

Daughter’s Day  बड़ा ही महत्वपूर्ण दिन माना जाता है। माना जाता है कि जब घर में बेटी का जन्म होता है, उसी दिन से हर  दिन डॉटर्स डे के रूप में मनाया जाता है। लेकिन उनके अस्तित्व को सम्मान देने के लिए इस दिन का बहुत महत्व माना जाता है। बेटियां ईश्वर की दी हुई नियामत, एक प्यारा सा तोहफा होती है। बेटी के घर में आने से घर में खुशी का अलग ही माहौल होता है। हमारे सभी धर्मों में बेटियों को पूजनीय माना जाता है।

 कब और क्यों मनाया जाता हैं 

जिस प्रकार हम अपने माता-पिता को सम्मान देने के लिए पेरेंट्स डे मनाते हैं, माता को सम्मान देने के लिए मदर्स डे मनाते हैं और पिता को सम्मान देने के लिए फादर्स डे मनाते हैं। इसी तरह समाज में बेटियों को सम्मान देने के लिए डॉटर्स डे मनाया जाता है।

प्रत्येक वर्ष सितंबर माह के आखिरी रविवार को Daughter’s Day यानी बेटी दिवस मनाया जाता है। इस वर्ष 27 सितंबर को Daughter’s Day के रूप में मनाया जा रहा है। बेटी दिवस को विश्व भर में बड़ी धूमधाम से मनाया जाता हैं। 

happy daughter's day 2020 - Exclusive Samachar

History of Daughter’s Day 

Daughter’s Day के इस विशेष दिन को मनाने की आवश्यकता इसलिए पड़ी क्योंकि हमारे समाज में आज के समय में भी बेटियों को बेटों के मुकाबले कमजोर माना जाता है। जैसे-जैसे डॉटर्स डे मनाने की प्रवृत्ति बढ़ी, तो इसके नतीजे भी सामने आए और पाया गया कि समय बदल रहा है। लोग बेटी के जन्म पर खुशी मना रहे हैं। परिवार के सभी सदस्य इस दिन को बड़े उत्साह से मनाते हैं। यह दिन रविवार को इसलिए मनाया जाता हैं क्योंकि छुट्टी होने से बेटियों को अपने परिवार के साथ वक्त बिताने का मौका मिलता है। हालांकि आपको बता दें कि यह निर्धारित नहीं है कि भारत में इसकी शुरुआत किस वर्ष में हुई।

यह भी पढ़ें: जानिए कैसे हुई अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस की शुरुआत

Daughter’s Day  का महत्व 

हमारे भारत देश में लड़कियों को लेकर बहुत रूढ़िवादी सोच रही है। आज के समय में बड़े-बड़े महानगरों में तो यह सोच काफी हद तक बदल रही है, लेकिन छोटे महानगरों व ग्रामीण क्षेत्रों में अभी भी लोग बेटियों को खास महत्व नहीं देते। इसी रूढ़िवादी सोच को मिटाने के लिए भारतवर्ष में डॉटर्स डे की बनाने की शुरुआत की गई। 

importance of daughter's day  - Exclusive Samachar

उद्देश्य 

इस दिन को मनाने का उद्देश्य लोगों को बेटियों के प्रति जागरूक करना है। लोगों के मन से इस भ्रांति को दूर करना है कि बेटियां समाज के लिए बोझ है। इसके साथ ही बेटियों को जन्म से पहले मारना, घरेलू हिंसा, बेटियों को ना पढ़ाना, दहेज लेना जैसी बहुत सी रूढ़िवादी भ्रांतियों को दूर कर लोगों को इसके प्रति जागरूकता फैलाना है। बल्कि उन्हें यह समझाना है कि बेटियां हम सभी के घरों का एक अहम हिस्सा होती है।

कैसे मनाए

Daughter’s Day घर की सभी लड़कियों और महिलाओं को सम्मानित करने का महत्वपूर्ण दिन है। हमारे भारत में बेटियों को देवी का दर्जा दिया जाता है। ऐसे में उन्हें बेटों से कम समझने की बजाय उनका सम्मान करना चाहिए।

इस दिन माता-पिता अपनी बेटियों को तोहफे देते हैं, सरप्राइस देते हैं। माता-पिता इस दिन को खास बनाने की पूरी कोशिश करते हैं। बेटी दिवस माता-पिता और बेटियों के बीच रिश्ते को मजबूत करने के लिए एक अहम दिन है।

daughter's day kaise manaya jata hai - Exclusive Samachar

 संदेश 

बेटियों के लिए शिक्षा बहुत जरूरी है, संस्कार अति जरूरी हैं और जब बेटियों को सही संस्कार मिलेंगे, तो बेटियां केवल अपने माता-पिता का ही नहीं, अपितु आपकी कुलो का व सारे समाज का नाम भी रोशन कर सकती है।

उत्तर प्रदेश में एक इमारत का नामकरण किया गया है। आगरा में योगी आदित्यनाथ सरकार ने बन रहे मुगल म्युजियम का नाम बदलकर छत्रपति शिवाजी महाराज कर दिया है। इसकी जानकारी देते हुए CM Yogi AdityaNath ने बोला कि उत्तर प्रदेश में गुलामी की मानसिकता के प्रतीक चिन्हों का कोई स्थान नहीं है…… हम सबके नायक शिवाजी महाराज हैं।   

ये म्युजियम ताज महल के पूर्वी गेट रोड़ पर बन रहा है। इस Project को पूरे 5.9 एकड़ जमीन पर बनाया गया है और इसका बजट 142 करोड़ रुपए है। 2017 से पहले Akhilesh Yadav के नेतृत्व वाली सपा सरकार में म्युजियम निर्माण का काम शुरू हुआ था। UP के Tourism विभाग को Museum की इमारत बनवाने का जिम्मा दिया गया था और जिसका 40% काम हो चुका है और CM Yogi AdityaNath ने यह कार्य इसी साल पूरा करने का आदेश दिया है।

IIT Delhi - Agra Shivaji Musem - Exclusive Samachar

What are the things Museum Have?

