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Paytm Ka Use Kaise Kare?

Paytm फ्रॉड से बचना चाहते है तो इन बातो का रखे ख्याल।

आज की इस भागदौड़ की ज़िंदगी में हर व्यक्ति अपने कार्यक्षेत्र तक सीमित होकर रह गया है, किसी के पास शायद इतना भी वक्त नही है पैसे का लेनदेन व्यक्ति-विशेष के पास जाकर किया जाए।
तो ऐसे समय में कुछ इसी प्रकार की समस्याओं को सुलझाने के लिए Technology को Broadly विकसित किया गया अतः जेब में पड़े पैसो का स्थान PhonePe, Google Pay, Paytm Wallet आदि ने ले लिया है या दूसरे शब्दों में हमारी ज़िंदगी को काफी हद तक सरल कर दिया है ।परंतु , जिस प्रकार एक सिक्के के दो पहलू होते हैं ,उसी प्रकार इन अप्प्लिकेशन्स को उपयोग करना भी खतरे से खाली नही है । आवश्यकता है तो सावधानी बरतने की।

क्या है Paytm?

Paytm, जिसका पूरा नाम “Pay Through Mobile” है । यह एक Indian Electronic Payment Company है ,जिसके संस्थापक ‘Mr. Vijay Shekhar Sharma’ है ।

Paytm(पेटीएम) को “One97 Communication Limited ” द्वारा अगस्त 2010 को एक Online Mobile Recharge Website के रूप में प्रक्षेपण किया गया था,लेकिन समय के आगे बढ़ने से आज Paytm,Paytm Bank बनकर रह गया है ।Paytm द्वारा Paytm wallet की भी सुविधा उपलब्ध करवाई जाती है जिसके द्वारा आप
  • Mobile Recharge
  • Paytm से पैसे bank में भेजना
  • Online Shopping
  • Ticket Booking
आदि को बड़ी आसानी से कर सकते हैं । 

Paytm में आपका पैसा कितना सुरक्षित है?

Paytm के अब तक के 23 करोड़ से भी अधिक कस्टमर्स है,जिन्हें RBI ने मंजूरी दी है इससे किसी भी तरह का लेनदेन पूर्णतया सुरक्षित है ,पर इसका इस्तेमाल करते वक्त कुछ ख़ास बातो का ध्यान रखना चाहिए, जैसे की
  • अपने Paytm wallet को रिचार्ज करते समय Credit Card , Debit Card या अन्य विवरण को कभी भी सेव न करके रखें ।
  • एक बार लॉगिन करने के बाद लॉगआउट करना न भूलें ।
  • ज्यादा पैसा अपने Paytm wallet में न रखें ।
  • अपना Paytm से संबंधित डेटा किसी से share नहीं करें ।
अतः, इन्ही Do’s and Don’ts को ध्यान में रखते हुए आप अपने Paytm एकाउंट को प्रयोग करें ।
Tree of 40 Fruit: हम सब जब बचपन में थे, तब यही सोचते थे कि काश एक ही फलों का पेड़ पर सारे फल एक साथ लग जाए तो कितना मज़ा आ जाए ।फिर उसी tree से जो मन करे वही फल तोड़ो ओर खा लो । तो आज हम एक ऐसे ही पेड़ के बारे  में आप को बता रहे हैं जो विश्व का सबसे अद्वितीय पेड़ है जिस पर एक साथ 40 प्रकार के विभिन्न फल लगते हैं। इस बात पर भरोसा नहीं हो रहा ना पर दोस्तो बिल्कुल वास्तविकता है।

जानिए दुनिया के इस अनोखे पेड़ की कीमत जिसपे लगते है ४० अलग तरह के फल

दोस्तों जैसे आप ये सोचकर हैरान हो रहे है कि एक साथ 40 फल असंभव वैसे ही इसकी कीमत जानकर आपको ओर भी हैरानी होगी क्योकि इसकी कीमत है 19 लाख रुपये।  USA. में विसुअल आर्ट्स के एक प्रोफेसर जिन्होंने इस ‘ट्री ऑफ 40’ को तैयार किया है और इसका नाम रखा ‘Tree of 40’। USA  की  Syracuse University Syracuse, New York के प्रोफेसर ‘San Van Aken’ इस पेड़ के father है।

