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Digital Strike By Central Government against Fraud YouTube channels

भारत सरकार द्वारा की गई डिजिटल स्ट्राइक का मकसद-

आजकल सोशल मीडिया का जमाना है। हर कोई सोशल मीडिया से जुड़ा हुआ है और कोई भी न्यूज इंसान तक कुछ ही समय में पहुंच जाती है।

लोगों ने सोशल मीडिया को एक जरिया बना लिया है, अपनी बात दूसरों तक पहुंचाने का। अगर कोई फेमस चैनल किसी गलत न्यूज को भी अपलोड कर देता है, तब लोग उस पर बिना सोचे समझे विश्वास भी कर लेते हैं।

ऐसे में लोगों के अंदर, देश और समाज के प्रति नेगेटेविटी फैलाना आम बात बन जाती है।

सूचना और प्रसारण मंत्रालय ने किया 18 फर्जी यूट्यूब चैनल को ब्लॉक-

सूचना और प्रसारण मंत्रायल ने यूट्यूब पर 18 भारतीय और 4 पाकिस्तानी चैनलों को ब्लॉक कर दिया है। ये चैनल्स भारतीय विरोधी कंटेंट और फेक न्यूज फैला रहे थे।

सूचना और प्रसारण मंत्रालय ने एक रिपोर्ट में कहा है कि ये चैनल्स दर्शकों को गुमराह करने के लिए समाचार न्यूज चैनलों का इस्तेमाल कर रहे हैं। इन चैनल्स की व्यूअरशिप 260 करोड़ से अधिक थी।

इसलिए IT के नियम 2021 के तहत 18 भारतीय यूट्यूब चैनल और 4 पाकिस्तानी चैनलों को ब्लॉक कर दिया है। इसके साथ साथ 4 ट्विटर अकाउंट, 1 फेसबुक और 1 न्यूज साइट को भी ब्लॉक किया गया है।

फर्जी यूट्यूब चैनलों को ब्लॉक करने का कारण

सूचना और प्रसारण मंत्रालय की रिपोर्ट के अनुसार ये चैनल्स भारतीय सशस्त्र बलों, जम्मू और कश्मीर जैसे विषयों को लेकर गलत अफवाहें फैला रहे थे।इसके साथ-साथ यूक्रेन की मौजूदा स्थिति को लेकर लोगों को गलत न्यूज दिखाई जा रही थी। इन चैनल्स का मकसद लोगों को भारत के विदेशी संबधों को खतरे में डालना है। इसी लिए ये चैनल्स भारत विरोधी कंटेंट पोस्ट कर रहे थे।

पहले भी सूचना और प्रसारण मंत्रालय द्वारा ऐसे 78 फर्जी यूट्यूब चैनल्स को ब्लॉक किया है, ताकि देश में गलत न्यूज से लोगों को गुमराह न किया जा सके।

इंजीनियर को हमारे समाज में रीढ़ की हड्डी के रूप में देखा जाता है। इंजीनियर के हाथों में जादू होता है, जो अपनी रचनाओं से दुनिया को मोहित व आकर्षित करते हैं। एक इंजीनियर ही होता है जो अपनी कला से भविष्य के काम को आसान बनाने के साथ-साथ परिपक्वता और क्षमता के उच्च स्तर तक पहुंंचाने के लिए उचित उपकरण बनाता है।

एक उन्नत तकनीकी दुनिया में रहने के लिए और अपने विचारों को वास्तविक में बदलने के लिए इंजीनियर्स की आवश्यकता होती है। आज की दुनिया में इंजीनियर्स बहुत ही अहम भूमिका निभा रहे हैं।

आइए हम सब भी जानते हैं कि इंजीनियरिंग दिवस क्यों मनाया जाता है और इसका क्या महत्व है??

जैसे कि डाक्टरों को सम्मान देने के लिए डाक्टर्स डे व अन्य डे मनाए जाते हैं। उसी तरह इंजीनियर्स को सम्मान देने के लिए इंजीनियर्स डे मनाया जाता है।

इंजीनियर्स डे क्यों मनाया जाता है??

 

सभी इंजीनियर्स को सम्मान देने के लिए इंजीनियर डे मनाया जाता है। भारत के एक महान इंजीनियर सर मोक्षगुंडम विश्वेश्वरैया को याद करने के लिए 15 सितंबर को इंजीनियर डे के रूप में मनाया जाता है।

इंजीनियर दिवस कब मनाया जाता है-

इंजीनियर दिवस प्रत्येक वर्ष की तरह इस वर्ष 15 सितंबर को सर मोक्षगुंडम विश्वेश्वरैया के जन्म दिवस पर उन्हें श्रद्धांजलि देने के लिए मनाया जाता है। इन्हें एक अच्छे इंजिनियर की भूमिका निभाने के लिए 1955 में भारत रत्न से सम्मानित किया गया था। इंजीनियर दिवस समस्त इंजिनियरों को सम्मान देने हेतु मनाया जाता है। अलग-अलग जगह में इंजिनियर्स डे अलग अलग तारीख को मनाया जाता हैं। इंजीनियर्स डे मनाने का उद्देश्य आज के युवा को ऐसे ( इंजिनियरिंग) कार्य की ओर प्रेरित करना है।

कैसे मनाया जाता है इंजिनियर डे??

इंजीनियर डे को लोग एक दूसरे को बधाई देकर मनाते हैं। लोग सोशल मीडिया, फ़ोन के माध्यम से एक दूसरे को बधाई देते हैं। मैसज भेजे जाते हैं और मोक्षगुंडम विश्वेश्वरैया जी को याद करके स्कूलों व काॅलेज में कई कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं, जिसके द्वारा उन्हें याद किया जाता है।

वर्ष 2021 में मोक्षगुंडम विश्वेश्वरैया का 160 वां जन्म दिवस इंजिनियर्स डे के रूप में मनाया जा रहा है। इस दिन कई कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। कोरोना महामारी के चलते स्कूल व काॅलेज बंद होने के कारण कोई भी प्रोग्राम आयोजित नहीं किए गए। शायद 2021 में इस वर्ष 160 वां जन्म दिवस समारोह मनाया जाए।

आइए जानते हैं महान इंजीनियर मोक्षगुंडम विश्वेश्वरैयआ के जीवन परिचय के बारे में:-

जीवन परिचय-

मोक्षगुंडम विश्वेश्वरैया का जन्म 15 सितंबर 1860 में मैसूर रियासत, जोकि आज कर्नाटक राज्य में है, वहां पर हुआ था। इनके पिता का नाम श्रीनिवास शास्त्री जोकि संस्कृत के विद्वान और आयुर्वेदिक चिकित्सक थे। इनकी माता वेंकचाम्मा एक धार्मिक विचारों की महिला थी। जब विश्वेश्वरैया 15 वर्ष के थे, तो इनकी पिता जी का देहांत हो गया था। प्राइमरी स्कूल की पढ़ाई पूरी करने के बाद बैंगलोर चले गए। 1881 में विश्वेश्वरैया मद्रास यूनिवर्सिटी के सरकार से बी.ए की परीक्षा पास की इसके बाद मसूर सरकार से इन्हें सहायता मिली और उन्होंने साइंस कॉलेज पूना में इंजीनियरिंग के लिए दाखिला लिया। वर्ष 1883 में LCE और FCE एग्जाम में उन्होंने पहला स्थान प्राप्त किया।