आगरा का इतिहास मुगलकाल से जुड़ता है। इसमें लाल किला, ताज महल और उससे जुड़ी चीजें भी देखने को मिलेंगी। वहां छत्रपति शिवाजी महाराज के दौर से जुड़ी चीजें भी रखी जाएंगी। साथ ही मुगलकाल से जुड़ी वस्तुएं, दस्तावेज और सूरदास से संबंधित चीजें भी म्युजियम में रखी जाएंगी। वहीं पूरे ब्रज की विरासत का नजारा इस म्यूजियम में दिखाई देगा।         

शिवाजी महाराज का आगरा connection आगरा किले के चारों ओर खाई है- सूखी खाई और पानी वाली खाई। यमुना की ओर खुलने वाले आगरा के द्वार को Water Gate कहा जाता है। यहीं से शिवाजी की जेल की ओर जाने का रास्ता है। सुनने को आया है कि शिवाजी वाटर गेट से होते हुए आगरा किले से गायब हो गए थे।

shivaji maharaj museum construction Agra - Exclusive Samachar

16 March 1666 छत्रपति शिवाजी आगरा आए थे। वो अपने बड़े बेटे संभाजी के साथ आगरा आए थे। इतिहासकार बताते हैं कि मुगल बादशाह औरंगजेब ने उचित सम्मान न दिया तो शिवाजी ने मनसबदार का पद ठुकरा दिया। तभी वे राजा जय सिंह के पुत्र राम सिंह के आवास में ठहरे। औरंगजेब ने राम सिंह से कहा कि वो शिवाजी को आगरा किले में आए लेकिन शिवाजी नहीं आए। इसीलिए औरंगजेब ने शिवाजी को राम सिंह के महल में ही कैद कर लिया। फिर शिवाजी ने बीमार होने का बहाना बनाया तो उनके लिए फलों की टोकरियां भेजी जाने लगीं। 13 August 1666 को वे फल की टोकरी में बैठकर गायब हो गए और औरंगजेब हाथ मलता रह गया। कोठरी में शिवाजी का चचेरा भाई हीरोजी चादर ओढ़कर लेटा रहा ताकि सुरक्षा प्रहरी भ्रम में रहें।           

शिवाजी महाराज यमुना में नांव में बैठकर शिवाजी ताजगंज श्मशान घाट स्थित मंदिर की ओर आए। कुछ दिन रूकने के बाद वे साधु-संतों की टोली में बैठकर मथुरा की ओर चले गए। लाख जतनों के वाबजूद भी औरंगजेब शिवाजी को न पकड़ सका।

आइए जाने संपूर्ण जानकारी

जब भी किसी ग्रह पर जीवन संभव होने की संभावना मिलती है, तो इसका अर्थ यह नहीं होता कि वहां पर हमें अपने जैसे इंसान, पशु-पक्षी या अन्य जीव मिल गए हैं। बल्कि इसका अर्थ यह होता हैं कि हमें वहां पर जीवन जीने की कुछ ऐसी संभावनाएं मिली है। जैसे- Bacteria हो या कोई अन्य सूक्ष्म जीव हो, जो आने वाले समय में जीवन के पनपने में मदद कर सकते हैं। 
आपको बता दें कि यदि किसी ग्रह पर बैक्टीरिया भी मिलता मिलता है। तो यही कहा जाता है कि उस ग्रह पर जीवन संभव है। 

आइए बात करते हैं शुक्र ग्रह यानी  Venus की…..

आपको बता दें  Venus की सतह का तापमान 400°C है। अर्थात जहां पर 100°C  पर पानी उबल जाता है। यह उस से 4 गुना ज्यादा गर्म है। शुक्र ग्रह का तापमान बहुत अधिक है। जो Lead को भी पिघला सकता है।  यहां कार्बन डाइऑक्साइड की मात्रा बहुत अधिक है।

अब आप यह सोच रहे होंगे कि यहां जीवन की संभावना कैसे उत्पन्न हो सकती है। 

Planetary system - Exclusive Samachar

आइए जानते हैं शुक्र पर जीवन 

आपकी जानकारी के लिए बता दें खगोल शास्त्रियों ने शुक्र ग्रह यानि Venus  के वायुमंडल में सतह से 50 किलोमीटर ऊपर आसमान की ओर फॉस्फीन नामक गैस रिसर्च की है। जो 1 फास्फोरस और 3 हाइड्रोजन के कणों से मिलकर बनी है। इस गैस के शुक्र मिलने से पता चला कि वहां पर जीवन संभव हो सकता। इसका मुख्य आधार फॉस्फीन गैस हैं। इस ग्रह के बादलों में सूक्ष्म जीव तार रहे हैं। 

अगर फास्फीन गैस की बात हम पृथ्वी पर करें। तो यह गैस दो कारणों से बनती है। पृथ्वी पर फॉस्फीन गैस कम अॉक्सीजन वाली जगह जैसे कि दलदल में पाई जाती है। जहां इसे micro bacteria oxygen  की अनुपस्थिति में पैदा करते हैं। दूसरा इसको कारखानों में बनाया जाता है। लेकिन शुक्र ग्रह पर कोई कारखाना नहीं है। तो ऐसे में हो सकता है कि micro bacteria  इस गैस को  Venus  पर उत्सर्जित रहे हो।

