Category

Technology

Category

First Solar Eclipse : 8 अप्रैल को लगने जा रहा है इस साल का पहला सूर्य ग्रहण

First Solar Eclipse of 2024:
8 अप्रैल को इस साल का पहला सूर्य ग्रहण (First Solar Eclipse of 2024) लगने वाला है। यह ग्रहण विश्व के अलग-अलग स्थानों पर दिखाई देगा। खास तौर पर मैक्सिको, अमेरिका और कनाडा में पूर्ण सूर्य ग्रहण लगेगा।

क्या होता है सूर्य ग्रहण ?

चाँद के धरती और सूर्य के बीच आने के कारण लगता है सूर्य ग्रहण। चाँद सूर्य को पूर्ण या आंशिक रूप से ढक लेता है और सूर्य की रोशनी पृथ्वी तक नहीं पहुंच पाती।
इस वर्ष का सूर्यग्रहण (Solar eclipse of 2024) दुनिया के तीन देशों में ही दिखाई देगा। इस पूर्ण सूर्य ग्रहण के दौरान चंद्रमा, सूर्य की पूरी डिस्क को ढक लेगा और दिन में अंधेरा छा जाएगा।

कहाँ और कब देखा जा सकेगा First Solar Eclipse of 2024 :
आपकी जानकारी के लिए बता दें की 8 अप्रैल को लगने वाले साल के पहले सूर्यग्रहण (First Solar Eclipse) को मैक्सिको, अमेरिका और कनाडा में देखा जा सकेगा। अलग-अलग देशों के अनुसार इसकी अवधि अलग-अलग रहेगी। माना जा रहा है कि अमेरिका के टेक्सास में इसका सबसे ज्यादा असर रहेगा। टेक्सास के कुछ इलाकों में 4 मिनट 25 सेकंड तक पूर्ण सूर्यग्रहण रहेगा और अंधेरा छा जाएगा।
मैक्सिको में इसका असर 40 मिनट 43 सेकंड तक होगा। अमेरिका में यह ग्रहण 67 मिनट 58 सेकंड तक के लिए होगा और कनाडा में 34 मिनट 4 सेकंड ही इस सूर्यग्रहण को देखा जा सकेगा। बता दें कि ग्रहण के समय भारत में रात होने के कारण (रात्रि 10:08 – 1:25 बजे), इसे भारत में (in India) देखना मुमकिन नहीं होगा।

When was the First Solar Eclipse?
वैसे तो सूर्य, चंद्र, अंतरिक्ष या इनसे संबंधित खगोलीय घटनाओं की शुरुआत के बारे में जानकारी या साक्ष्य जुटा पाना संभव नहीं है। फिर भी इतिहासकारों का मानना है कि पहला सूर्यग्रहण 22 अक्तूबर, 2134 ई.पू. को प्राचीन चीन में लगा था। हालांकि इसे रिकॉर्ड नहीं किया जा सका सका था।
3 मई 1375 या 5 मार्च 1223, ई०पू० प्रमाणिक सूर्यग्रहण के सूर्यग्रहण को सबसे पहला सूर्यग्रहण (First Solar Eclipse) माना जाता है। यह ग्रहण कांस्य युग के उगारिट शहर में 3247 साल पहले दिखाई दिया था, जो कि वर्तमान सीरिया में है।

When was the solar eclipse first discovered?
अनेक्सागोरस (Anaxagoras) नामक एक ग्रीस विद्वान ने सबसे पहले सूर्य और चंद्र ग्रहण के लिए सटीक वैज्ञानिक व्याख्या प्रस्तुत की। ई०पू० के समय में ग्रहणों से संबंधित सही थ्योरी उनकी ही थी। वर्तमान में कई चीनी और ग्रीक दार्शनिकों ने ग्रहण को विस्तार से जानने के प्रयत्न किए। परंतु जोहानस केपलर ने 1605 में पूर्ण सूर्यग्रहण की प्रमाणिक व्याख्या पेश की।

Noble Gas first observed during solar eclipse?
हीलियम (Helium) एक ऐसी गैस है, जिसे 18 अगस्त, 1868 के पूर्ण सूर्य ग्रहण के दौरान सबसे पहले पाया गया। (noble gas first observed during solar eclipse) लार्कयर ने हीलियम को सूर्य के करोमोस्फीयर में पाया। गौरतलब है कि उससे पहले तक यह गैस धरती पर भी नहीं पाई गई|

How A Solar Eclipse first proved Einstein right?
सूर्य ग्रहण विज्ञानिकों को शोध, रिसर्च व खोज के नये अवसर प्रदान करते हैं। इसी कड़ी में 29 मई 1919 का सूर्य ग्रहण विज्ञान के क्षेत्र में बड़ा महत्त्वपूर्ण साबित हुआ। 1919 के सूर्य ग्रहण ने महान वैज्ञानिक आइंस्टीन की सामान्य सापेक्षता (General Relativity) की थ्योरी को सही साबित कर दिया था।
1915 में अल्बर्ट आइंस्टीन ने रिलेटिविटी से संबंधित एक सिद्धांत प्रस्तुत किया। जिसके अनुसार तारों से निकलने वाला प्रकाश सूर्य के गुरुत्वाकर्षण के कारण मुड़ जाता है। यानि की अब दिखाई देने वाले तारों का स्थान उनका वास्तविक स्थान नहीं है। उनकी यह थ्योरी 1919 के सूर्य ग्रहण ने सच साबित कर दी(solar eclipse proved Einstein right).