जब इंजीनियरिंग पास की तो विश्वेश्वरैया को मुंबई सरकार की तरफ से नौकरी का ऑफर आया, फिर उन्हें नासिक में असिस्टेंट इंजीनियर के रूप में काम किया। एक इंजीनियर की भूमिका निभाते हुए उन्होंने बहुत से अद्भुत काम किए। उन्होंने सिन्धु नदी से लेकर सुक्कुर गांव तक पानी की सप्लाई शुरू करवाई इसके साथ ही साथ उन्हेंने “ब्लाक सिस्टम” एक नई सिंचाई प्रणाली को शुरू किया। उन्होंने बाँध में इस्पात के दरवाजे लगवाए ताकि पानी के प्रवाह को रोका जा सके। अब तक ऐसे बहुत से कार्य इनके द्वारा करवाए गए।

हैदराबाद सिटी को बनाने का पूरा श्रेय विश्वेश्वरैया जी को जाता है, उन्होंने एक बाढ़ सुरक्षा प्रणाली तैयार की जिसके बाद समस्त भारत में उनका नाम मशहूर हो गया। इसके अलावा उन्होंने अन्य क्षेत्र में भी सफलताएं प्राप्त की।

सर विश्वेश्वरैया का व्यक्तित्व-

विश्वेश्वरैया एक साधारण, आदर्शवादी व अनुशासन में रहने वाले व्यक्ति थे। शुद्ध शाकाहारी और नशों की लत से दूर व समय के पाबंद थे।

फिट, तंदरुस्त व भाषण देने से पहले उसे लिखते और बाद में अभ्यास भी करते थे। 92 वर्ष की आयु में भी वह बिना किसी लाठी के सहारे चलते। उनके द्वारा शुरू की गई परियोजनाओं के कारण भारत आज उन पर गर्व महसूस करता है। यदि विश्वेश्वरैया आज इतना संघर्ष न करता तो भारत में शायद इतना विकास न हो पाता। भारत में ब्रिटिश राज्य में भी विश्वेश्वरैया ने अपने काम में कोई बांधा नहीं आने दी, बल्कि उनका मुकाबला करके उन्हें दूर किय

विश्वेश्वरैया को प्राप्त अवार्ड-

  • 1955 में विश्वेश्वरैया को “भारत रत्न” से सम्मानित किया गया था।
  • लंदन इंस्टीट्यूशन सिविल इंजीनियर्स, इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ़ साइंस की तरफ से भी इनको सम्मानित किया गया।

इसके अलावा अलग-अलग आठ इंस्टिट्यूट के द्वारा डोक्टरेट की अपाधि दी गई थी।

एक अच्छा इंजिनियर वहीं बन पाता है, जो बचपन के खिलौने को तोड़कर खुश होता है और जो किताबी ज्ञान को वास्तविक रूप दे। जो व्यक्ति जीवन में कुछ बनने का सपना लेकर आगे चलता है वो ही जीवन में सफलता प्राप्त करता है।

जैसे कि हम जानते हैं कि एक इंजीनियर की हमारी जिंदगी व हमारे समाज को क्या देन है। एक इंजीनियर ने हमारी जिंदगी को बदलकर ही रख दिया जैसे कि आज से 15 वर्ष पहले टैलीफोन आए जिसके द्वारा हम एक-दूसरे से कही भी बैठे बातचीत कर सकते थे। इसके बाद स्मार्टफोन आए जिसके माध्यम से कोरोना काल में बच्चे अपनी पढ़ाई इस से कर रहे हैं। हम अपने आस पास की प्रत्येक इंजीनियर्स को समाज में रीढ़ की हड्डी के रूप में देखा जाता है।

 

एयरटेल, वोडाफोन – आइडिया और जिओ कंपनियों द्वारा जारी किए गए ₹130 से भी कम अनलिमिटेड कॉलिंग और 4G इंटरनेट प्लांस

मोबाइल फोंस कंपनी द्वारा अनलिमिटेड कॉलिंग और 4G इंटरनेट डाटा प्लांस जारी किए जाते हैं। जिनकी एक समय सीमा होती है। कईं प्लेंस में हमें रोजाना इंटरनेट डाटा मिलता है और उसे उसी दिन में ही खत्म करना होता है।

इस वजह से यूजर्स को कई बार परेशानी का सामना करना पड़ता है। जैसे कि अगर उस दिन का डाटा खत्म हो जाए, तो उसे दोबारा से 4G इंटरनेट डाटा डलवाना पड़ता है या फिर अगर यूजर्स ने उस दिन अपने 4G इंटरनेट डाटा का इस्तेमाल नहीं किया तो उस दिन का डाटा कंपनी को ही वापस हो जाता है।

इस समस्या को हल करने के लिए कंपनियों ने सस्ते और अनलिमिटेड कॉलिंग 4G इंटरनेट डाटा प्लांस भी उपलब्ध करवाए हुए हैं।

बढ़ती मंहगाई के कारण सभी कंपनियों ने जहां अपने अनलिमिटिड कॉलिंग और 4G इंटरनेट डाटा प्लान को महंगा कर दिया है, वहीं कंपनियों ने अनलिमिटीड कॉलिंग के 130 रुपए से कम के प्लान भी उपलब्ध करवाए हैं।

इन अनलिमिटेड कॉलिंग प्लांस में कॉलिंग सुविधा 24 घंटे फ्री होती है और इंटरनेट डाटा निश्चित समय के लिए उपलब्ध होता है।

जानिए विभिन्न कंपनियों के अनलिमिटेड कॉलिंग और 4G डाटा प्लांस के बारे में डिटेल्स में।

एयरटेल का सबसे सस्ता अनलिमिटेड कॉलिंग और 4G इंटरनेट डाटा प्लान :–

एयरटेल कंपनी द्वारा अनलिमिटेड कॉलिंग और 4G इंटरनेट के लिए बहुत सारे प्लांस उपलब्ध कराए गए हैं।

लेकिन 129 का प्रीपेड प्लान एक ऐसा है, जिसमें यूजर्स को अनलिमिटेड फ्री कॉलिंग और 4G इंटरनेट डाटा 24 दिनों के लिए दिया जाता है।

इसमें यूजर्स को 1GB डाटा 24 दिनों के लिए दिया जाता है और यह डाटा यूजर्स को रोजाना उपलब्ध नहीं करवाया जाता।

इसके साथ ही यूजर्स को 300 फ्री SMS और इसके साथ एयरटेल कंपनी अपने यूजर्स को इस प्लान के साथ wynk music और Airtel extreme एप्स के फ्री सब्सक्रिप्शन भी देती है।