इस बारे में ब्रिटेन की कार्डिफ़ यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर जेन ग्रीब्स ने अपने साथियों के साथ मिलकर इस नई खोज के आधार पर एक विस्तृत लेख लिखा हैं और इस लेख को  Nature Astronomy नाम के जर्नल में प्रकाशित किया गया है।

आपको बता दें इस लेख में बड़े विस्तार से यह लिखा गया है कि फास्फीन गैस के मिलने से शुक्र पर जीवन की संभावना कैसे बढ़ जाती है।

let us know about possibility life on venus planet - exclusive samachar

शोधकर्ताओं का मानना है कि फॉस्फीन गैस शुक्र ग्रह के बादलो में बहुत ज्यादा मात्रा में मौजूद हो सकती है।

गैस की खोज कैसे हुई

आपको बता दें हवाई और चिली पर दो टेलिस्कोप है जो निरंतर शुक्र पर नजर बनाए हुए हैं। इनका नाम हवाई के मोना केआ अॉब्जर्वेटरी में जेम्स क्लर्क मैक्सवेल टेलिस्कोप और चिली में स्थित अटाकामा मिलीमीटर ऐरी टेलिस्कोप की सहायता से शुक्र ग्रह पर फॉस्फीन गैस का पता लगाया है। इस गैस के होने से यह अनुमान लगाया जा सकता है कि यहां जीवन मिलने की संभावना है। शुक्र ग्रह धरती के नजदीक हमारे सौरमंडल में है। तो उस पर जीवन तक पहुंचना आसान है। 

लेकिन Venus के घने बादलों में 75 से 95 फ़ीसदी सल्फ्यूरिक एसिड होने के कारण जीवन को पनपने की संभावना बहुत कम है। ऐसे वातावरण में बैक्टीरिया को जीवित रहने के लिए अपने आसपास कवच बनाना होगा। लेकिन इसकी संभावना बहुत कम है, क्योंकि अगर बैक्टीरिया अपने आसपास कवच बना लेंगे तो गैसों का आदान प्रदान नहीं होगा और वहां जीवन की संभावना कम होगी।

लेकिन यह खोज का विषय है तो हो सकता है, वहां कुछ हद तक जीवन के संकेत मिले।

नासा वर्ष 2030 तक शुक्र पर फ्लैगशिप या इंस्ट्रुमेंटल  भेजने का प्लान बना रहा है।

how was the gas discovered - life on venus planet - Exclusive Samachar

आपको बता दी ऐसा नहीं है कि Venus यानी शुक्र ग्रह पर आज तक पृथ्वी से अभी तक कोई मिशन नहीं गया है। वर्ष 1961 से 1984 के बीच सोवियत यूनियन के वनेरा मिशन के तहत शुक्र पर 13 मिशन भेजे थे। जिनमें से 10 सतह पर उतरे थे। लेकिन शुक्र ग्रह का तापमान बहुत ज्यादा है। जिस कारण मिशन केवल 23 मिनट से 2 घंटे तक ही वहां पर काम कर पाया, उसके बाद काम बंद हो गया। हालांकि इस दौरान उन्होंने शुक्र के सतह की कुछ तस्वीरें पर पृथ्वी पर भेज दी थी। तो इनकी मदद से हो सकता है, आने वाले समय में जी जीवन की खोज में नासा शुक्र पर कोई बड़ा मिशन भेजने की योजना बनाएं। 

यदि शुक्र पर जीवन मिलता है तो आकाशगंगा में असंख्य जगहो पर जीवन मिलने की संभावना बढ़ जाएगी। क्योंकि आमतौर पर गर्म सतहो वाले ग्रहों पर जीवन संभव नहीं हो सकता। यदि शुक्र पर जीवन के अंश मिल जाते हैं तो हो सकता है असंख्य जगह पर जीवन मिलने की संभावना हो।

Engineers Day Kab Manaya Jata Hai?

हमारे देश में प्रतिवर्ष 15 September को Engineer’s Day के रूप में क्यों मनाया जाता हैं?
इस दिन भारत के महान अभियन्ता मोक्षगुंडम विश्वेश्वरैया का जन्म हुआ था।

हमारे भारत की उन्नति के लिए आज तक किसी न किसी का योगदान तो रहा ही है और हम उस योगदान के जरिए लोगों को अच्छी बातों की ओर जाने की प्रेरणा भी देते हैं और उसे एक यादगारी चिन्ह के रूप में Celebrate भी करते हैं। उसी तरह होता है Engineer’s Day. दुनिया के सारे Engineer’s का देश के विकास में बहुत योगदान रहा है। एम् विश्वेश्वरैया भारत के एक महान इंजीनियर थे जिनका भारत को एक नया रूप देने के लिए बहुत ही बड़ा योगदान हैं।आधुनिक भारत की रचना का श्रेय इन्हीं को जाता हैं।।इन्होंने इंजीनियरिंग के छेत्र में बेहद अद्भुत काम किया है, इन्होंने समर्पण भारत के लिए अपना असाधारण योगदान दिया हैं।इसीलिए उनकी इस महानता को बढ़िया रूप देने के लिए Engineer’s Day मनाया जाता है लेकिन ये दिवस अलग-अलग देशों में अलग-अलग मनाया जाता है।

Happy Engineer's Day - Exclusive Samachar

भारत मे ये दिन महान इंजीनियर मोक्षागुंडम विश्वेश्वरैया की याद में मनाया जाता है। मोक्षागुंडम विश्वेश्वरैया का जन्म 15 सितंबर 1860 में भारत के मैसूर में हुआ था। जिसे हम कर्नाटक के नाम से जानते हैं। इन्होंने इंजीनियर के तौर पर बहुत अच्छे कार्य किए जिसके लिए 1955 में इन्हें “भारत रत्न” Award से सम्मानित किया गया था।

What is Engineer’s Day?