भारत में सूर्यग्रहण (in India) :
भारत में (in India) सूर्य और चंद्रग्रहण की सर्वप्रथम व्याख्या आर्यभट्‌ट ने की। माना जाता है कि भारत में सूर्यग्रहण को धार्मिक महत्वों के साथ जोड़ा जाता है। इस साल 8 अप्रैल का सूर्यग्रहण यहां दिखाई नहीं देगा। भारत में (in India) अगला सूर्यग्रहण 2031 में देखा जा सकेगा।

ISRO का सबसे आधुनिक, महत्वपूर्ण व अडवांस मौसम सैटेलाइट INSAT -3DS किया गया सफलतापूर्वक लॉन्च-

ISRO का सबसे आधुनिक व महत्वपूर्ण मौसम सैटेलाइट INSAT-3DS सफलतापूर्वक लॉन्च हो चुका है। इस सैटेलाइट GSLV-F14 को राकेट श्री हरिकोटा के सतीश धवन स्पेस सेंटर के लॉन्च पैड 2 से छोड़ा गया है, यह सैटेलाइट समुद्र, मौसम और इमरजेंसी सिग्नल सिस्टम की जानकारी देने के साथ-साथ राहत एवं बचाव कार्यों में मदद करेगा। इसलिए इसे बनाया गया है।
17 फरवरी 2024 की शाम को 5 बजकर 35 मिनट पर भारत का सबसे एडवांस मौसम सैटेलाइट INSAT-3DS  सफलतापूर्वक लॉन्च किया गया है। इसके श्रीहरिकोटा स्थित सतीश धवन स्पेस सेंटर के दूसरे लॉन्च पैड से GSLV- F14 राकेट के जरिए इनसेट -3 डीएस सैटेलाइट को उसकी तय कक्षा में छोड़ा गया है, जोकि इस सीरीज का तीसरी पीढ़ी का सैटेलाइट है।
इस लॉन्चिंग में तीन बड़ी उपलब्धियां हासिल हुईं। जैसे कि यह GSLV के द्वारा 16वीं उड़ान है, स्वदेशी क्रायो स्टेज की ये 10वीं उड़ान और स्वदेशी क्रायो स्टेज की सातवीं ऑपरेशनल फ्लाइट होगी। GSLV-F14 रॉकेट ने लॉन्चिंग के बाद इनसैट-3डीएस सैटेलाइट को उसकी तय कक्षा में पहुँचाया है, आपको बता दें, इसके पश्चात अब सैटेलाइट के सोलर पैनल्स भी खुल गए हैं। सूरज से मिलने वाली रोशनी से सैटेलाइट को ऊर्जा मिलती रहेगी और यह लगातार काम करता रहेगा।
यह सैटेलाइट 170 किलोमीटर पेरीजी और 36,647 किलोमीटर वाली अंडाकार जीटीओ की कक्षा में अब चक्कर लगाएगा। सैटेलाइट का कुल वजन 2274 किलोग्राम इसकी फंडिंग पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय ने की है जिसमें 6 चैनल इमेजर (Channel Imager) है और 19 चैनल साउंडर मेटियोरोलॉजी पेलोड्स मौजूद हैं। यह नया सैटेलाइट अपने पुराने सैटेलाइट के साथ मिलकर हमें मौसम की जानकारी देगा।
यह सैटेलाइट क्या-क्या काम करेगा-
  • अलग-अलग स्पेक्ट्रल वेवलेंथ के जरिए धरती की सतह, समुंद्र और पर्यावरण पर नजर रखेगा।
  • वैज्ञानिकों को अलग-अलग जगहों से डेटा कलेक्ट करके देगा।
  • वायुमंडल में होनी वाली अलग-अलग मौसमी पैरामीटर्स का वर्टिकल प्रोफाइल देगा।
  • बचाव व राहत कार्यों के दौरान मदद करेगा।
सातवां सैटेलाइट हुआ लॉन्च-
आपकी जानकारी के लिए बता दें, अब सातवां सैटेलाइट लॉन्च हुआ है। पहले छह सैटेलाइट 2000 से 2004 में लॉन्च हुए थे।
जिससे संचार, टीवी ब्रॉडकास्ट और मौसम संबंधी जानकारियां मिल रही थी। अब इस सातवें सैटेलाइट के द्वारा समुंद्र, मौसम और इमरजेंसी सिग्नल सिस्टम की जानकारी के साथ-साथ बचाव कार्यों में मदद मिलेगी।
मौसम की सटीक जानकारी-
यह यंत्र भारत व उनके आसपास मौसम में होने वाले बदलावों में जानकारी देगा, ताकि लोगों को प्राकृतिक आपदाओं के आने से पहले ही सूचना दी जा सके और लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा सके।

इंजीनियर को हमारे समाज में रीढ़ की हड्डी के रूप में देखा जाता है। इंजीनियर के हाथों में जादू होता है, जो अपनी रचनाओं से दुनिया को मोहित व आकर्षित करते हैं। एक इंजीनियर ही होता है जो अपनी कला से भविष्य के काम को आसान बनाने के साथ-साथ परिपक्वता और क्षमता के उच्च स्तर तक पहुंंचाने के लिए उचित उपकरण बनाता है।

एक उन्नत तकनीकी दुनिया में रहने के लिए और अपने विचारों को वास्तविक में बदलने के लिए इंजीनियर्स की आवश्यकता होती है। आज की दुनिया में इंजीनियर्स बहुत ही अहम भूमिका निभा रहे हैं।

आइए हम सब भी जानते हैं कि इंजीनियरिंग दिवस क्यों मनाया जाता है और इसका क्या महत्व है??

जैसे कि डाक्टरों को सम्मान देने के लिए डाक्टर्स डे व अन्य डे मनाए जाते हैं। उसी तरह इंजीनियर्स को सम्मान देने के लिए इंजीनियर्स डे मनाया जाता है।

इंजीनियर्स डे क्यों मनाया जाता है??

 

सभी इंजीनियर्स को सम्मान देने के लिए इंजीनियर डे मनाया जाता है। भारत के एक महान इंजीनियर सर मोक्षगुंडम विश्वेश्वरैया को याद करने के लिए 15 सितंबर को इंजीनियर डे के रूप में मनाया जाता है।

इंजीनियर दिवस कब मनाया जाता है-

इंजीनियर दिवस प्रत्येक वर्ष की तरह इस वर्ष 15 सितंबर को सर मोक्षगुंडम विश्वेश्वरैया के जन्म दिवस पर उन्हें श्रद्धांजलि देने के लिए मनाया जाता है। इन्हें एक अच्छे इंजिनियर की भूमिका निभाने के लिए 1955 में भारत रत्न से सम्मानित किया गया था। इंजीनियर दिवस समस्त इंजिनियरों को सम्मान देने हेतु मनाया जाता है। अलग-अलग जगह में इंजिनियर्स डे अलग अलग तारीख को मनाया जाता हैं। इंजीनियर्स डे मनाने का उद्देश्य आज के युवा को ऐसे ( इंजिनियरिंग) कार्य की ओर प्रेरित करना है।

कैसे मनाया जाता है इंजिनियर डे??