कब और कैसे हुई इस Tree of 40 Fruit की शुरुआत

Sam Van Aken ने इसकी शुरुआत 2008 से कि थी तब जब उन्होंने New York के कृषि प्रयोग में एक गार्डन देखा था क्योंकि उस garden में एक ही फल के अलग अलग 200 के करीब पेड़ थे । बस तभी से उन्होंने भी ठान लिया कि उन्हें भी ऐसा ही कुछ करना है जो सबसे अलग हो। दरअसल उनका interest इस पक्ष इसलिए भी था इसलिये उनका जन्म खेती से संबंधित परिवार में ही हुआ था।
फिर जो New York का गार्डन उन्होंने देखा था वो भी वित्तीय समस्याएं के कारण बन्द होने वाला था ओर अगर वो बन्द हो जाता तो उसी के साथ ही पेड़ की बहुत सी पुराना प्रजातियां भी उसी के साथ ही लुप्त हो जाती। ऐसे में उन्होंने वो बाग़ का पट्टा पर ले लिया और ग्राफ्टिंग तकनीक से “Tree of 40 Fruit” unique tree plant करने में सफलता हासिल की।

 जानते हैं – क्या है Grafting Technique

Grafting technique जिसके अनुसार सर्दियों का मौसम में किसी भी फलों का पेड़ की एक डाली कली समेत काट ली जाती है और इसके बाद main tree जिसमें हमे एक साथ सारे फल लेने है उसमे छेद करके उस डाली को इसके अंदर लगा दिया जाता है और उसके बाद उस place पर पोषक तत्व का लेप करके पूरे सर्दियों का मौसम तक पट्टी बांध दी जाती है बस फिर धीरे धीरे वो branch main tree के साथ ही मिल जाती है फिर उस पर flowers आने लगते हैं। ओर फल लगने start हो जाते हैं।बस इसी तरह से Tree of 40 Fruit पर आड़ू, खुबानी, बादाम, बेर, चेरी etc. 40 प्रकार के फल लगते हैं।

Telecom Operators Bharti Airtel Limited और Vodafone Idea Limited 1st दिसंबर से अपनी सेवाओं की कीमतें बढ़ा रहे हैं। Vodafone और Airtel दोनों का सोमवार को अलग-अलग बयान सामने आया है। हालांकि दोनों कंपनियों ने अभी तक बढ़ोतरी की कोई मात्रा नहीं बताई है।

Airtel ने अपने बयान में कहा है कि दूरसंचार के क्षेत्र में तेजी से बदलती हुई तकनीक के साथ ज्यादा धन निवेश की आवश्यकता है, यही कारण है कि दिसबंर से Airtel tariff की कीमत में बढ़ोतरी करेगा।
वहीं Vodafone ने भी ये बात कही है कि यह निश्चित करने के लिए की Vodafone के ग्राहक बेहतर और world wide internet सुविधाओं को enjoy करना जारी रखना चाहते हैं, Vodafone Idea 1st दिसंबर 2019 से प्रभावी रूप से tariff की कीमतों में वृद्धि करेगा।

लेकिन अभी तक यह नहीं पता चला है कि ये दोनों कंपनियों कितने प्रतिशत तक टैरिफ मूल्यों में बढ़ोतरी करने जा रही हैं।

Vodafone और Airtel दोनों ने ये कहा है कि बढ़ती हुई डेटा मांग को बनाये रखने के लिए अपने-अपने network में ज्यादा धन निवेश की बात कही है। उन्होंने कहा कि बढ़ती हुई प्रतिस्पर्धा के कारण और अपनी सेवाओं को और ज्यादा बेहतर बनाने के लिए यह एक महत्वपूर्ण कदम है।