Engineer’s Day अथवा अभियंता दिवस भारत के Engineers के लिए एक बहुत बड़ा दिन है जिसे भारत में हर साल 15 सितंबर को मनाया जाता है। ये दिवस मनाने का असली कारण है कि भारत के छात्र इस क्षेत्र में आगे आएं और देश की समृद्धि और विकास को बढ़ाएं।

मोक्षमुंडम विश्वेश्वरैया करियर

मोक्षागुंडम विश्वेश्वरैया की इंजीनियरिंग की शिक्षा के पूरे होते ही उन्हें जॉब के ऑफर आने लग गए थे।मोक्षागुंडम विश्वेश्वरैया को सबसे पहले बॉम्बे सरकार की तरफ से जॉब का ऑफर आया उसके पश्चात उन्हें नाशिक में Assistant Engineer के रूप में काम मिला क्योंकि सब उनके काम से बेहद प्रसन्न थे, 1 इंजीनियर के रूप में उन्होंने अद्भुत काम किए थे।

Engineer's Day - Sir Mokshagundam Visvesvaraya - Exclusive Samachar

मोक्षागुंडम विश्वेश्वरैया ने सिन्धु नदी से पानी की सप्लाई वहां के एक गांव सुक्कुर गाँव तक करवाई थी। साथ ही एक नई सिंचाई प्रणाली ‘ब्लाक सिस्टम’ का जन्म इन्ही महान इंजीनियर द्वारा दिया गया था। बाँध में इस्पात के दरवाजे भी लगवाए जिससे कि हम बाँध के पानी के प्रवाह को आसानी से रोका जा सकें। विश्वेश्वरैया ने भारत में ऐसे अनेकों अद्भुत कार्य किए, जिनकी लिस्ट अंतहीन है। वे एकदम फिट रहने वाले इन्सान थे। 92 साल की उम्र में भी उन्हें किसी के सहारे की जरूरत नहीं थी और सामाजिक तौर पर एक्टिव भी थे।

Importance of Engineer’s Day

Engineer’s Day की महानता यहीं है की ये दिवस बाकी दिवसों की तरह इंजीनियर्स को महान दिखाने का यत्न करता है। Telephone की जगह Mobile का आना भी इनकी मेहरबानी है।

केवल भारत देश में ही नहीं अपितु पूरी दुनिया में व्हाट्सएप बहुत मशहूर ऐप है। इस ऐप को अरबों लोग इस्तेमाल में लाते हैं। यह app ना केवल परिवार, दोस्तों और सगे संबंधियों को आपस में जोड़े रखता, बल्कि व्हाट्सएप छोटे व्यवसायों के लिए  WhatsApp Business के द्वारा कई अवसर भी प्रदान कर रहा है। व्हाट्सएप बिजनेस का मोटिव व्यवसाय और ग्राहकों को आपस में जोड़ना है। इस व्हाट्सएप बिजनेस एप को खासतौर पर छोटे व्यवसायों को ग्राहकों के साथ चर्चा करने और उनके आदेशों को मैनेज करने के लिए डिजाइन किया गया है।

whatsapp app - Exclusive Samachar

आखिर WhatsApp Business क्या है?

यह एक android app है। आपको बता दें कि व्हाट्सएप बिजनेस को खासतौर पर Small Business के मालिकों के लिए बनाया गया है। WhatsApp Business के जरिए लोग Website और Email Address जैसी आवश्यक जानकारी को शेयर करने के लिए अपनी एक बिजनेस प्रोफाइल बना सकते हैं। इस ऐप का इस्तेमाल प्रोडक्ट को दिखाने के लिए, कैटलॉग बनाने के लिए भी किया जाता है। अपने सामान की अलग-अलग किस्में(Variety) शेयर कर सकते हैं। अपने ग्राहकों से सामान का आर्डर ले सकते हैं। इसके साथ-साथ ग्राहकों के सवालों का जवाब दे सकते हैं।उनकी प्रॉब्लम्स को दूर कर सकते हैं।

संबंधित लेख: Video Calling with upto 50 people in Whatsapp Web.

आइए जाने क्या फर्क है व्हाट्सएप ऐप और व्हाट्सएप बिजनेस मे

WhatsApp और  WhatsApp Businessदिखने में दोनों ही एक जैसे लगते हैं। लेकिन आपको बता दें ये दोनों ऐप अलग-अलग है। व्हाट्सएप एक messaging app  है। जो आपको आपके दोस्तों, परिजनों और सगे-संबंधियों को आपस में जोड़े रखती है। आप आसानी से उनसे संपर्क कर सकते हैं। लेकिन व्हाट्सएप बिजनेस छोटे व्यवसायों को बढ़ावा देने के लिए एक मंच है। यह ऐप ग्राहकों के साथ होने वाली बातचीत को आसान बनाता है और ब्रांड को विकसित करने के लिए भी बनाया गया है। इन दोनों एप के बीच सुविधाओं का भी अंतर है। लेकिन कुछ विशेषताएं लगभग एक समान है। व्हाट्सएप बिज़नस में  Business Profile  और Business Managing Tools  जैसी सुविधाएं उपलब्ध है।