अनलिमिटेड फ्री कॉलिंग और 4G इंटरनेट के साथ एक ऐसा यही प्लान है, जो एयरटेल कंपनी द्वारा सबसे सस्ता और अच्छा है।

जिओ कंपनी का सबसे सस्ता अनलिमिटेड फ्री कॉलिंग और 4G इंटरनेट प्लान :–

जहां एयरटेल कंपनी ने अपने यूजर्स के लिए फ्री अनलिमिटेड कॉलिंग और 4G इंटरनेट प्लांस उपलब्ध कराए हैं। वहीं जिओ कंपनी द्वारा भी फ्री अनलिमिटेड कॉलिंग और 4G इंटरनेट प्लान उपलब्ध कराया है।

जिओ कंपनी के फ्री अनलिमिटेड कॉलिंग और 4G इंटरनेट प्लान में सबसे कम कीमत ₹127 है। जिसकी वैधता 15 दिन की है। किसके साथ यूजर्स को 12GB 4G इंटरनेट डाटा मिलता है।

वोडाफोन आइडिया कंपनी का सबसे सस्ता और अच्छा अनलिमिटेड फ्री कॉलिंग 4G इंटरनेट प्लान:

अपने यूजर्स को खुश करने में वोडाफोन आइडिया कंपनी भी पीछे नहीं रही।

Vodafone-idea कंपनी द्वारा भी ₹130 से कम फ्री अनलिमिटेड कॉलिंग और 4G इंटरनेट डाटा प्लान जारी किया गया है। जिसकी कीमत मात्र ₹129 है। जिसमें यूजर्स को 24 दिन के लिए अनलिमिटेड फ्री कॉलिंग और 2GB 4G इंटरनेट डाटा उपलब्ध कराया जाता है।

इसके साथ vodafone-idea यूजर्स को 300 फ्री SMS सुविधा भी दी जाती है।

वोडाफोन आइडिया कंपनी द्वारा यूजर्स को किसी ऐप का फ्री सब्सक्रिप्शन उपलब्ध नहीं कराया जाता।

अतः अब यूजेस को महंगे प्लान खरीदने की कोई बाध्यता नहीं है। अब यूजर्स ₹130 से भी सस्ते प्लान से अब अनलिमिटेड कॉलिंग और 4G इंटरनेट डाटा जैसी सुविधाएं प्राप्त कर सकते हैं।

जिन बच्चों के लिए ऑनलाइन क्लासेस एक चुनौती बन गई थी, उनके लिए अब जियो लाया नया फीचर Study Mode

यूजर्स को सुविधाएं उपलब्ध करवाने के लिए Jio आए दिन नए-नए प्लान व ऑफर्स पेश करती रहती है। बच्चों की पढ़ाई को लेकर इस बार कंपनी बहुत ही कमाल का फीचर लेकर आई है, जिसे जानकर आप को बहुत ही खुशी होगी।

अक्सर देखा गया है कि बच्चे ऑनलाइन क्लासेस के दौरान पढ़ाई करते समय बोर हो जाते है और उनकी रूची पढ़ाई में कम हो रही है। इस बात को ध्यान में रखते हुए अब Jio ने अपने यूजर्स के लिए वेब ब्राउजिंग ऐप Jio Page (Study Mode) एक नया फीचर ऐड किया है। जिससे अब स्टूडेंट्स पूरी रूची से पढ़ाई कर सकेंगे।
इसके नाम से ही पता चलता है कि ये फीचर पढ़ाई के लिए ही बनाया गया है। Jio की कंपनी का मानना है कि Study Mode यूजर्स के बहुत काम आएगा, जिन बच्चों के लिए घर में बैठकर ऑनलाइन क्लासेस एक चुनौती बनती जा रही है। इसके लिए उन्हें Study Mode Jio पेज के साथ जोड़ा गया है परन्तु अब देखना ये है कि ये फीचर बच्चों के लिए कितना फायदेमंद हो सकता है??

कैसे install करे App –

Study Mode फीचर को install करने के लिए यूजर्स को सबसे पहले jio pages पर वेब ब्राउज़र को डाउनलोड करना होगा।

  • डाउनलोड के पूरा होने के बाद ऐप को ओपन करे।
  • इसको ओपन करने के बाद आपको Mode चुनने का विकल्प मिलेगा।
  • इसके बाद आप स्विच मोड़ विकल्प पर जाकर Study Mode app को install कर सकेंगे।
  • आपकी जानकारी के लिए बता दे की Jio set-Top Box के साथ Jio पेज प्री-इंस्टॉल्ड है। जबकि दूसरे Android यूजर्स सीधा Google Play Store में जाकर डाउनलोड कर सकते हैं।

Study Mode से होने वाले फायदे –

Jio द्वारा अपने नए फीचर Study Mode द्वारा यूजर्स को क्लास के हिसाब से कंटेंट उपलब्ध करवाने के साथ-साथ यूजर्स को अपने विषय के हिसाब से वीडियो के चैनल का सुझाव मिलेगा और साथ ही साथ अपने पसंदीदा कैटेगरी से जोड़ने का विकल्प भी मिलेगा। इसके साथ शिक्षा के क्षेत्र में वेबसाइट्स में जो लिंक दिए जाते हैं। जिसके द्वारा यूजर्स उस लिंक पर क्लिक करके सीधा उस वेबसाइट पर पहुंच जाएगा। इससे सबसे बड़ा फायदा यह होगा गुगल पर खोज करते समय जो समय खराब होता है, उस समय की बचत होगी।

Jio pages एक सुरक्षित प्लेटफार्म है और इसमें 8 भारतीय भाषाओं का सपोर्ट दिया गया है। कोई भी लिंक सेव करने की सुविधा इस वेब ब्राउज़र में मिलेगी। यूजर्स आसानी से उस वेबसाइट को अपने डिवाइस पर जल्दी से ओपन कर सकेंगे।

अब देखना ये है कि jio द्वारा तैयार किया गया ये फीचर बच्चों के लिए कितना फायदेमंद हो सकता है।

गूगल Meet App ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में की समय की पाबंदी

क्या है google Meet ऐप :-

गूगल की एक ऐप है, गूगल मीट जिसके माध्यम से हम लाइव वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग कर सकते हैं।

इसके माध्यम से हम 100 लोगों को एक साथ नोटिफिकेशन भेज सकते हैं और 250 से अधिक लोग एक साथ live मीटिंग कर सकते हैं।

कोरोना महामारी के समय जहां सभी लोग अपने घरों में बंद हो गए थे। उस समय में बच्चों की पढ़ाई जारी रखने में इस ऐप का अहम योगदान रहा है।

ऑफिस मीटिंग से लेकर हर छोटी बड़ी मीटिंग में गूगल Meet ऐप के इस फीचर्स से फ्री में बच्चे घर पर अपनी पढ़ाई कर रहे हैं।