इंजीनियर डे को लोग एक दूसरे को बधाई देकर मनाते हैं। लोग सोशल मीडिया, फ़ोन के माध्यम से एक दूसरे को बधाई देते हैं। मैसज भेजे जाते हैं और मोक्षगुंडम विश्वेश्वरैया जी को याद करके स्कूलों व काॅलेज में कई कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं, जिसके द्वारा उन्हें याद किया जाता है।

वर्ष 2021 में मोक्षगुंडम विश्वेश्वरैया का 160 वां जन्म दिवस इंजिनियर्स डे के रूप में मनाया जा रहा है। इस दिन कई कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। कोरोना महामारी के चलते स्कूल व काॅलेज बंद होने के कारण कोई भी प्रोग्राम आयोजित नहीं किए गए। शायद 2021 में इस वर्ष 160 वां जन्म दिवस समारोह मनाया जाए।

आइए जानते हैं महान इंजीनियर मोक्षगुंडम विश्वेश्वरैयआ के जीवन परिचय के बारे में:-

जीवन परिचय-

मोक्षगुंडम विश्वेश्वरैया का जन्म 15 सितंबर 1860 में मैसूर रियासत, जोकि आज कर्नाटक राज्य में है, वहां पर हुआ था। इनके पिता का नाम श्रीनिवास शास्त्री जोकि संस्कृत के विद्वान और आयुर्वेदिक चिकित्सक थे। इनकी माता वेंकचाम्मा एक धार्मिक विचारों की महिला थी। जब विश्वेश्वरैया 15 वर्ष के थे, तो इनकी पिता जी का देहांत हो गया था। प्राइमरी स्कूल की पढ़ाई पूरी करने के बाद बैंगलोर चले गए। 1881 में विश्वेश्वरैया मद्रास यूनिवर्सिटी के सरकार से बी.ए की परीक्षा पास की इसके बाद मसूर सरकार से इन्हें सहायता मिली और उन्होंने साइंस कॉलेज पूना में इंजीनियरिंग के लिए दाखिला लिया। वर्ष 1883 में LCE और FCE एग्जाम में उन्होंने पहला स्थान प्राप्त किया।

जब इंजीनियरिंग पास की तो विश्वेश्वरैया को मुंबई सरकार की तरफ से नौकरी का ऑफर आया, फिर उन्हें नासिक में असिस्टेंट इंजीनियर के रूप में काम किया। एक इंजीनियर की भूमिका निभाते हुए उन्होंने बहुत से अद्भुत काम किए। उन्होंने सिन्धु नदी से लेकर सुक्कुर गांव तक पानी की सप्लाई शुरू करवाई इसके साथ ही साथ उन्हेंने “ब्लाक सिस्टम” एक नई सिंचाई प्रणाली को शुरू किया। उन्होंने बाँध में इस्पात के दरवाजे लगवाए ताकि पानी के प्रवाह को रोका जा सके। अब तक ऐसे बहुत से कार्य इनके द्वारा करवाए गए।

हैदराबाद सिटी को बनाने का पूरा श्रेय विश्वेश्वरैया जी को जाता है, उन्होंने एक बाढ़ सुरक्षा प्रणाली तैयार की जिसके बाद समस्त भारत में उनका नाम मशहूर हो गया। इसके अलावा उन्होंने अन्य क्षेत्र में भी सफलताएं प्राप्त की।

सर विश्वेश्वरैया का व्यक्तित्व-

विश्वेश्वरैया एक साधारण, आदर्शवादी व अनुशासन में रहने वाले व्यक्ति थे। शुद्ध शाकाहारी और नशों की लत से दूर व समय के पाबंद थे।

फिट, तंदरुस्त व भाषण देने से पहले उसे लिखते और बाद में अभ्यास भी करते थे। 92 वर्ष की आयु में भी वह बिना किसी लाठी के सहारे चलते। उनके द्वारा शुरू की गई परियोजनाओं के कारण भारत आज उन पर गर्व महसूस करता है। यदि विश्वेश्वरैया आज इतना संघर्ष न करता तो भारत में शायद इतना विकास न हो पाता। भारत में ब्रिटिश राज्य में भी विश्वेश्वरैया ने अपने काम में कोई बांधा नहीं आने दी, बल्कि उनका मुकाबला करके उन्हें दूर किय

विश्वेश्वरैया को प्राप्त अवार्ड-

  • 1955 में विश्वेश्वरैया को “भारत रत्न” से सम्मानित किया गया था।
  • लंदन इंस्टीट्यूशन सिविल इंजीनियर्स, इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ़ साइंस की तरफ से भी इनको सम्मानित किया गया।

इसके अलावा अलग-अलग आठ इंस्टिट्यूट के द्वारा डोक्टरेट की अपाधि दी गई थी।

एक अच्छा इंजिनियर वहीं बन पाता है, जो बचपन के खिलौने को तोड़कर खुश होता है और जो किताबी ज्ञान को वास्तविक रूप दे। जो व्यक्ति जीवन में कुछ बनने का सपना लेकर आगे चलता है वो ही जीवन में सफलता प्राप्त करता है।

जैसे कि हम जानते हैं कि एक इंजीनियर की हमारी जिंदगी व हमारे समाज को क्या देन है। एक इंजीनियर ने हमारी जिंदगी को बदलकर ही रख दिया जैसे कि आज से 15 वर्ष पहले टैलीफोन आए जिसके द्वारा हम एक-दूसरे से कही भी बैठे बातचीत कर सकते थे। इसके बाद स्मार्टफोन आए जिसके माध्यम से कोरोना काल में बच्चे अपनी पढ़ाई इस से कर रहे हैं। हम अपने आस पास की प्रत्येक इंजीनियर्स को समाज में रीढ़ की हड्डी के रूप में देखा जाता है।