WhatsApp Business - Exclusive Samachar

आइए जाने के WhatsApp Business के फायदे

यह एक Android App  है, जो मोबाइल फोन में आसानी से डाउनलोड हो जाती है। यह एक फ्री एप है, जो छोटे व्यापारियों के बिजनेस को बढ़ावा देने में सहायता करती है। इस ऐप के जरिए काम करना और व्यापारियों की आपस में बातचीत करना काफी आसान हो जाता है। इसके साथ ही इस बिजनस ऐप में समान का लेन-देन करने में काफी मदद मिलती है। यह ऐप सीधे व्यापार और ग्राहकों को आपस में जोड़ती है। अगर आपका कोई बिजनेस नहीं है, तो आपको यह ऐप डाउनलोड करने की आवश्यकता नहीं है।

Mark Gurman के ट्वीट से प्रतीत होता है कि Apple इस सितंबर महीने के अंत तक या अक्टूबर महीने में अपने कुछ नए प्रोडक्ट्स लॉन्च करेगा। covid-19 महामारी के कारण इस साल नए iPhone launching में देरी हो रही है। इस साल Apple अपने 4 iPhone मॉडल लॉन्च करने जा रहा है।जिसमें iPhone 12 का सबको बेसब्री से इंतजार है।उम्मीद है कि  iPhone 12 की श्रृंखला में कई modal शामिल हो सकते हैं।Apple watch और i Pad की भी इस महीने के अंत तक launching event हो सकती है। अप्रैल में iPhone SE लॉन्च होने के बाद ये दूसरा iPhone इस साल में लॉन्च होने जा रहा है।

apple to launch its new products - Exclusive Samachar

 4 Models of iPhone are Coming

कंपनी इस बार अपने 4 मॉडल iphone 12, iphone 12 pro, iphone 12 max, iphone 12 pro Max को लॉन्च कर सकती है। iphone 12 series की शुरुआती कीमत 74000 हो सकती है। Base model जिसमें 5.4 इंच का डिस्प्ले होगा।और दूसरा जिसमें iphone 12 ,जो कि 6.1 इंच की डिस्प्ले के साथ आएगा।इनमें लो-एंड स्पेक्स और हाई- एंड स्पेक्स की अलग अलग qualities होंगी।

 Apple’s iPhone 12, First 5G iPhone

Apple की iPhone 12 series पहली 5G series होगी।मिंग ची कुओ के अनुसार सभी चारो मॉडल 5G लॉन्च होने जा रहे है।

Apple iPhone 12 -Exclusive Samachar

Camera and Accessories of iPhone 12

Apple अपने फ़ोन के कैमरा डिज़ाइन  को ज्यादा चेंज नहीं कर रहा। इस नए iphone में कवर्ड ऐज की जगह फ्लैट ऐज हो सकती है, और किनारे स्टेनलेस स्टील के हो सकते हैं।ऐसा अनुमान इसलिए लगाया जा रहा है क्योंकि एप्पल ने ipad pro में ऐसा किया है।

इसके अलावा लो-एंड iphone 12 में डुअल रियर कैमरा एंव हाई-एंड iphone में ट्रिपल रियर सेंसर होगा। फ्रंट कैमरा सभी चारों मॉडल में एक समान ही होगा। इसके अलावा इस बार iPhone 12 के मॉडल में LIDAR सेंसर भी होगा जो कि वस्तुओं का पता लगाने के उपयोग किया जाता है।सभी iphone 12 के मॉडल्स में  12 MP कैमरा सेंसर  होगा, ये सेंसर बड़े होंगे ताकि कम लाइट में भी बेहतर फ़ोटो को खींचा जा सके।

एसेसरीज की अगर बात करें तो पूरे कयास लगाए जा रहे हैं कि  इस बार iPhone 12 बिना चार्जर और earphone के होगा।कंपनी इस बार iPhone 12 के साथ USB-C की केबल को शामिल करेगी।

iPhone 12 - Exclusive Samachar

 iPhone 12 का मुकाबला Samsang Galaxy Note 20 से

  • Samsang galaxy Note 20 में 6.7 इंच का फुल एचडी प्लस डिस्प्ले है जो कि 60Hz रिफ्रेश रेट के साथ आता है।
  • 8GB रैम और 256 GB तक स्टोरेज की capacity इस फ़ोन में होगी । इस फ़ोन में भी ट्रिपल रियर कैमरा सेटअप होगा जिसमें 12 MP+64MP+12MP लेंस तथा सेल्फी के लिए 10 MP का कैमरा है । जबकि iphone में फ्रंट कैमरा 12 MP का होगा ।चार्जिंग में भी यह फ़ोन बेहतर होगा।
  • Samsang galaxy Note 20 की कीमत 77,999 रुपए रखी गयी है। और वहीं galaxy note 20 ultra 5G 104,999 में उपलब्ध होगा।

अब देखते है iphone apple 12 के साथ कैसी टक्कर देखने जो मिलेगी।

टीवी का विवादों से भरा रियलिटी शो “बिग-बॉस” का येनया सीजन जल्द ही आने वाला है।इसे बिग बॉस और भी मज़ेदार और धमाकेदार करने के चक्कर मे हैं।क्योंकि इस सीजन में बिग बॉस ने सभी ऐसे प्रतिभागियों के चयन किया है जिनका आज से पहले भी बिग बॉस से नाता रहा है।खबरों की माने तो “बिग-बॉस 14” का पहला एपिसोड 4  October को Telecast होगा।