जैसा कि Jio ने भी 3 साल पहले कम टैरिफ के साथ अपनी पहचान बाजार में बनाई थी, लेकिन हाल ही में Jio ने अपने प्रतिस्पर्धी नेटवर्क पर किये गए कॉल के लिए 6 पैसे प्रति मिनट चार्ज करना शुरू कर दिया है और अपनी ज्यादा speed और बेहतर प्रदर्शन के लिए कम कीमत वाली योजनाओं को हटा दिया है।

वहीं विश्लेषकों ने ये कहा है कि अगर ये दोनों दूरसंचार मूल्य वृद्धि करते हैं तो उसके परिणामस्वरूप उद्योग राजस्व में 1 साल में लगभग 15 percent तक की वृद्धि हो सकती है।

केंद्र सरकार ने भी इस बात पर गौर किया है, देश की वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा है कि सरकार किसी भी मोबाइल सेवा कंपनी की दुकान बंद नही होने देना चाहती, आ रही समस्याओं का समाधान करने के लिए कैबिनेट सचिव ने अपने अधीन सचिवों की एक समिति बिठाई है जो कि वित्तिय तनाव को कम करने के लिए दूरसंचार कंपनियों की जायज मांगों पर विचार विमर्श कर रही है, इसके साथ ही टेलीकॉम कंपनियां द्वारा जो भी निवेश करना जायज है उसका उपाय निकालने की कोशिश में है।

 

नापाकों (आतंकियों) के पसीने छुड़ाने के लिए आया Apache AH 64 E

जी हां, नापाक हरकतों को अंजाम देने वाले आतंकियों के सीने पर तैनात हो गया है “Apache AH 64 E”।

इन आतंकियों ने हज़ारों माँ की कोख को उजाड़ा है, अब इनको सबक सिखाने की भारत ने ठान ली है और दिन मंगलवार 3 Sep 2019 को ‘Apache AH 64 E’, एक बेहतरीन लड़ाकू विमान भारतीय वायुसेना में शामिल हो चुका है।

अपाचे की उड़ान से ही कांप जाएगा दुश्मनों का दिल

अपाचे लड़ाकू विमान की deal भारत ने Sep 2015 में America और Boeing India कंपनी से की थी। 3 September 2019 को भारतीय परंपरा के अनुसार भारतीय वायुसेना प्रमुख Air Chief Marchel ‘बीएस धनोआ’ की उपस्थिति में पठानकोट airbase पर नारियल फोड़ कर अपाचे लड़ाकू विमान का स्वागत किया गया और ऐसा कहा गया है कि ये अब तक का हमारी वायुसेना का सबसे बेहतरीन लड़ाकू विमान होगा। Boeing India से भारत के पास आज 22 में से 8 Apache विमान आ चुके हैं। 2020 तक भारत को सभी विमान मिल जाएंगे।

apache for Indian Air Force Exclusive Samachar

Apache की खूबियां

यह Apache का model, AH-64 E है।

Apache 290 km प्रति घण्टा की रफ़्तार से उड़ान भरने में सक्षम है और सबसे खास बात यह कि इसमें High-Quality Night Vision System है, जिससे कि यह अंधेरे में भी आतंकियों को खोज निकलेगा और इसका special feature ये है कि अपाचे में उन आतंकियों की तस्वीर लेकर उन्हें कमांडों तक पंहुचाने के भी उपकरण available हैं।

Apache की तकनीकी सरंचना

Apache मिसाइल लैस विमान है और लगभग 130 लक्ष्यों को निशाना बना कर उन पर वार कर सकता है। अपाचे 60 फुट ऊंचा और 50 फ़ीट चौड़ा है और इस हेलीकॉप्टर में 2 पायलेट होंगे। इसका कारण यह है कि अपाचे के बड़े विंग को चलाने के लिए 2 इंजन हैं, जिन्हें चलाने के लिए 2 पायलेट जरूरी होंगे।