 

एयरटेल, वोडाफोन – आइडिया और जिओ कंपनियों द्वारा जारी किए गए ₹130 से भी कम अनलिमिटेड कॉलिंग और 4G इंटरनेट प्लांस

मोबाइल फोंस कंपनी द्वारा अनलिमिटेड कॉलिंग और 4G इंटरनेट डाटा प्लांस जारी किए जाते हैं। जिनकी एक समय सीमा होती है। कईं प्लेंस में हमें रोजाना इंटरनेट डाटा मिलता है और उसे उसी दिन में ही खत्म करना होता है।

इस वजह से यूजर्स को कई बार परेशानी का सामना करना पड़ता है। जैसे कि अगर उस दिन का डाटा खत्म हो जाए, तो उसे दोबारा से 4G इंटरनेट डाटा डलवाना पड़ता है या फिर अगर यूजर्स ने उस दिन अपने 4G इंटरनेट डाटा का इस्तेमाल नहीं किया तो उस दिन का डाटा कंपनी को ही वापस हो जाता है।

इस समस्या को हल करने के लिए कंपनियों ने सस्ते और अनलिमिटेड कॉलिंग 4G इंटरनेट डाटा प्लांस भी उपलब्ध करवाए हुए हैं।

बढ़ती मंहगाई के कारण सभी कंपनियों ने जहां अपने अनलिमिटिड कॉलिंग और 4G इंटरनेट डाटा प्लान को महंगा कर दिया है, वहीं कंपनियों ने अनलिमिटीड कॉलिंग के 130 रुपए से कम के प्लान भी उपलब्ध करवाए हैं।

इन अनलिमिटेड कॉलिंग प्लांस में कॉलिंग सुविधा 24 घंटे फ्री होती है और इंटरनेट डाटा निश्चित समय के लिए उपलब्ध होता है।

जानिए विभिन्न कंपनियों के अनलिमिटेड कॉलिंग और 4G डाटा प्लांस के बारे में डिटेल्स में।

एयरटेल का सबसे सस्ता अनलिमिटेड कॉलिंग और 4G इंटरनेट डाटा प्लान :–

एयरटेल कंपनी द्वारा अनलिमिटेड कॉलिंग और 4G इंटरनेट के लिए बहुत सारे प्लांस उपलब्ध कराए गए हैं।

लेकिन 129 का प्रीपेड प्लान एक ऐसा है, जिसमें यूजर्स को अनलिमिटेड फ्री कॉलिंग और 4G इंटरनेट डाटा 24 दिनों के लिए दिया जाता है।

इसमें यूजर्स को 1GB डाटा 24 दिनों के लिए दिया जाता है और यह डाटा यूजर्स को रोजाना उपलब्ध नहीं करवाया जाता।

इसके साथ ही यूजर्स को 300 फ्री SMS और इसके साथ एयरटेल कंपनी अपने यूजर्स को इस प्लान के साथ wynk music और Airtel extreme एप्स के फ्री सब्सक्रिप्शन भी देती है।

अनलिमिटेड फ्री कॉलिंग और 4G इंटरनेट के साथ एक ऐसा यही प्लान है, जो एयरटेल कंपनी द्वारा सबसे सस्ता और अच्छा है।

जिओ कंपनी का सबसे सस्ता अनलिमिटेड फ्री कॉलिंग और 4G इंटरनेट प्लान :–

जहां एयरटेल कंपनी ने अपने यूजर्स के लिए फ्री अनलिमिटेड कॉलिंग और 4G इंटरनेट प्लांस उपलब्ध कराए हैं। वहीं जिओ कंपनी द्वारा भी फ्री अनलिमिटेड कॉलिंग और 4G इंटरनेट प्लान उपलब्ध कराया है।

जिओ कंपनी के फ्री अनलिमिटेड कॉलिंग और 4G इंटरनेट प्लान में सबसे कम कीमत ₹127 है। जिसकी वैधता 15 दिन की है। किसके साथ यूजर्स को 12GB 4G इंटरनेट डाटा मिलता है।

वोडाफोन आइडिया कंपनी का सबसे सस्ता और अच्छा अनलिमिटेड फ्री कॉलिंग 4G इंटरनेट प्लान:

अपने यूजर्स को खुश करने में वोडाफोन आइडिया कंपनी भी पीछे नहीं रही।

Vodafone-idea कंपनी द्वारा भी ₹130 से कम फ्री अनलिमिटेड कॉलिंग और 4G इंटरनेट डाटा प्लान जारी किया गया है। जिसकी कीमत मात्र ₹129 है। जिसमें यूजर्स को 24 दिन के लिए अनलिमिटेड फ्री कॉलिंग और 2GB 4G इंटरनेट डाटा उपलब्ध कराया जाता है।

इसके साथ vodafone-idea यूजर्स को 300 फ्री SMS सुविधा भी दी जाती है।

वोडाफोन आइडिया कंपनी द्वारा यूजर्स को किसी ऐप का फ्री सब्सक्रिप्शन उपलब्ध नहीं कराया जाता।

अतः अब यूजेस को महंगे प्लान खरीदने की कोई बाध्यता नहीं है। अब यूजर्स ₹130 से भी सस्ते प्लान से अब अनलिमिटेड कॉलिंग और 4G इंटरनेट डाटा जैसी सुविधाएं प्राप्त कर सकते हैं।

जिन बच्चों के लिए ऑनलाइन क्लासेस एक चुनौती बन गई थी, उनके लिए अब जियो लाया नया फीचर Study Mode

यूजर्स को सुविधाएं उपलब्ध करवाने के लिए Jio आए दिन नए-नए प्लान व ऑफर्स पेश करती रहती है। बच्चों की पढ़ाई को लेकर इस बार कंपनी बहुत ही कमाल का फीचर लेकर आई है, जिसे जानकर आप को बहुत ही खुशी होगी।