Google Meet को इस्तेमाल करने के फायदे :–

Google Meet के कारण कोरोना के समय में बहुत फायदा हुआ है।

इसके माध्यम से बच्चे फ्री में अपनी पढ़ाई जारी रखे हुए हैं । वहीं इसके माध्यम से 24 घंटे फ्री में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग कर सकते थे।

लेकिन कंपनी का कहना था कि यह सुविधा केवल 30 सितंबर 2020 तक ही होगी। लेकिन इसके बाद इसे 31 मार्च 2021 तक बढ़ा दिया गया था और फिर इसे 30 जून 2021 तक बढ़ा दिया था।

लेकिन अब कंपनी ने फ्री अनलिमिटेड वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग सुविधा को बंद कर दिया है।

कंपनी ने फ्री अनलिमिटेड वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग पर समय की पाबंदी लगा दी है।

क्या है Google Meet ऐप की नई अपडेट्स :–

सितंबर 2020 से गूगल Meet ऐप में समय सीमा निर्धारित पर चर्चा जारी थी।

लेकिन अब यह समय सीमा निर्धारित हो चुकी है।
कंपनी का कहना है, गूगल मीट पर फ्री अनलिमिटेड वीडियो कॉलिंग की सुविधा अब 60 मिनिट की हो चुकी है।
60 मिनट से ज्यादा इस सुविधा को रखने के लिए पैसे देने होंगे।
55 मिनट होते ही गूगल मीट में मीटिंग के बंद होने का नोटिफिकेशन सभी के पास आ जाएगा ।

अब कोई भी Gmail User Google मीट पर 100 लोगों के साथ केवल 1 घंटे के लिए ही विडियो मीटिंग कर सकता है।
Google Meet पर समय सीमा पाबंदी लगाने का कोई औपचारिक कारण नहीं है।

अतः अब Gmail यूजर्स गूगल Meet ऐप पर केवल एक घंटे तक ही फ्री में वीडियो कॉल कर सकते है। इसे ज्यादा समय तक जारी रखने के लिए यूजर्स को सब्सक्रिप्शन प्लान लेना होगा।

जनसंख्या वृद्धि पर रोक लगाए, देश को प्रगति के पथ पर लाएं -‌ विश्व जनसंख्या दिवस 2021

किसी देश, शहर, जिले व क्षेत्र में रहने वाले व्यक्तियों की कुल संख्या को जनसंख्या कहा जाता है। किसी भी देश की जनसंख्या अपने राष्ट् की अमूल्य पूंजी होती है, जो वस्तुओं व सेवाओं का उत्पादन, वितरण और उपभोग करती है। जनसंख्या आर्थिक विकास का संवर्द्धन करती है। लेकिन जनसंख्या वृद्धि किसी भी राष्ट्र के विकास मे रुकावट पैदा करती है।

जनसंख्या वृद्धि क्या है –

किसी क्षेत्र की जनसंख्या का बढ़ना जनसंख्या वृद्धि कहलाता है। जो कई प्रकार की चुनौतियां व अनेक समस्याएं पैदा करती है।जब जनसंख्या जरूरत से ज्यादा बढ़ जाती है, तो देश और दुनिया के ऊपर कई प्रकार के प्रभाव पड़ते है। जनसंख्या वृद्धि से सरकार के पास काम की कमी हो जाती है, बेरोज़गारी की समस्या बढ़ जाती है और अन्य वस्तुओं के दाम बढ़ जाते है। विश्व में जनसंख्या वृद्धि एक समान नही है। स्वास्थ राष्ट्र के निर्माण के लिए जनसंख्या वृद्धि पर रोक लगाना लगाना अति आवश्यक है। आइए हम जनसंख्या विस्फोट के कारण, प्रभाव व उपाय के बारे मे विस्तार से जानते है।

विश्व जनसंख्या दिवस कब व क्यों मनाया जाता है –

विश्व जनसंख्या दिवस को मनाने की शुरुआत संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम की संचालित परिषद द्वारा 1989 में पहली बार हुई। जब विश्व भर की आबादी का आंकड़ा 5 अरब के पास पहुंच गया, तो संयुक्त राष्ट्र की गवर्निंग काउंसिल द्वारा किए गए फैसले के अनुसार 1989 में विकास समुदाय की सिफारिश द्वारा तय किया गया। तब से हर साल 11 जुलाई के दिन को विश्व जनसंख्या दिवस मनाया जाता है।

विश्व जनसंख्या दिवस की 2021 की थीम –

इस वर्ष की नई थीम तैयार की गई है। इस बार की थीम का विषय परिवार नियोजन, लोगों का विकास व राष्ट्र की प्रगति के विषय पर बनाया गया है।

विश्व जनसंख्या दिवस मनाने का उद्देश्य –

विश्व जनसंख्या दिवस मनाने का उद्देश्य दुनिया भर में दिनों-दिन बढ़ रही आबादी को नियंत्रित करने के लिए लोगों को जागरूक करना है। लोगों को जागरूक करने के लिए इस दिन रैलियां निकाल कर, रोड शो किए जाने के साथ-साथ सोशल मीडिया, विभिन्न कार्यक्रमों व सभाओं को आयोजित किया जाता है। जिसका उद्देश्य लोगों में जागरूकता फैलाना है।

विश्व जनसंख्या दिवस का क्या महत्व है –

दिनों-दिन बढ़ती जा रही जनसंख्या विश्व के देशों के सामने बड़ी भयंकर समस्या का रूप ले चुकी है। विकासशील देशों के लिए जनसंख्या विस्फोट एक गंभीर चिंता का विषय बन रहा है। विश्व जनसंख्या दिवस के अवसर पर लोगों को परिवार नियोजन, लैंगिक समानता और मानवाधिकार के बारे में जानकारी दी जाती है।

विश्व भर में बढ़ रही जनसंख्या के कारण –

  1. गरीबी – लोगों की सोच है कि जितने अधिक बच्चे होंगे, उतनी ही आय में वृद्धि होगी। इसलिए वह सोचते हैं कि जितने बच्चे ज्यादा होगे उतनी ही आमदनी ज्यादा होगी और पैसा ज्यादा कमाएंगे।
  2. चिकित्सा सेवाओं में वृद्वि होना – आज हमारे देश भर में आधुनिक चिकित्सक क्षेत्र में बहुत सारी सफलताएं प्राप्त कर ली है। जिसके कारण मृत्यु दर में गिरावट आ रही है और महामारी कुपोषण के कारण मृत्यु दर में कमी आ रही है। यह सब स्वस्थ्य सुधार के कारण ही संभव हुआ है, जोकि जनसंख्या वृद्धि का एक कारण है।
  3. बाल विवाह (छोटी आयु में बच्चों का विवाह करना) – लोग अशिक्षित होने के कारण अपने बच्चों का विवाह छोटी आयु में ही कर देते हैं। जिसके कारण जनसंख्या में वृद्धि हो रही है। ये भी एक कारण है जनसंख्या वृद्धि का।