“बिग बॉस 13” में भी सभी प्रतिभागियों ने खूब धमाल मचाकर लोगों का दिल जीतने में कोई कसर नहीं छोड़ी।अभी lockdown की वजह से “बिग – बॉस 14” को शुरू होने में ज्यादा समय लग गया।

salman khan in Bigg Boss Show - Exclusive Samachar

हाल ही में उन प्रतिभागियों के नाम का खुलासा हुआ है जो शो में नजऱ आ सकते हैं।

इस बारे ये 7 प्रतिभागी आ सकते है नजऱ

टीवी की मशहूर अभिनेत्री जैस्मिन भसीन इस नए सीजन में नज़र आ सकती हैं।इस से पहले जैस्मिन टशन-ए-इश्क़, दिल से दिल तक, दिल तो हैप्पी है, रियलिटी शो “खतरों के खिलाड़ी” में नजर आ चुकी हैं।

टीवी के एक ओर सितारे निशांत सिंह मलकानी बिग-बॉस 14 का हिस्सा बनने वाले हैं।इससे पहले निशांत ने टीवी के मशहूर सीरियल “गुड्डन तुमसे न हो पायेगा” में काम किया हैं।

एक्ट्रेस नेहा शर्मा ने भी “बिग-बॉस 14” के लिए अप्रोच किया है।नेहा सबसे पहले इमरान हाशमी के साथ फ़िल्म “क्रुक” में नज़र आई थी, बाद में वह “यमला पगला दीवाना”, “यंगिस्तान” जैसी फिल्मों में नजऱ आयी।

these starts will be seen in Bigg Boss 14 - Exclusive Samachar

पवित्र पुनिया (पारस छाबड़ा की एक्स गर्लफ्रैंड) को भी बिग बॉस 14 के मेकर्स की ओर से ऑफर दिया गया हैं।इस से पहले ये Tv के लोकप्रिय धारावाहिक “बलवीर” का हिस्सा थी।

इनके अलावा एक्ट्रेस नैना सिंह, शगुन पांडेय, कुमार जानू, सारा गुरपाल भी शो में नजर आ सकते हैं।

जीवन में जल्दी से सब कुछ हासिल करने की तमन्ना और जीवन में एक-दूसरे से आगे निकलने की होड़ आजकल लोगों को मानसिक तनाव का शिकार बना रही हैं। जीवन में थोड़ी सी असफलता मिलते ही लोग अपने जीवन तक को दांव पर लगा देते हैं। वे आत्महत्या के बारे में सोचने लगते हैं।

आत्महत्या एक अस्थाई समस्या का समाधान ना होकर अपितु आपके परिवारजनों के लिए स्थाई समस्या बन जाती है।
कब मनाया जाता है |

विश्व में प्रत्येक वर्ष 10 सितंबर को World Suicide Prevention Day (विश्व आत्महत्या रोकथाम दिवस) मनाया जाता है।

उद्देश्य 

इस दिन को मनाने का उद्देश्य लोगों लोगों में मानसिक स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता फैलाना और आत्महत्या जैसे अपराध को करने से रोकना है। WHO के आंकड़ों के अनुसार दुनिया भर में हर 40sec में एक व्यक्ति आत्महत्या कर लेता हैं और प्रत्येक 3sec  में इसको करने की कोशिश की जाती है। WHO की रिपोर्ट के अनुसार विश्व भर में प्रत्येक वर्ष करीब 800000 लोग आत्महत्या कर लेते हैं|

World Suicide Prevention Day - Exclusive Samachar

शुरुआत 

आत्महत्या के बढ़ते मामलों को रोकने के लिए व लोगों में जागरूकता पैदा करने के उद्देश्य को लेकर इसे International Association For Suicide Prevention द्वारा विश्व भर में इसे वर्ष 2003 में सबसे पहले मनाया गया था। 10 सितंबर 2003 को  World Suicide Prevention Day  मनाने की शुरुआत की  गई थी।इस दिवस को मनाने के लिए  International Association For Suicide Prevention (IASP),  विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) और विश्व मानसिक स्वास्थ्य संघ मिलकर कार्य करते है।    

Theme 

वर्ष 2020 में World Suicide Prevention Day की थीम हैं-आत्महत्या को रोकने के लिए मिलकर काम करना।

आत्महत्या के मुख्य कारण 

गंभीर बीमारी का होना 

सबसे पहला कारण जो देखा गया है, वह है गंभीर बीमारी का होना। कई बार मनुष्य किसी गंभीर बीमारी से ग्रसित होता है। तो वह उस से परेशान होकर आत्महत्या के बारे में सोच बैठता है।

पारिवारिक झगड़ा 

कई बार कुछ परिस्थितियों के कारण परिवार में झगड़ा हो जाता है। तो उस से परेशान होकर लोग चिंता में/तनाव में आ जाते हैं और आत्महत्या करने की सोचते हैं।

आर्थिक कमजोरी 

यह मुख्य कारण भी आजकल देखने में आ रहा है, जो आत्महत्या का कारण बनता है। आर्थिक कमजोरी का अर्थ है कि पैसों का ना होना। अक्सर लोग जो जीवन जीना चाहते हैं वह जीवन वे आर्थिक कमजोरी के कारण नहीं जी पाते। कई अमीर लोगो को भी इसका शिकार होना पड़ता है। व्यापार में एकदम से घटा पड़ने के कारण लोग डिप्रेशन में चले जाते हैं और आत्महत्या कर लेते हैं।