खास बात यह कि इस लड़ाकू विमान में hellfire और stringer दो मिसाइलें हैं, साथ ही साथ एक sensor भी मौजूद है जिसका नाम है Thermal Imaging Sensor, जिसकी सहायता से ये आतंकियों का पता लगा सकता है यही कारण है कि ये विमान रात को भी operation को अंजाम देने में सक्षम है।

Apache Exclusive Samachar

अब तक का सबसे शक्तिशाली Helicopter

भारत मे 8 Apache हेलिकॉप्टर आने से अब भारतीय वायुसेना सबसे घातक और नवीनतम technique वाले helicopter से लैस हो गयी है।

एक बात सुनकर आपको भी हैरानी होगी कि Apache को इस तरह design किया गया है कि ये RADAR की पकड़ में आना मुश्किल है।

इन special features और latest technique के साथ ये विमान Indian Air Force को और भी मजबूत करने में एक अहम भूमिका निभाएगा।

हमें पता चला है कि Google ने अपने लेटेस्ट ऑपरेटिंग सिस्टम (Operating System OS) Android 10 से पर्दा उठा दिया है। एंड्रॉयड 10 के आने के बाद से आपके स्मार्टफोन में कई नए फीचर्स शामिल हो जाएंगे। आइए बताते हैं कि किस तरह इस साल आपका ऐंड्रॉयड एक्सपीरियंस बदल जाएगा।

अमेरिकी कंपनी Google ने अपने नए ऑपरेटिंग सिस्टम Android 10 का डेवलपर प्रीव्यू रिलीज कर दिया है। इसके साथ ही कंपनी ने एंड्रॉयड क्यू को नए नाम एंड्रॉयड 10 से पेश किया है। वहीं, गूगल ने Android Q का नाम बदलकर Android 10 रखा है।

गूगल ने पिछले दस सालों से चले आ रहे अपने ही ट्रेंड को तोड़ डाला। अब Google ने नए ऑपरेटिंग सिस्टम एंड्रॉयड Q का नाम बदलकर Android 10 कर दिया है। गूगल ने नाम बदलने को लेकर जानकारी दी कि कई देश मिठाई के नाम को लेकर कंफ्यूज रहते हैं। इसे ध्यान में रखते हुए अब एंड्रॉयड वर्जन का नाम संख्या में रखा जाएगा।

Privacy Features and Options

गूगल Android Q में प्रिवेसी पर अधिक फोकस करेगा। यूजर्स को सेटिंग्स में न सिर्फ एक अलग प्रिवेसी सेक्शन मिलेगा बल्कि वे अपनी जरूरत के हिसाब से बेसिक ऐप्स को भी परमिशन दे सकेंगे या रोक सकेंगे।

Focus Mode

पिछले साल गूगल ने डिजिटल टेक्नॉलजी से आम जिंदगी के प्रभावित न होने से जुड़ी जरूरतों पर बात की थी कि ऐंड्रॉयड क्यू में फोकस मोड दिया जाऐ जिसे ऑन करने पर आपको चुनी हुई ऐप्स से नोटिफिकेशंस या अलर्ट्स ना आऐं। इस तरह मन लगाकर आप काम कर सकेंगे। इस दौरान केवल ‘इंपॉर्टेंट’ कॉन्टैक्ट्स आपसे बात कर सकेंगे।

Alert Notification

ऐंड्रॉयड क्यू में यूजर्स नोटिफिकेशन पर कुछ देर तक टैप करेंगे तो उन्हें show silently और keep alerting जैसे फीचर्स मिलेंगे। इस तरह नोटिफिकेशंस को बेहतर ढंग से मैनेज किया जा सकेगा।

Location Sharing

अब तक ऐंड्रॉयड पर सभी ऐप्स के लिए लोकेशन शेयरिंग रोकने का ऑप्शन होता था। अब ऐंड्रॉयड क्यू में यूजर्स को अलग से ऑप्शन मिलेगा जिससे वे अपनी जरूरत के हिसाब से चुनिंदा ऐप्स के लिए लोकेशन शेयरिंग ऑन कर सकेंगे।