जनसंख्या वृद्धि से होने वाले नुक्सान –

  1. दिनों- दिन बढ़ रही रोजगार की समस्या – विश्व की जनसंख्या तो दिन-प्रतिदिन बढ़ती जा रही है। परन्तु रोजगार के साधन सीमित ही है। इसलिए देश भर में बेरोजगारी तेजी से बढ़ना भी एक कारण है।
  2. खाद्य सामग्री में समस्या आना – जहां देश की जनसंख्या निरंतर बढ़ती जा रही है, तो दूसरी ओर खाद्य पदार्थों में कमी होती जा रही है। जिसके कारण बच्चों का शारीरिक विकास नहीं हो पाता और बच्चों में पोषण की कमी होती है। खाद्य सामग्री के न मिलने के कारण महंगाई बढ़ रही है।
  3. लोगों का अशिक्षित होना – बहुत से लोग ऐसे हैं जो कि अक्सर अशिक्षित होने के कारण छोटे परिवार के महत्व को नहीं जानते, जोकि जनसंख्या वृद्धि का बहुत बड़ा कारण है।
  4. चिकित्सक व्यवस्था में कमी आना – निरंतर बढ़ती जा रही जनसंख्या के कारण अस्पतालों में अधिक भीड़ होने के कारण रोगियों की देखभाल अच्छे ढंग से नहीं हो पा रही है।
  5. प्रदूषण – जनसंख्या में लगातार वृद्धि होने के कारण जल, वायु और मृदा प्रदूषण बढ़ता जा रहा है।
  6. कृषि भूमि का बटवारा होना – परिवार में ज्यादा बच्चे होने के कारण परिवार का बंटवारा होने पर भूमि का भी बंटवारा हो जाता है। जिससे आर्थिक स्थिति कमजोर हो जाती है।

जनसंख्या वृद्धि को नियंत्रित करने के लिए दिए गए सुझाव –

  1. कठोर कानून व्यवस्था – भारत में निरंतर बढ़ रही जनसंख्या वृद्धि को रोकने के लिए कठोर कानून व्यवस्था होनी चाहिए।
  2. उचित शिक्षा की व्यवस्था – बढ़ती हुई जनसंख्या वृद्धि को नियंत्रित करने के लिए उचित शिक्षा की व्यवस्था अति आवश्यक है। क्योंकि शिक्षा के माध्यम से ही हम छोटा परिवार सुखी परिवार के बारे में ज्ञान प्राप्त कर सकेंगे।
  3. आर्थिक सुधार – व्यक्ति को उसकी योग्यता के अनुसार ही अवसर उपलब्ध करवाकर हम उसकी आर्थिक स्तर में सुधार लाया जा सकता है।

निष्कर्ष:

2011 में की गई जनगणना के अनुसार भारत की आबादी 121 करोड़ थी, जो 2030 तक चीन से ज्यादा होने का अनुमान है। अगर ऐसे में भारत की जनसंख्या बढ़ती गई तो भारत सरकार के लिए ये एक बहुत बड़ी चुनौती है।जनसंख्या को नियंत्रित करने के लिए उच्च स्तर पर प्रयास होने चाहिए‌ व परिवार नियोजन के लिए में लोगों को जागरूकता फैलानी चाहिए।

आज के समय में कोरोना महामारी के अलावा अगर कोई चीज दुनिया में सबसे ज्यादा फैल रही है, तो वह है नशे की बुरी लत। यह एक बीमारी की तरह है, जो लोगों को धीरे-धीरे खोखला करके मौत की नींद सुला रहा है।ड्रग्स का सेवन मनुष्य के लिए बहुत हानिकारक है। यह मनुष्य के शरीर को बिल्कुल खत्म कर देता है। उसमें जीने की, सोचने की, खाने पीने की कोई क्षमता नहीं रहती।

इंटरनेशनल डे अगेंस्ट ड्रग एब्यूज कब मनाया जाता है-

यह प्रतिवर्ष 26 जून को ड्रग दुरुपयोग और अवैध तस्करी के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय दिवस मनाया जाता है।

लोग नशों का सेवन क्यों करते हैं-

आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में ज्यादा पैसे कमाने के चक्कर में लोग चिंताओं में घिर जाते हैं। जिसके कारण वह नशा लेने के लिए मजबूर हो जाते हैं। उनके लिए नशा ही एकमात्र ऐसा उपाय होता है, जिससे वह अपनी चिंताएं दूर कर सकते हैं।

नशो का सेवन करने से होने वाली बीमारियां-

नशे बर्बादी का घर है, जिसने कई लोगों के घरों को नर्क बना दिया है। नशा व्यक्ति को कैंसर व अन्य बीमारियों को बुलावा देने के साथ-साथ उन्हें अंदर ही अंदर से खोखला कर देता है। जिससे व्यक्ति अपनी स्वर्ग बनी जिंदगी को नर्क बना लेता है।

अंतरराष्ट्रीय नशा निषेध दिवस की शुरुआत-

संयुक्त राष्ट्र के सहयोग से अंतरराष्ट्रीय नशा निषेध दिवस की स्थापना 1987 वर्ष में हुई थी। तब से दुनियाभर में 26 जून को अंतरराष्ट्रीय नशा निषेध दिवस के रूप में मनाया जाता है। संयुक्त राष्ट्र ने 1987 में एक प्रस्ताव पेश किया, जिसने पूरे विश्व को नशा मुक्त करने की बात की। इसे सभी देशों की सर्वसम्मति से पास कर दिया गया। इसके बाद 26 जून को हर वर्ष 1987 को पहली बार अंतरराष्ट्रीय नशा निषेध दिवस के रूप में मनाया गया और फिर हर साल 26 जून को मनाया जाने लगा।

क्यों मनाया जाता है-

नशीली दवाओं के दुरुपयोग और अवैध व्यापार के विरोध के लिए अंतरराष्ट्रीय दिवस पर जोर दिया जाता है‌ और इस दिन को मनाया जाता है। विश्व में नशीली दवाओं की समस्याओं की समझ में सुधार करना और स्वास्थ्य शासन और सुरक्षा पर इसके प्रभाव का मुकाबला करने के लिए अधिक से अधिक अंतरराष्ट्रीय सहयोग को बढ़ावा देना है।

अंतर्राष्ट्रीय नशा निरोधक दिवस का उद्देश्य-

इस दिवस का मुख्य उद्देश्य अंतरराष्ट्रीय स्तर पर नशीली दवाओं से छुटकारा पाना है तथा समाज में सशक्तिकरण लाना है। इस दिन विभिन्न संगठन अवैध नशे की चुनौतियों को शांतिपूर्ण संबोधित करने पर जोर देते हैं।समाज की भलाई के लिए यह अभियान शुरू किया था। ये दिन लोगों को नशों से मुक्ति दिलवाने व जागरूकता फैलाने के उद्देश्य से मनाया जाता है।