अक्सर देखा गया है कि बच्चे ऑनलाइन क्लासेस के दौरान पढ़ाई करते समय बोर हो जाते है और उनकी रूची पढ़ाई में कम हो रही है। इस बात को ध्यान में रखते हुए अब Jio ने अपने यूजर्स के लिए वेब ब्राउजिंग ऐप Jio Page (Study Mode) एक नया फीचर ऐड किया है। जिससे अब स्टूडेंट्स पूरी रूची से पढ़ाई कर सकेंगे।
इसके नाम से ही पता चलता है कि ये फीचर पढ़ाई के लिए ही बनाया गया है। Jio की कंपनी का मानना है कि Study Mode यूजर्स के बहुत काम आएगा, जिन बच्चों के लिए घर में बैठकर ऑनलाइन क्लासेस एक चुनौती बनती जा रही है। इसके लिए उन्हें Study Mode Jio पेज के साथ जोड़ा गया है परन्तु अब देखना ये है कि ये फीचर बच्चों के लिए कितना फायदेमंद हो सकता है??

कैसे install करे App –

Study Mode फीचर को install करने के लिए यूजर्स को सबसे पहले jio pages पर वेब ब्राउज़र को डाउनलोड करना होगा।

  • डाउनलोड के पूरा होने के बाद ऐप को ओपन करे।
  • इसको ओपन करने के बाद आपको Mode चुनने का विकल्प मिलेगा।
  • इसके बाद आप स्विच मोड़ विकल्प पर जाकर Study Mode app को install कर सकेंगे।
  • आपकी जानकारी के लिए बता दे की Jio set-Top Box के साथ Jio पेज प्री-इंस्टॉल्ड है। जबकि दूसरे Android यूजर्स सीधा Google Play Store में जाकर डाउनलोड कर सकते हैं।

Study Mode से होने वाले फायदे –

Jio द्वारा अपने नए फीचर Study Mode द्वारा यूजर्स को क्लास के हिसाब से कंटेंट उपलब्ध करवाने के साथ-साथ यूजर्स को अपने विषय के हिसाब से वीडियो के चैनल का सुझाव मिलेगा और साथ ही साथ अपने पसंदीदा कैटेगरी से जोड़ने का विकल्प भी मिलेगा। इसके साथ शिक्षा के क्षेत्र में वेबसाइट्स में जो लिंक दिए जाते हैं। जिसके द्वारा यूजर्स उस लिंक पर क्लिक करके सीधा उस वेबसाइट पर पहुंच जाएगा। इससे सबसे बड़ा फायदा यह होगा गुगल पर खोज करते समय जो समय खराब होता है, उस समय की बचत होगी।

Jio pages एक सुरक्षित प्लेटफार्म है और इसमें 8 भारतीय भाषाओं का सपोर्ट दिया गया है। कोई भी लिंक सेव करने की सुविधा इस वेब ब्राउज़र में मिलेगी। यूजर्स आसानी से उस वेबसाइट को अपने डिवाइस पर जल्दी से ओपन कर सकेंगे।

अब देखना ये है कि jio द्वारा तैयार किया गया ये फीचर बच्चों के लिए कितना फायदेमंद हो सकता है।

गूगल Meet App ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में की समय की पाबंदी

क्या है google Meet ऐप :-

गूगल की एक ऐप है, गूगल मीट जिसके माध्यम से हम लाइव वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग कर सकते हैं।

इसके माध्यम से हम 100 लोगों को एक साथ नोटिफिकेशन भेज सकते हैं और 250 से अधिक लोग एक साथ live मीटिंग कर सकते हैं।

कोरोना महामारी के समय जहां सभी लोग अपने घरों में बंद हो गए थे। उस समय में बच्चों की पढ़ाई जारी रखने में इस ऐप का अहम योगदान रहा है।

ऑफिस मीटिंग से लेकर हर छोटी बड़ी मीटिंग में गूगल Meet ऐप के इस फीचर्स से फ्री में बच्चे घर पर अपनी पढ़ाई कर रहे हैं।

Google Meet को इस्तेमाल करने के फायदे :–

Google Meet के कारण कोरोना के समय में बहुत फायदा हुआ है।

इसके माध्यम से बच्चे फ्री में अपनी पढ़ाई जारी रखे हुए हैं । वहीं इसके माध्यम से 24 घंटे फ्री में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग कर सकते थे।

लेकिन कंपनी का कहना था कि यह सुविधा केवल 30 सितंबर 2020 तक ही होगी। लेकिन इसके बाद इसे 31 मार्च 2021 तक बढ़ा दिया गया था और फिर इसे 30 जून 2021 तक बढ़ा दिया था।

लेकिन अब कंपनी ने फ्री अनलिमिटेड वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग सुविधा को बंद कर दिया है।

कंपनी ने फ्री अनलिमिटेड वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग पर समय की पाबंदी लगा दी है।

क्या है Google Meet ऐप की नई अपडेट्स :–

सितंबर 2020 से गूगल Meet ऐप में समय सीमा निर्धारित पर चर्चा जारी थी।

लेकिन अब यह समय सीमा निर्धारित हो चुकी है।
कंपनी का कहना है, गूगल मीट पर फ्री अनलिमिटेड वीडियो कॉलिंग की सुविधा अब 60 मिनिट की हो चुकी है।
60 मिनट से ज्यादा इस सुविधा को रखने के लिए पैसे देने होंगे।
55 मिनट होते ही गूगल मीट में मीटिंग के बंद होने का नोटिफिकेशन सभी के पास आ जाएगा ।

अब कोई भी Gmail User Google मीट पर 100 लोगों के साथ केवल 1 घंटे के लिए ही विडियो मीटिंग कर सकता है।
Google Meet पर समय सीमा पाबंदी लगाने का कोई औपचारिक कारण नहीं है।

अतः अब Gmail यूजर्स गूगल Meet ऐप पर केवल एक घंटे तक ही फ्री में वीडियो कॉल कर सकते है। इसे ज्यादा समय तक जारी रखने के लिए यूजर्स को सब्सक्रिप्शन प्लान लेना होगा।