Undo App Removal

अगर आपने गलती से कोई ऐप्स डिलीट कर दी है तो ऐंड्रॉयड क्यू पर इसे सुधारने का मौका मिलेगा और कुछ समय तक वे इसे अनडू (Undo) कर सकेंगे, जिससे ऐप रीस्टोर हो जाएगी।

Dark Mode

स्मार्टफोन में एंड्रॉयड 10 के आने पर आप अपनी मर्जी के मुताबिक डार्क मोड को इनेबल (enable) कर पाएंगे, जिसके चलते आपके फोन की बैटरी क्षमता बढ़ जाएगी और ‘सिस्टम-वाइड’ डार्क मोड यूजर्स को मिलने वाला है। इसका मतलब है कि डार्क मोड अब कुछ ऐप्स तक ही सीमित नहीं रहेगा।

Bubbles Chat

ऐंड्रॉयड क्यू में आपका SMS और CHAT करने का ढंग बदल जाएगा। मेसेज और चैट्स फेसबुक मेसेंजर बबल्स की तरह दिखेंगे और वहीं से उन्हें रिप्लाई करने का ऑप्शन भी मिल जाएगा।

WiFi Sharing

ऐंड्रॉयड क्यू पर वाई-फाई नेटवर्क शेयर करना अब मुश्किल नहीं होगा और क्यूआर कोड स्कैन करने भर से वाई-फाई नेटवर्क से जुड़ा जा सकेगा।

Live Caption

डिवाइस पर एक बार टैप करने भर से ही उस मीडिया के लिए कैप्शंन आऐंगे जो हर तरह का ऑडियो प्ले कर रहा है। लाइव कैप्शंस विडियो, पॉडकास्ट और ऑडियो मेसेजेस के साथ काम करेगा और इस तरह यूजर्स अपने जरूरत की बात रिकॉर्ड भी कर सकेंगे। यह फीचर सुनने में असमर्थ लोगों के लिए बहुत काम का है।स्मार्टफोन्स पर हाई-क्वालिटी विडियो कॉन्टेंट और वीडियो को कई तरह के फॉरमैट में देखा जा सकता है।

  

सोशल मीडिया आपकी और हमारी सबकी ज़िन्दगी का कितना महत्वपूर्ण और अभिन्न अंग बन चूका है। इस बात का पता आज की इस घटना से लगाया जा सकता है कि सोशल मीडिया के तीन बड़े मंच में दिक्कत आने के थोड़े टाइम में ही हर जगह हलचल मच गई। जी हाँ, हम बात कर रहे हैं फेसबुक, इंस्टाग्राम और व्हाट्सएप्प की जो आज शाम को दिक्कत करने लग गए और देखते ही देखते सभी ने इस बात का ज़िक्र ट्विटर पर करना शुरू कर दिया क्योंकि ट्विटर ही एक है जो बिलकुल बढ़िया तरीके से काम कर रहा था।

देखा जाए तो फोटो न डाउनलोड हो रहीं, न अपलोड, वीडियो भेजने में भी दिक्कत आ रही है।

वैसे देखा जाए तो ऐसी चीजों की खबर बहुत जल्दी फैलती है और ठीक भी जल्दी हो ही जाती है। पर शायद ऐसा पहली बार हुआ है कि तीन बड़े मंच में एक साथ दिक्कत आई हो।

आखिर आजकल सोशल मीडिया ही तो है जिसके द्वारा हम सभी अपनी बात जन जन तक पहुंचा सकते हैं। तो इसका थम जाना तो जैसे ज़िन्दगी का थम जाना सा है।  चलिए हम भी ज़रा ट्विटर पर नज़र घुमा कर आते हैं, आखिर वही तो आज सबका हाथ थामे है।