अंतर्राष्ट्रीय नशा निरोधक दिवस का महत्व-

26 जून को नशे के खिलाफ विशेष दिन को माना जाता है। क्योंकि पूरे विश्व में नशे को रोकने का प्रचार किया जाता है, इस दिन नशे की चपेट में आने वाले लोगों को जागरूक किया जाता है। नशीली दवाओं के सेवन और अवैध तस्करी के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय दिवस मनाया जाता है।

2021अंतरराष्ट्रीय नशा निषेध दिवस की थीम-

प्रत्येक वर्ष क्राइम कार्यालय इस दिन के लिए एक थीम का चयन करते है। 2021अंतरराष्ट्रीय नशा निषेध दिवस की थीम ‘न्याय के लिए स्वास्थ्य, स्वास्थ्य के लिए न्याय’ इस बार की थीम लोगों से अपनी हेल्थ के साथ न्याय करने की अपील करती है।

शिक्षण संस्थानों में स्टूडेंट्स ड्रग्स का शिकार हो रहे-

कुछ माता-पिता अपने बच्चों को पढ़ाई करने के लिए होस्टल में भेज देते हैं और गलत संगति होने के कारण वह भी नशे करने के आदि हो जाते हैं।

राष्ट्रीय ड्रग्स और क्राइम कार्यालय-

संयुक्त राष्ट्र ड्रग्स और क्राइम कार्यालय एक अंतरराष्ट्रीय संगठन है। यह संगठन मादक पदार्थों के दुरुपयोग और उसके उत्पादन के खिलाफ लड़ रहा है। जिसे एक अंतरराष्ट्रीय अपराध माना जाता है। इस संगठन को साल 1997 में संयुक्त राष्ट्र ड्रग्स कंट्रोल कार्यक्रम के साथ अंतरराष्ट्रीय अपराध निवारण केंद्र में विलय करते स्थापित किया गया था।
नशीली दवाओं की तस्करी अपराध दर में वृद्धि और अंतरराष्ट्रीय आतंकवाद के खिलाफ वर्ष में सदस्यों की सहायता करने में मदद के लिए संयुक्त राष्ट्र अक्सर क्राइम कार्यालय अनिवार्य है।

ड्रग्स के दुरुपयोग-

ड्रग्स का सेवन बहुत बुरी आदत है। यह लत पर पड़ जाए तो उसे पीछा छुड़वाना बहुत मुश्किल है। यह हमारे शरीर के लिए बहुत हानिकारक है, बल्कि विभिन्न आयु के लोगों को भी प्रभावित करती है। यह व्यक्तियों और समाज को कई क्षेत्रों में नष्ट कर देती है, ऐसे ड्रग्स की लत के कारण भूख, भार, कब्ज, चिंता का बढ़ना और चिड़चिड़ापन, नींद ना आना,और कामकाज की हानि का गंभीर नुकसान होता है।

ड्रग्स की अवैध तस्करी-

नशीले पदार्थों की तस्करी एक अंतरराष्ट्रीय अवैध व्यापार है। इसमें मूलभूत कानूनों के मुताबिक निश्चित पदार्थ उत्पादन, खेती, प्रसार बिक्री शामिल है। अंतर्राष्ट्रीय व्यापार का अवैध व्यापार क्रीम 1% होने का अनुमान है। उत्तरी व्यापार मार्ग और बाल्कन क्षेत्र मुख्य ड्रग ट्रैफिकिंग क्षेत्र है। जो पूर्वी और पश्चिमी महाद्वीपों में अन्य अंतरराष्ट्रीय बाजारों के बड़े बाजार में अफगानिस्तान को लिंक करते हैं और वहां से ड्रग्स की अवैध तस्करी की जाती है।

निष्कर्ष-

समाज में दिनों-दिन बढ़ रही नशे की आग में सभी वर्ग के लोग झुलस रहे हैं। युवाओं में नशे की लत कम होने का नाम ही नहीं ले रही है। जहां लोग पहले दूध और छाछ (लस्सी) पिया करते थे, वहीं लोग शराब व नशा करके अपना जीवन व्यतीत कर रहे हैं। आइए हम सब भी देश के उज्जवल भविष्य के लिए कभी भी नशा न करने का प्रण करे और स्वच्छ विश्व का निर्माण करें।

Best Summer Destinations-

गर्मियों का मौसम आते ही चिलचिलाती गर्मी से राहत के लिए सभी को अक्सर प्रकृति के अद्भुत नजारों की याद सताने लगती है। ऐसा लगता है मानो पहाड़ उसे बुला रहे हैं। ठंडी-ठंडी हवाएं, बर्फ से ढके पहाड़, घने जंगल, नदियां, झरने, शांत माहौल उसे मानो आवाज दे रहा है। टूरिस्ट डेस्टिनेशन पर जून के महीने में जाना सबसे बेहतर है।

कुछ बेहतरीन टूरिस्ट डेस्टिनेशंस के बारे में आज हम चर्चा कर रहे हैं।

कुफरी-

पहाड़ों पर बर्फीले ढलानों की वजह से स्काईंग का लुफ्त उठाने के लिए कुफरी बेहतरीन जगह है। आप महासू पर्वत की चोटी पर स्काईंग का लुत्फ उठा सकते हैं।यहां स्थित हिमालय नेशनल पार्क में आप जानवरों की विभिन्न प्रजातियों को देख पाएंगे। जैसे ब्राउन भालू , पहाड़ी बकरा,
तेंदुआ आदि खास जानवर है।

लद्दाख-

लद्दाख पर्यटकों के बीच लंबे समय से आकर्षण का केंद्र रहा है। लद्दाख जाने के लिए बेस्ट सीजन अप्रैल से अगस्त तक होता है। मौसम का तापमान कम होने की वजह से लोग गर्मियों में लद्दाख घूमना पसंद करते हैं। कुछ लोग विंटर में भी लद्दाख जाते हैं।
विंटर में यहां की नदियां चादर ट्रेक में बदल जाती हैं।

कुन्नूर-

अगर आप दक्षिण भारत के साथ-साथ नीलगिरी के पर्वतों का लुत्फ उठाना चाहते हैं, तो ऊटी की जगह कुन्नूर का प्लान बनाइए। शांत वातावरण और पर्वतों की नुकीली चोटियां यहां की आकर्षण का केंद्र है। यहां स्थित चाय के बागान और रहस्यमय घाटियां आपको जरूर आकर्षित करेंगी।

रूपकुंड-

अगर आप दिल्ली यश के नजदीक के इलाकों में रहते हैं और कम समय में अच्छी जगह घूम कर आना चाहते हैं, तो रूपकुंड एक शानदार जगह है। रूपकुंड की रहस्यमई झील और उसके पास कैंपिंग का खूबसूरत नजारा आपको बहुत पसंद आएगा।

मेघालय-

मेघालय प्राकृतिक सौंदर्य से भरपूर अत्यंत ही खूबसूरत पर्यटन स्थल है। पर्यटन स्थलों में मेघालय की बात ही कुछ अलग है। मेघालय की खूबसूरत बारिश का नजारा पर्यटकों को खासतौर पर आकर्षित करता है, एशिया का सबसे साफ सुथरा गांव mawlynnong और पृथ्वी का सबसे गिला रहने वाला इलाका मासिनराम भी इसी जगह पर स्थित है।