डिप्रेशन और अकेलापन 

यह आज के समय में देखने को मिल रहा है। लोग अपने घर परिवार वालों से दूर रहते हैं। उनके साथ अपनी समस्याओं को साझा नहीं करते और डिप्रेशन में चले जाते हैं। आखिर में आत्महत्या कर लेते हैं।

जीवन में बार बार असफलता 

कोई व्यक्ति एक कार्य को बार-बार कर रहा है, सफलता की ओर बढ़ने की कोशिश करता है। लेकिन इसके बावजूद भी उसे सफलता नहीं मिलती। वह बार-बार असफल हो जाता है। जिससे वह चिंताग्रस्त होकर आत्महत्या कर लेता है।

परीक्षा में असफलता 

परीक्षा में अंक कम आने से या असफल हो जाने से बच्चे चिंता ग्रस्त हो जाते हैं और आत्महत्या करने की सोच लेते हैं। भारत में स्थिति ज्यादा देखने को मिलती है।

world suicide prevention day - how to stop suicides - Exclusive Samachar

आत्महत्या से कैसे बचा जाए 

आइए जानते हैं कैसे आत्महत्या के विचारों से बचा जा सकता है।

सही दिनचर्या 

सही दिनचर्या का अर्थ यह है कि आप सुबह जल्दी उठो, जल्दी उठकर सैर करें, योगा करें, ईश्वर की भक्ति (मेडिटेशन) करें। लोगों से मिले, उनसे बातचीत करें, शाम को जल्दी सोए, समय पर खाना खाए।

योगा और शारीरिक व्यायाम 

जब आप शारीरिक व्यायाम व योगा करेंगे तो आपके शरीर को पॉजिटिव एनर्जी मिलेगी, इसके साथ ही ईश्वर की भक्ति भी करें। जिससे आपके बुरे विचारों का खात्मा होगा और आपके अंदर सकारात्मक विचार उत्पन्न होंगे और आप आत्महत्या जैसे बुरे विचारों से बच पाएंगे।

मिलनसार बने व अपनी समस्याओं को दूसरों से सांझा करें 

आज के समय में लोग चुपचाप से रहते हैं, खुल कर हंसते, मुस्कुराते नहीं। अपने आप में खोए रहते हैं।  देखने में दुनियावी दोस्त बहुत होते हैं, लेकिन असल जिंदगी में उनका कोई दोस्त नहीं होता। जब उन्हें कोई समस्या आती है, तो वह दुनियावी दोस्तों में शेयर करते हैं। लेकिन जहां उन्हें उनकी समस्या का समाधान मिल सकता है- अपने परिवार में, अपने आस-पड़ोस में, अपने दोस्तों के बीच में उनसे में लोग बात नहीं करते और मन ही मन परेशान होते हैं। वह समस्या एक दिन विकराल रूप धारण कर लेती हैं और आत्महत्या जैसे विचार आने लगते हैं। तो हमेशा कोशिश करें खुलकर हंसे, मुस्कुराए और मिलनसार बने।

अपनी क्षमता अनुसार सही चुनाव करें 

इसका मतलब आपकी शारीरिक क्षमता,  बुद्धि और आर्थिक स्थिति से है। अगर आपकी आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं है, तो आप अपनी शिक्षा उसके हिसाब से चुने जिसमे फीस कम लगे और अगर आप अच्छी उच्च शिक्षा को करना चाहते हैं। तो आप दिल से एकाग्रता से पढ़ाई करें। जो एंट्रेंस टेस्ट होते हैं। वह देकर आप अच्छे शिक्षा संस्थान में प्रवेश कर सकते हैं।ऐसे ही रिश्तो का चुनाव सही तरीके से करें।

अपने शौक को जिंदगी का हिस्सा बनाएं 

जो आपके शौक है उन्हें अपनी जिंदगी का हिस्सा बनाएं। अगर आप घूमने के शौकीन हैं तो उसके लिए समय निकाल ले, मेहनत करें और प्रयास कीजिए उनको पूरा करने की। तनाव ना ले।

अपनी गलतियों से सिखे,नकारात्मक सोच को जरिया ना बनाएं।

आखिर में….. 

क्यों सोचता है इंसान मरने की, मुसीबत तो सबके पास होती है। अपने आप को पहचान कर ही, कई दास्ता लिखनी होती है। अरे जिंदगी जीने का हुनर थोड़ा सा, उन लोगों से भी सीख लो जिनके पास जिंदगी देखने को आंखें तक नहीं होती है।

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Covid -19 के कारण 22 मार्च से बंद हुई मेट्रो आज 169 दिन यानी 7 सितंबर से एक बार फिर शुरू हो गई है। इसे शुरू करने को लेकर मेट्रो की तरफ से पहले ही पूरी तैयारी कर ली गई थी।

कुछ खास बातें

  • मेट्रो सेवा के लिए लोगों का इंतजार खत्म हुआ।
  • 22 मार्च से बंद मेट्रो सेवा आज 169 दिन बाद शुरू हुई।
  • चरणबद्ध तरीके से शुरू हुई मेट्रो सेवा।

आपको बता दें, मार्च के आखिरी सप्ताह यानी 22 मार्च को लगाए गए लॉकडाउन के दौरान मेट्रो सेवा को बंद कर दिया गया था। लेकिन हाल ही में अगस्त के आखिरी सप्ताह में केंद्र सरकार ने Unlock-4 के चौथे चरण में नई गाइडलाइन जारी की थी। जिसके चलते सरकार ने 7 सितंबर यानी सोमवार से राज्यों में मेट्रो सेवाओं को चरणबद्ध तरीके से चलाने के लिए कहा गया था।