नया अपडेट करने पर टेलीग्राम ऐप दे रहा है, आपको शानदार फ़ीचर

आज कल हर एप में हमें थोड़े समय के बाद कुछ न कुछ नए फ़ीचर देखने को मिलते है। इसी कड़ी के‌ तहत टेलीग्राम ने भी अपने यूज़र्स के लिए कुछ नए फीचर्स लांच किए है।
आईए जानते है, इन नए फीचर्स के बारे में।

बिना चैट से वापस जाकर कर सकते है, प्रोफाइल पिक और बायो एडिट-

अब यूज़र्स को अगर अपनी प्रोफाइल पिक या बायो में कुछ बदलाव करने हैं, तो उन्हें चैट से वापस जाने की जरूरत नहीं, चैट के दौरान भी हम इन्हें एडिट कर सकते है।

पेमेंट की ऑप्शन-

इस ऑप्शन की विशेषता यह है कि पेमेंट के लिए टेलीग्राम कोई कमीशन नहीं लेगा और न ही पेमेंट की डिटेल सेव होगी। इस ऐप से पेमेंट करना सुरक्षित भी होगा।

वेब एप्प-

इस के तहत 2 नए वेब एप्प लॉच किए गए है, जिन में एनिमेटेड स्टिकर्स, डार्क मोड इत्यादि विशेषताएं हैं।

अब वॉइस चैट को कर पाएंगे सशेड्यूल-

टेलीग्राम एप्प में अब ग्रुप एडमिन अपनी सुविधा के हिसाब से वॉइस चैट को तारीख और समय के साथ शेड्यूल कर सकते है। यह फीचर कम्युनिटी मेंबर्स को अपने दोस्तों का पता लगाने और कॉल करने का समय देता है।

उम्मीद है आपको ये शानदार फीचर्स पंसद आए होंगे।

ट्विटर यूजर्स के लिए सबसे बड़ी चिंता,निरंतर कम क्यों हो रही फॉलोअर्स की संख्या?

ये देखा गया है ट्विटर पर अकसर आरोपों का सिलसिला लगा ही रहता है। लेकिन इस बार एक अलग ही तरह का आरोप देखने को मिल रहा है कि अचानक ट्विटर यूजर्स के फॉलोअर्स कम होना?

एक वर्ष पहले भी ट्विटर यूजर्स ने अपने फॉलोअर्स कम होने का आरोप लगाया था और *ट्विटर फॉलोअर्स घटाना बंद कर इस हैशटैग ने भारत ट्रेंड में 16वे नंबर पर ट्रेंड किया था। इस हैशटैग पर आठ हजार से अधिक ट्वीट हुए थे।

अचानक ट्विटर यूजर्स के कम हो रहे है फॉलोअर्स-

अब सबसे बड़ी बात ये निकल के सामने आ रही है कि बॉलीवुड अभिनेता अनुपम खेर का कहना है कि सोशल मीडिया साइट ट्विटर पर 36 घंटे के भीतर उनके 80 हज़ार फ्लॉवर्स कम हो गए है। अनुपम खेर के अलावा रिचा अनिरुद्ध और कई लोगों के द्वारा भी इस बात का खुलासा किया गया है।

यूजर्स के अचानक से ही फॉलोअर्स कम होने की शिकायत से इस बार ट्विटर ने अपनी सफाई दी और बताया है कि किस वजह से उसको परेशानी हुई तो आइए जानते हैं क्या है इसके पीछे बड़ी वजह ?

ट्विटर स्पैम प्रोफाइल को हटा रहा है-

संभवतः ट्विटर का कहना है कि इसके पीछे वजह स्पैम प्रोफाइल को ट्विटर से हटाना है। एक पोस्ट द्वारा ट्विटर का बताना है कि कंपनी सबसे अधिक मनमाने ढंग से अपनी वैरिफाई करने के लिए कहती है। जैसे कि फोन नंबर या पासवर्ड नंबर से। इस तरह कंपनी द्वारा बताया गया कि “हम ऐसे स्पैम को रोकने और सभी खातों को सुरक्षित रखने में मदद के लिए नियमित रूप से ऐसा कर रहे हैं। जिसका अनिवार्य रूप से मतलब है कि जो प्लेटफॉर्म होता है वो उन खातों की जांच करता है जो अस्थायी रूप से ईमेल आईडी के साथ बनाएं गए। ट्रोल खातों के रूप में काम व ऑफलाइन व्यवहार द्वारा प्रोजेक्ट किये जाते है, अगर ट्विटर का कोई भी अकाउंट फर्जी या निष्क्रिया पाया जाए तो उस ट्विटर अकाउंट को लाक कर दिया जाता है। ऐसे यूजर्स दूसरों के फाॅलोअर्स लिस्ट में दिखाई नहीं देते।

Twitter द्वारा via SMS service को बंद करना भी हो सकती है इसकी एक वजह-

जैसे कि हम जानते ही हैं कि पिछले वर्ष ट्विटर द्वारा अधिकांश देशों में एसएमएस सेवा के माध्यम से ट्विटर को बंद करने का फैसला किया था। एसएमएस सेवा के साथ-साथ कंपनी ने कमजोरियों के बाद यूजर्स के ट्विटर खाते को सुरक्षित रखने का निर्णय लिया था। ट्विटर ने दावा किया था कि इस सेवा को हटाने के कारण, कुछ यूजर्स को अपने ट्विटर पर कुछ फाॅलोअर्स की संख्या में गिरावट देखने को मिल सकती है। कंपनी ने बताया कि इन निष्क्रिय खातों को हटाने के बाद उपयोगकर्ताओं के ट्विटर प्रोफाइल अधिक सक्रिय व प्रामाणिक फाॅलोअर सुनिश्चित होंगे।

एक्टिव अकाउंट न होने पर उनको हटा देना भी बन रहा है, इसकी एक वजह-
‌‌
ट्विटर ने बताया है कि निष्क्रिय व लगातार रिपोर्ट किए जा रहे अकाउंट को प्लेटफार्म से हटा दिया जाता है। जिसका असर यूजर्स के फाॅलोअर्स के कम होने पर देखने को मिलता है। ट्विटर ने यह भी बताया है कि उनके प्लेट फार्म द्वारा झूठी बातों को फैलाने से रोकने के लिए नया साॅलयूशन लाया गया है। जो ये फीचर बर्डवाॅच के नाम से लाया है।