औली-

यह भारत की सबसे ज्यादा ठंडी जगहों में से एक है। सूरज की किरणों के साथ यहां की हरियाली किसी का भी मन खुश कर देगी। औली का मौसम हमेशा ठंडा रहता है और सितंबर से फरवरी के बीच यहां किसी भी वक्त स्नोफॉल हो जाती हैं।

दार्जिलिंग-

यह जगह स्वर्ग से कम नहीं है ।दार्जिलिंग चाय के बागानों के लिए मशहूर है। दार्जिलिंग की असली खूबसूरती सुबह के नजारों में है। यहां पर आप कई मठों को भी देख सकते हैं।

कुर्ग-

कर्नाटक में बसा हुआ यह इलाका अपनी खूबसूरती के लिए मशहूर है। यहां की घाटियों के नजारे आपको बहुत रहात देंगे। यहां पर आप जंगल और पहाड़ों के नजारे भी देख सकते हैं।

कश्मीर-

जब गर्मियों की राहत पाने की बात हो तो कश्मीर को नहीं भूला जा सकता। कश्मीर को धरती का स्वर्ग कहा जाता है। कश्मीर के पहाड़, गार्डन और कई तरह की झीलें इसकी खूबसूरती को बढ़ाते हैं। यहां की प्राकृतिक छटा देखते ही बनती हैं, डल झील यहां की सबसे प्रसिद्ध झील है।

मनाली-

मनाली बहुत ही हरा-भरा और पहाड़ों से घिरा हुआ इलाका है ।यहां की साफ हवा आपकी थकान दूर कर देगी। यहां पर आप पैराग्लाइडिंग बाइकिंग, राफ्टिंग का आनंद उठा सकते हैं।

शिमला-

शिमला बहुत ही जाना माना हिल स्टेशन है। प्राकृतिक खूबसूरती से भरपूर है। मई-जून की चिलचिलाती गर्मी से बचने के लिए शिमला बहुत ही आकर्षक जगह है।

यहां पर हमने सिर्फ कुछ ही जगहों का जिक्र किया है। भारत तो प्राकृतिक नजारों से भरा पड़ा है। जगह-जगह पर प्राकृतिक सौंदर्य बिखरा पड़ा है। सभी प्रदेशों में बहुत से आकर्षक पर्यटन स्थल है। बस आप ढूंढिए और और घूमने का मन बनाइए आपको बहुत ही खूबसूरत जगह मिलेंगी।

इंस्टाग्राम पर कोई पोस्ट क्यों और कैसे होता है वायरल, कंपनी ने समझाया पूरा फंडा….

आज के समय में शायद ही कोई इंस्टाग्राम का प्रयोग ना करता हो। एक समय था, जब सोशल मीडिया के नाम पर लोग सिर्फ फेसबुक, व्हाट्सएप और टि्वटर को जानते थे। लेकिन इंस्टाग्राम ने आते ही सोशल नेटवर्किंग साइट्स के बीच धूम मचा दी। दुनिया भर में इंस्टाग्राम के 1 बिलियन से ज्यादा यूजर है।

आज सोशल मीडिया उन प्लेटफॉर्म्स में से एक है, जो रातों-रात लोगों को पॉपुलर और फेमस बना देता है।

इंस्टाग्राम क्या है-

इंस्टाग्राम में एक बहुत पॉपुलर सोशल नेटवर्किंग प्लेटफॉर्म है। इंस्टाग्राम की मदद से आप अपने रिश्तेदार या दोस्तों के साथ कनेक्ट रह सकते हैं, उन्हें फॉलो कर इनवाइट कर सकते हैं, उनके साथ इंस्टाग्राम पर मैसेज, फोटो और वीडियो शेयर कर सकते हैं। साथ ही अपनी फोटो या वीडियो एक बेहतरीन कैप्शन के साथ अपने मित्रों के खास ग्रुप में शेयर भी कर सकते हैं। इंस्टाग्राम कम समय में बहुत ही ज्यादा पॉपुलर होने वाली एप्लीकेशन है।

इंस्टाग्राम कब और किसके द्वारा बनाया गया-

इंस्टाग्राम केविन सिस्ट्रोम और माइक क्रीगर के द्वारा 2010 में बनाया गया था। अक्टूबर 2010 में इससे iOS operating system के लिए लांच किया गया था। 2012 में एंड्रॉयड डिवाइस के लिए और विंडोज़ के लिए 2016 में यह एप्लीकेशन तैयार की गई। इंस्टाग्राम की बढ़ती लोकप्रियता के चलते इसे फेसबुक ने 2012 में खरीद लिया।

इंस्टाग्राम शब्द दो शब्दों से मिलकर बना है। instant + camera= Instagram हम इसे फोटो शेयर करना भी कह सकते हैं। इंस्टाग्राम अपने साइट पर शेयर की गई फोटो को फेसबुक व्हाट्सएप तथा ट्विटर पर शेयर करने की सुविधा देता है। इंस्टाग्राम में स्टोरी फीचर सबसे ज्यादा लोकप्रिय है। यूजर अपने पसंदीदा फोटो और वीडियो को अपनी स्टोरी पर लगा सकते हैं। इंस्टाग्राम में हम लाइव वीडियो शेयर कर सकते हैं। इंस्टाग्राम टेलीविजन IGTV इंस्टाग्राम से जुड़ा हुआ एप्लीकेशन है, जिस पर हम 1 घंटे लंबे वीडियो भी शेयर कर सकते हैं।

अन्य एप्लीकेशन की तरह इंस्टाग्राम पर आसानी से फोन में डाउनलोड किया जा सकता है। इंस्टाग्राम ऐप फ्री में डाउनलोड किया जा सकता है। इंस्टाग्राम कैमरा लोगों को फोटो और वीडियो एडिटिंग के साथ शेयर करने की सुविधा देता है। इंस्टाग्राम के अनेक फायदे हैं। इंस्टाग्राम में एक ऐसा नेटवर्क बन चुका है, जिसके माध्यम से लोग ऑनलाइन शॉपिंग और बिजनेस एडवर्टाइजमेंट की ओर रुझान रखने लगे।

इंस्टाग्राम पर कोई पोस्ट क्यों और कैसे वायरल होती है-

कोई भी फोटो या वीडियो अपलोड करने से पहले उससे जुड़े हर स्टाइल के बारे में सर्च कर ले, अगर आप अपने पोस्ट में सही है स्टाइल इस्तेमाल करेंगे तो आपकी पोस्ट को ज्यादा से ज्यादा लोग देख पाएंगे। इससे आपके फॉलोअर्स बढ़ने की भी संभावना रहती है। जब आप किसी ट्रेंडिंग #के साथ पोस्ट करेंगे तो लोग आपके पोस्ट देखने में इंटरेस्ट लेंगे।