नियमों का पालन करना अति जरूरी

सरकार ने यात्रियों को Social Distancing और Mask लगाने जैसी एहतियात बरतने की हिदायत की है। सरकार ने यह भी कहा कि यात्रियों को अपने फोन में आरोग्य सेतु मोबाइल ऐप डाउनलोड करने की जरूरत है।

यदि कोई यात्री नियमों का पालन नहीं करता है। तो उस पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। DMRC की तरफ से पहले ही साफ साफ कर दिया गया हैं कि अगर यात्री किसी स्टेशन पर social distancing का पालन नहीं करता। तो उन स्टेशन पर मेट्रो नहीं रोकी जाएगी।

केंद्रीय शहरी और आवास मंत्री का कहना….

केंद्रीय आवास मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने 2 सितंबर को कहा था कि मेट्रो लाइनों पर ट्रेन 7 सितंबर से शुरू की जाएगी और 12 सितंबर तक सभी मेट्रो ट्रेन लाइनों पर परिचालन बहाल हो जाएगा। आपको बता दें कि कंटेनमेंट जोन जहां पर लॉकडाउन 30 सितंबर तक लागू रहेगा, वहां पर पड़ने वाले मेट्रो स्टेशन बंद रहेंगे।

करोना काल में मेट्रो में सफर करने वाले यात्रियों के लिए नियम

  • दिल्ली मेट्रो का कहना है कि कोरोना महामारी के दौर में यात्री कम से कम 10-15 मिनट पहले यात्रा शुरू करें।
  • मेट्रो स्टेशन के प्रवेश द्वार पर यात्रियों के लिए सैनिटाइजर की व्यवस्था होगी। प्रवेश करने से पहले सभी यात्रीगणों की थर्मल स्क्रीनिंग होगी, उसके बाद ही मेट्रो में सफर करने की इजाजत दी जाएगी।
  • जिस यात्री को कोरोना के लक्षण नहीं होंगे केवल उन यात्रियों को ही मेट्रो में सफर करने की अनुमति होगी।
  • यात्रियों को अपनी सुरक्षा के लिए सीमित मात्रा में हैंड सैनिटाइजर अपने पास रखने की अनुमति होगी। दिल्ली मेट्रो का कहना है कि यात्री केवल 30ml सैनिटाइजर की बोतल ही यात्रा के दौरान अपने पास रख सकता है। इससे ज्यादा नहीं।
  • Social Distancing के लिए सभी स्टेशन और मेट्रो के अंदर मार्किंग की जाएगी।
  • यात्रियों को कोरैन के बारे में जागरूक करने के लिए स्टेशन पर जगह-जगह नियमों वाले banner लगाए गए हैं। टीवी स्क्रीन पर वीडियो चलाई जाएगी।
  • सभी यात्रियों व कर्मचारियों को मास्क लगाना अनिवार्य होगा। जिनके पास नहीं होगा उनके लिए स्टेशनों पर mask खरीदने की सुविधा उपलब्ध होगी।
  • लिफ्ट में एक समय में 3 से अधिक लोगों को प्रवेश करने की अनुमति नहीं होगी।
  • मेट्रो ट्रेन के अंदर पास पास बैठकर यात्रा करने की अनुमति नहीं होगी। सभी यात्री 1 सीट छोड़कर बैठेंगे। यात्रा के समय कम सामान ले जाने की अनुमति होगी।
  • ट्रेनों और स्टेशनों को समय समय पर Sanitize किया जाएगा।
  • किसी वस्तु को छूने से वायरस ना फैले। इसके लिए ऑनलाइन लेन-देन और स्मार्ट कार्ड को बढ़ावा दिया जाएगा।

चरणबद्ध तरीके से चलेगी मेट्रो

Delhi Metro

पहले चरण में metro दो परियों में घटेगी। सुबह 7:00 से दोपहर 11:00 तक और दोपहर 4:00 से शाम 8:00 बजे तक शुरू होगी।

दूसरे चरण में 9 सितंबर से शुरू होगी जिसका समय सुबह 7:00 से दोपहर 2:00 के बीच और दोपहर 4:00 से शाम 10:00 के बीच का होगा। 10 सितंबर से Red, Green और Purple सेवा, 11 सितंबर से 8 और 9 लाईन को खोला जाएगा। 12 सितंबर से मेट्रो सेवाएं सामान्य रूप से शुरू हो जाएंगी।

दिल्ली मेट्रो में यात्रियों को टोकन नहीं दिया जाएगा। सिर्फ स्मार्ट कार्ड वाले यात्रियों को ही अनुमति होगी। कंटेनमेंट जोन के स्टेशन बंद रहेंगे और मेट्रो ट्रेन के ए.सी. में फ्रेश एयर की मात्रा बढ़ाई जाएगी।

मुंबई मेट्रो

देश में कोविड-19 से सबसे ज्यादा बुरी तरह प्रभावित होने वाला राज्य महाराष्ट्र है। यहां पर राज्य सरकार द्वारा लॉकडाउन 30 सितंबर तक बढ़ा दिया गया है।

Unlock-4 के दौरान राज्य सरकार ने एक जिले से दूसरे जिले में जाने पर पाबंदी हटा दी है। लेकिन यह मेट्रो सेवाएं अभी शुरू न करने का फैसला लिया गया है। यहा की मेट्रो का कहना है कि सितंबर में मेट्रो सेवाएं शुरू नहीं की जाएगी।