अब सबसे ज्यादा यह विषय चर्चा में है, ट्विटर पर निरंतर फॉलोअर्स का घटना। इस तरह यूजर्स के द्वारा ट्विटर के काम करने के तरीकों पर सवाल उठाए जा रहे हैं और शिकायतों का सिलसिला निरंतर जारी है। ट्विटर ने अपनी तरफ से सफाई भी दें दी है। क्या यूजर्स उनकी बात मानेंगे? अब देखना है कि इसके बारे में ट्विटर का अगला कदम क्या होगा।

स्मार्टफोन इस्तेमाल करने वालों को अब नहीं करना पड़ेगा ज्यादा काम करने पर, कम बैटरी होने की समस्या का सामना –

हाल ही में स्मार्टफोन खरीदने वालों के लिए खास ऑफर आया है। क्योंकि अब 10,000 रु. से कम कीमत में मिलने वाले शानदार स्मार्टफोन में मिलेगी 6000 mAh की दमदार बैटरी के साथ-साथ कई नए व खास फीचर्स भी दिए जा रहे हैं।

आखिर क्यों बढ़ रही है निरंतर स्मार्टफोन की मांगे –

आज प्रत्येक व्यक्ति स्मार्टफोन का इस्तेमाल इतना कर रहा है। फोन हमारे शरीर का एक हिस्सा बन गया है, यदि हमारे पास कुछ घंटों के लिए स्मार्टफोन न हो तो हम अपने आपको लाचार महसूस करते है।

कोरोना महामारी के चलते प्रत्येक व्यक्ति अपने घर में ही रहकर प्रत्येक कार्य अपने स्मार्टफोन से ही कर रहा है जैसे कि

  • बच्चों की पढ़ाई के लिए।
  • ऑफिस के काम व मीटिंग के लिए।
  • लाॅकडाउन के चलते घरों में अपना खाली समय स्मार्टफोन में बताने के लिए।
  • घर की शाॅपिंग के लिए व अन्य प्रत्येक क्षेत्र में स्मार्टफोन का इस्तेमाल इतना बढ़ गया है। अब तो प्रत्येक कार्य इसके माध्यम से ही किए जा रहे हैं। ऐसे में लंबे समय तक बैटरी का साथ देना आवश्यक है इसलिए यदि आप बाजार से अधिक बैटरी क्षमता वाले स्मार्टफोन को खरीदना चाहते हैं, तो बाजार में बहुत से स्मार्टफोन के विकल्प है। परन्तु कुछ फोन 10000 रु.से भी कम कीमत पर ज्यादा बैटरी की पावर देने वाले 6000mAh के बारे में बताते हैं।

Realme C15-
रू..8,999 रु.

यदि आप कम कीमत में दमदार बैटरी वाले स्मार्टफोन को खरीदना चाहते हैं, तो Realme C15 को खरीदे जैसे कि

  • इसमें 6000Mah की दमदार बैटरी दी गई है।
  • Media Tech Helio G35 प्रोसेसर में काम करने वाला।
  • क्वाड रियर कैमरा दिया गया है।
  • फोन में सेंसर 13MP तक का है।
  • फ्रंट कैमरा 8MP है
  • प्राइवेसी के लिए इसमें रियर माउंटेड फिंगरप्रिंट सेंसर दिया गया है।
  • 6.5 इंच की फोन में एचडी + डिस्प्ले दिया गया है।

Infinix Hot 10S-
कीमत- 9,499 रु.

भारतीय बाजार में इस स्मार्टफोन को लाॅन्च किया गया है‌, जो दमदार 6000mAh की बैटरी के साथ आया है।

  • यह Media Tek Helio G85 से लैस है।
  • 6.82 इंच की डिस्पले दी गई है।
  • 48MP का ट्रिपल रियर कैमरा।
  • फ्रंट कैमरा 8MP
  • एंड्राइड 11 ओएस पर आधारित है।

Samsung Galaxy F 12 –

  • कीमत..9,999 रु.
  • ये एंड्रॉइट 11ओएस पर काम करता है।
  • Samsung Galaxy F12 को 8nm चिपसेट पर पेश किया गया है।
  • 6.55 इंच का डिसप्ले दिया गया है।
  • 48MP का क्वाड रियर कैमरा भी है।
  • 6000mAh की दमदार बैटरी भी उपलब्ध है।

Moto G10 Power –

  • कीमत 9,999
  • इसमें 6.51 इंच की HD + डिस्प्ले दी गई है।
  • ये ऑक्टा-कोर Snapdragon 460 प्रोसेसर पर काम करता है।
  • क्वाड रियर कैमरा सेटअप।
  • 48MP प्राइमरी कैमरा।
  • 8MP वाइड एंगल लेंस व 2MP मैक्रो लेंस।

जरुर पढ़ें-

  • भारत में 20 मई को लॉन्च होने वाला 6000mAh बैटरी के साथ Infinix Hot 10S स्मार्टफोन ।
  • जोकि Redmi और Realme को देने वाला है कड़ी टक्कर।

इसके इलावा अन्य भी स्मार्टफोन की सुविधाएं दी जा रही है जैसे कि

Moto G60 और G40 Fusion भी हो चुके हैं लांच। जिसकी बैटरी 6000mAh की दमादम के साथ साथ 108 MP कैमरा भी दिया गया है।

  • Redmi Note 10
  • Realme Narzo 30A
  • Realme C25

यदि आप भी बाजार से नया स्मार्टफोन खरीदना चाहते हैं, तो इन स्मार्टफोन से कोई भी विकल्प बहुत कम दामों में खरीद सकते हैं। जिनकी बैटरी की पावर भी 6000 mAh है, जोकि लंबे समय तक चल सकती है।