जब आप अपनी पोस्ट अपलोड करें तो अपनी लोकेशन को टैग जरूर करें। इसके अलावा आप अपने पोस्ट से जुड़े फेमस लोगों को भी टैग कर सकते हैं। इससे आपके पोस्ट की रीच बढ़ेगी। अगर किसी फेमस इंसान ने आपकी पोस्ट को लाइक या शेयर किया तो आपकी पोस्ट वायरल हो सकती है। इससे आपके फॉलोवर्स की संख्या भी तेजी से बढ़ जाएगी। आप अपने पोस्ट में भाषा का भी जरूर ध्यान रखें ताकि उसकी कोई रिपोर्ट ना कर सके।

अगर आप सोशल मीडिया का इस्तेमाल करते हैं, तो आपको यह आइडिया होगा कि सबसे ज्यादा लोग सोशल मीडिया पर एक्टिव कब रहते हैं। ऐसे में जिस वक्तज्यादा लोग इंस्टाग्राम पर एक्टिव रहते हैं। उसी वक्त पोस्ट को अपलोड करें इससे आपको पोस्ट की रीच बढ़ने में मदद मिल सकती है।

अगर आप अपना कंटेंट अच्छी क्वालिटी का रखेंगे, तो आपको फॉलोइंग तेजी से बढ़ेगी। अगर आप अपनी पोस्ट को ट्रेंडिंग में लाना चाहते हैं, तो करंट मुद्दों से जुड़े कंटेंट को ही पोस्ट करें। अपनी ऑडियंस को ध्यान रखें और बेहतर तरीके से पोस्ट को प्रस्तुत करें। इससे आपको आपने followers बनाने में मदद मिलेगी। इसके अलावा अपने इंस्टाग्राम पर ज्यादा से ज्यादा एक्टिव रहें और पोस्ट करते रहे। आप पॉडकास्ट या लाइव स्ट्रीमिंग में हिस्सा लेकर भी अपना सर्कल बढ़ा सकते हैं।

इंस्टाग्राम का एल्गोरिथ्म यूजर्स के लिए हमेशा से मिस्ट्री रहा है। अब कंपनी इसे यूजर्स को समझाने का प्रयास कर रही है। इंस्टाग्राम ने बताया, क्यों किसी पोस्ट पर काफी ज्यादा व्यूज आते हैं जबकि दूसरों पर नहीं। इसके अलावा भी कंपनी कई और फैक्टर्स को समझाने की कोशिश की।

इंस्टाग्राम के कंपनी हेड एडम मोजरी ने ब्लॉग पोस्ट में इसको लेकर एक्सप्लेन किया है। उन्होंने बताया लोगों को यह गलतफहमी है, कंपनी किसी एक एल्गोरिथ्म के आधार पर डिसाइड करती है। कौन सा पोस्ट यूजर्स को दिखाना है और कौन सा नहीं। इसकी जगह कंपनी कई एल्गोरिथ्म का उपयोग करती है। इन सबके अपने उद्देश्य होते हैं। री ने कहा इंस्टाग्राम एक क्रोनोलॉजिकल फील्ड सिस्टम को 2010 में फॉलो करता था, जब इसे लांच किया गया था।

जैसे-जैसे ज्यादा लोग इससे जुड़ते चले गए, यह असंभव हो गया कि सभी पोस्ट सब को दिखाया जाए। 2016 तक लोग सत्तर परसेंट पोस्ट को अपनी फील्ड में मिस कर रहे थे। फिर क्रोनोलॉजिकल फील्ड को रैंक फील्ड में बदल दिया गया।

कंपनी ने यह भी बताया यह पोस्ट के सिग्नल का यूज करके यूजर्स को अपने प्रेफरेंस के आधार पर पोस्ट दिखाता है। इसमें यूजर्स किसी वीडियो को लाइक करता है या किसी यूजर के वह कितना इंटरेस्ट करते हैं। इस आधार पर पोस्ट दिखाया जाता है। अगर इंटरेक्शन ज्यादा है, तो पोस्ट आपके फील्ड में ऊपर दिखेगा।

इंस्टाग्राम एक ही यूजर के पोस्ट लगातार नहीं दिखाता, इसका कारण है ताकि यूजर को एक ही मैसेज बार-बार नहीं देखना पड़े। इसी तरह ये storage को भी de-priorities करता है। अगर स्टोरी यूजर के न्यू स्पीड से शेयर किया गया है, तो इसे de- prioritise किया जाता है। लेकिन अगर कोई इंपॉर्टेंट स्टोरी को पोस्ट से शेयर किया गया तो इसकी रीच कम नहीं होती।

इसी तरह एक्सप्लोरर स्टेशन को भी अलग-अलग एल्गोरिथ्म और सिग्नल से गरवन किया जाता है। इससे डिसाइड किया जाता है किस तरह की स्टोरी दिलचस्प है। कंपनी के अनुसार यह रोज मिलियंस यूजर को हैंडल करता है। यह वादा नहीं कर सकता है जब आप पोस्ट करें तो यह सबको पहुंच जाए। सच यह है ज्यादातर आपके फॉलोवर्स नहीं देख पाते कि आपने क्या पोस्ट किया है, क्योंकि वह अपने आधे फीड को ही देखते है।

नया अपडेट करने पर टेलीग्राम ऐप दे रहा है, आपको शानदार फ़ीचर

आज कल हर एप में हमें थोड़े समय के बाद कुछ न कुछ नए फ़ीचर देखने को मिलते है। इसी कड़ी के‌ तहत टेलीग्राम ने भी अपने यूज़र्स के लिए कुछ नए फीचर्स लांच किए है।
आईए जानते है, इन नए फीचर्स के बारे में।

बिना चैट से वापस जाकर कर सकते है, प्रोफाइल पिक और बायो एडिट-

अब यूज़र्स को अगर अपनी प्रोफाइल पिक या बायो में कुछ बदलाव करने हैं, तो उन्हें चैट से वापस जाने की जरूरत नहीं, चैट के दौरान भी हम इन्हें एडिट कर सकते है।

पेमेंट की ऑप्शन-

इस ऑप्शन की विशेषता यह है कि पेमेंट के लिए टेलीग्राम कोई कमीशन नहीं लेगा और न ही पेमेंट की डिटेल सेव होगी। इस ऐप से पेमेंट करना सुरक्षित भी होगा।

वेब एप्प-

इस के तहत 2 नए वेब एप्प लॉच किए गए है, जिन में एनिमेटेड स्टिकर्स, डार्क मोड इत्यादि विशेषताएं हैं।

अब वॉइस चैट को कर पाएंगे सशेड्यूल-

टेलीग्राम एप्प में अब ग्रुप एडमिन अपनी सुविधा के हिसाब से वॉइस चैट को तारीख और समय के साथ शेड्यूल कर सकते है। यह फीचर कम्युनिटी मेंबर्स को अपने दोस्तों का पता लगाने और कॉल करने का समय देता है।

उम्मीद है आपको ये शानदार फीचर्स पंसद आए होंगे।