Daughter’s Day बड़ा ही महत्वपूर्ण दिन माना जाता है। माना जाता है कि जब घर में बेटी का जन्म होता है, उसी दिन से हर दिन डॉटर्स डे के रूप में मनाया जाता है। लेकिन उनके अस्तित्व को सम्मान देने के लिए इस दिन का बहुत महत्व माना जाता है। बेटियां ईश्वर की दी हुई नियामत, एक प्यारा सा तोहफा होती है। बेटी के घर में आने से घर में खुशी का अलग ही माहौल होता है। हमारे सभी धर्मों में बेटियों को पूजनीय माना जाता है।
कब और क्यों मनाया जाता हैं
जिस प्रकार हम अपने माता-पिता को सम्मान देने के लिए पेरेंट्स डे मनाते हैं, माता को सम्मान देने के लिए मदर्स डे मनाते हैं और पिता को सम्मान देने के लिए फादर्स डे मनाते हैं। इसी तरह समाज में बेटियों को सम्मान देने के लिए डॉटर्स डे मनाया जाता है।
प्रत्येक वर्ष सितंबर माह के आखिरी रविवार को Daughter’s Day यानी बेटी दिवस मनाया जाता है। इस वर्ष 27 सितंबर को Daughter’s Day के रूप में मनाया जा रहा है। बेटी दिवस को विश्व भर में बड़ी धूमधाम से मनाया जाता हैं।

History of Daughter’s Day
Daughter’s Day के इस विशेष दिन को मनाने की आवश्यकता इसलिए पड़ी क्योंकि हमारे समाज में आज के समय में भी बेटियों को बेटों के मुकाबले कमजोर माना जाता है। जैसे-जैसे डॉटर्स डे मनाने की प्रवृत्ति बढ़ी, तो इसके नतीजे भी सामने आए और पाया गया कि समय बदल रहा है। लोग बेटी के जन्म पर खुशी मना रहे हैं। परिवार के सभी सदस्य इस दिन को बड़े उत्साह से मनाते हैं। यह दिन रविवार को इसलिए मनाया जाता हैं क्योंकि छुट्टी होने से बेटियों को अपने परिवार के साथ वक्त बिताने का मौका मिलता है। हालांकि आपको बता दें कि यह निर्धारित नहीं है कि भारत में इसकी शुरुआत किस वर्ष में हुई।
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Daughter’s Day का महत्व
हमारे भारत देश में लड़कियों को लेकर बहुत रूढ़िवादी सोच रही है। आज के समय में बड़े-बड़े महानगरों में तो यह सोच काफी हद तक बदल रही है, लेकिन छोटे महानगरों व ग्रामीण क्षेत्रों में अभी भी लोग बेटियों को खास महत्व नहीं देते। इसी रूढ़िवादी सोच को मिटाने के लिए भारतवर्ष में डॉटर्स डे की बनाने की शुरुआत की गई।

उद्देश्य
इस दिन को मनाने का उद्देश्य लोगों को बेटियों के प्रति जागरूक करना है। लोगों के मन से इस भ्रांति को दूर करना है कि बेटियां समाज के लिए बोझ है। इसके साथ ही बेटियों को जन्म से पहले मारना, घरेलू हिंसा, बेटियों को ना पढ़ाना, दहेज लेना जैसी बहुत सी रूढ़िवादी भ्रांतियों को दूर कर लोगों को इसके प्रति जागरूकता फैलाना है। बल्कि उन्हें यह समझाना है कि बेटियां हम सभी के घरों का एक अहम हिस्सा होती है।
कैसे मनाए
Daughter’s Day घर की सभी लड़कियों और महिलाओं को सम्मानित करने का महत्वपूर्ण दिन है। हमारे भारत में बेटियों को देवी का दर्जा दिया जाता है। ऐसे में उन्हें बेटों से कम समझने की बजाय उनका सम्मान करना चाहिए।
इस दिन माता-पिता अपनी बेटियों को तोहफे देते हैं, सरप्राइस देते हैं। माता-पिता इस दिन को खास बनाने की पूरी कोशिश करते हैं। बेटी दिवस माता-पिता और बेटियों के बीच रिश्ते को मजबूत करने के लिए एक अहम दिन है।

संदेश
बेटियों के लिए शिक्षा बहुत जरूरी है, संस्कार अति जरूरी हैं और जब बेटियों को सही संस्कार मिलेंगे, तो बेटियां केवल अपने माता-पिता का ही नहीं, अपितु आपकी कुलो का व सारे समाज का नाम भी रोशन कर सकती है।