क्या आम दिखने वाला Neeva search engine ऐप बेहतर बनकर दे पाएगा गूगल को टक्कर-
गूगल एक ऐसा सर्चिंग ऐप है, जिसको कोई भी ऐप अब तक चुनौती दे पाने में सक्षम नहीं हुआ है। परन्तु अब नीवा सर्च इंजन ऐप को लांच किया गया है, जोकि इसको चुनौती देने में सक्षम हो सकता है। 

क्या है नीवा सर्च इंजन –

नीवा सर्च इंजन गूगल की तरह ही user द्वारा सर्च की गई सामग्री खोजकर सभी प्रकार की जानकारी उपलब्ध करवाता है। जोकि हमें पता नहीं चल रही होती हम इस पर सर्च करके उसके बारे में आसानी से जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। गूगल के साथ-साथ दूसरे सर्च इंजन कुछ सर्च करने पर अपने यूज़र्स को बहुत सारे विज्ञापन दिखाते है, तो नीवा सर्च इंजन बिना किसी विज्ञापन के अपने यूज़र्स को जानकारी उपलब्ध करवाता है।

नीवा सर्च इंजन को किसने बनाया – नीवा सर्च इंजन को Sridhar Ramswamy और Vivek Raghunathan द्वारा 2018 में मिलकर बनाया था, जो पहले गूगल के पूर्व-कर्मचारी रहे चुके हैं। जिसका उद्देश्य यूज़र्स को एक ऐसा सर्च इंजन मुहैया करवाना है, जिसमें आपको मतलब की ही जानकारियां मिलेंगी जिस से आपका समय बर्बाद नहीं होगा।

क्या गूगल की तरह नीवा सर्च इंजन का इस्तेमाल करना मुफ्त होगा –

जी नहीं, गूगल की तरह नीवा सर्च इंजन मुफ्त नही होगा। क्योंकि नीवा सर्च इंजन में कोई ads नहीं होगी और ये आपकी कोई निजी जानकारी इकत्र नहीं करेगा।गूगल जहां ads दिखाकर कमाई करता है, तो वहीं नीवा अपनी subscription fees द्वारा कमाई करता है।

नीवा सर्च इंजन और गूगल सर्च इंजन में अंतर –

  • गूगल सर्च इंजन अपने यूज़र्स से किसी प्रकार का कोई पैसा नहीं लेता, तो दूसरी ओर नीवा सर्च इंजन का इस्तेमाल करने पर तय राशि का भुगतान यूज़र्स को करना पड़ेगा।
  • गूगल सर्च इंजन कई तरह के यूजर्स को ads दिखाता है, तो इसके साथ ही नीवा सर्च इंजन में किसी प्रकार की कोई ads नहीं दिखाएगा।
  • गूगल सर्च इंजन यूज़र्स की privacy में दख्ल देने के साथ साथ बहुत सारा डाटा भी इकट्ठा करता है। परन्तु नीवा सर्च इंजन में सारा डाटा सुरक्षित रहता है।
  • गूगल सर्च इंजन केवल web- search ही करता है, तो नीवा सर्च इंजन में आप अपनी personal files को भी सर्च कर सकते हैं। इसके साथ-साथ ये अपने यूज़र्स को Apple Map, Bing search Result जैसी जानकारी क्षेत्रों का उपयोग करता है। तो दूसरी ओर गूगल खुद ही सभी जानकारी को एकत्रित और प्रकाशित करता है।

श्रीधर रामास्वामी को Google की दखल अंदाजी पसंद नहीं आई, इसलिए उन्होंने यूज़र्स की निजी जानकारी को सुरक्षित रखने के लिए नीवा सर्च इंजन ऐप को शुरू किया ताकि यूज़र्स की निजी प्राइवेसी बिल्कुल सुरिक्षत रहे और उन्हें किसी भी समस्या का सामना न करना पड़े।

आपको बता दें कि दूसरों की निजी जानकारी की इतनी सुरक्षा करने वाला नीवा ही एक एकलौता सर्च इंजन ऐप है, जो दूसरों के डाटे को सुरक्षित रखता है।

सच में नीवा सर्च इंजन ऐप गूगल की तरह आपका कोई भी डाटा इकट्ठा नहीं करेगा –

जी हां, परन्तु ये पूरा सच नहीं है। नीवा सर्च इंजन आपकी कुछ ऐसी जानकारी रखेगा जैसे कि आपको कौन सी न्यूज़ व खेलों में दिलचस्पी रखते है इत्यादि।

नीवा से आपको पूरी तरह सुरक्षित रखने के साथ-साथ आपको किसी भी विज्ञापनदाता को बेचा नहीं जाएगा और न ही कोई ग़लत इस्तेमाल किया जाएगा।

बहुत से प्रोफेशनल लोग ऐसे हैं, जिनके पास समय और डाटा की कीमत बहुत ज्यादा है। उनके लिए नीवा सर्च इंजन बहुत अच्छा विकल्प हो सकता है।

नीवा सर्च इंजन में बहुत से प्लान है, परन्तु समय के साथ-साथ आने वाले दिनों में हमें नीवा सर्च इंजन में बहुत सारे बदलाव देखने को मिलेंगे। 

परन्तु रामास्वामी का कहना है कि नीवा के यू़ज़र्स का experience इसको इतना बेहतर बना देगा कि जो लोग Google का इस्तेमाल करते हैं, वह इसे भूल जाएंगे और नीवा सर्च इंजन को अपनाएंगे।

यदि हम भी अपने डाटा को सुरक्षित रखना चाहते हैं, तो हमें भी नीवा सर्च इंजन का इस्तेमाल करना होगा क्योंकि अपनी सुरक्षा अपनो हाथों में ही है नीवा सर्च इंजन का इस्तेमाल करने से हम ads से बच सकते हैं।

नीवा को बहुत कम लोग जानते हैं क्या आने वाले समय में गूगल को मात देकर ये ऐप लोगों के बीच लोकप्रिय हो जाएगा। ये तो समय ही बताएगा कि कई वर्षों से चल रहे गूगल सर्च इंजन का कोई मुकाबला कर सकता है या नहीं।