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August 2020

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दिल्ली मेट्रो के खुलने से पहले जान ले ये बातें

आप सभी जानते ही होंगे मेट्रो की सेवा पर Lockdown में रोक लगा दी गई थी। अब Delhi Metro के चलने की संभावना सितम्बर के पहले सप्ताह से बताई जा रही हैं।

DMRC के कार्यकारी निदेशक ने पहले ही कहा था कि मेट्रो को चलाने की तैयारियां पूरी है , जैसे ही सरकार का आदेश मिल जाएगा वैसे ही मेट्रो सेवा की शुरुआत हो जाएगी। अभी दिल्ली के मेट्रो परिचालन के लिए SOP जारी की है जिसके तहत पता लगा है कि Delhi Metro अब पूरी सावधानियों के साथ चलने के लिए तैयार है।

Delhi Metro latest news - Exclusive Samachar

लेकिन अब Metro में सफर करना पहले जितना आसान नहीं होगा। इस से पहले Delhi Metro में रोजाना लाखों लोग सफर करते थे, लेकिन अभी यह सम्भव नहीं हो पाएगा।

Delhi Metro में 671 गेट है जिसमें से 257 गेट ही खुलेंगे। साथ ही मेट्रो स्टेशन की लिफ्ट में एक समय 3 से ज्यादा यात्री नहीं रह सकते। वही सभी का मास्क लगाना अनिवार्य होगा, एंट्री गेट पर Sanitisation की व्यवस्था होगी।

Delhi Metro के समय में भी हुआ बदलाव

जानकारी के हिसाब से अब मेट्रो सुबह 7:30 से रात 8:30 तक ही चलेगी। इस से पहले मेट्रो सुबह 5 बजे से रात 11 बजे तक चलती थी। साथ ही मेट्रो के 242 स्टेशनों में 671 एंट्री पॉइंट्स है जिनमे से 257 ही खुले रहेंगे। सफर करने के लिए सोशल डिस्टन्सेस का पालन करना अनिवार्य होगा।
नोट- मेट्रो में यात्रा करने से पहले यात्री को थर्मल सकैनिंग की प्रक्रिया से होकर गुजरना होगा, अगर इस दौरान थोड़ा भुखार या कोरोना वायरस के कुछ लक्षण देखने को मिलते है तो उसे चिकित्सकों के पास या वापस घर भेज दिया जाएगा।

Delhi Metro latest update and timings - All you should know - Exclusive Samachar

मेट्रो कहा पर कितने टाइम के लिए रुकेगी

पहले की तरह सितंबर से शुरू होने वाली मेट्रो के सभी स्टेशन पर ट्रेनें ज्यादा देर तक रुकी रहेंगी, जिससे यात्री शारीरिक दूरी के नियमों का पालन करते हुए चढ़-उतर सकें। DMRC के मुताबिक, इंटरचेंज स्टेशन जहां पर अधिक भीड़ होगी, वहां ट्रेन को 20-30 सेकेंड अधिक समय के लिए रोका जाएगा। बता दें कि लॉकडाउन से पहले एक मेट्रो स्टेशन पर ट्रेनें 15 स 20 सेकेंड तक रुकती हैं। सितंबर में कम भीड़ वाले स्टेशन पर 30 सेकेंड तक रोकने की तैयारी है। वहीं, इंटरचेंज वाले स्टेशनों या फिर ज्यादा भीड़ वाले स्टेशनों पर 40 से 50 सेकेंड तक तक भी मेट्रो ट्रेनें रोकीं जाएगीं।

स्वच्छता सर्वेक्षण के पांचवे संस्करण “स्वच्छ सर्वेक्षण 2020” के परिणामों की घोषणा हाल ही में हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने गुरुवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के ज़रिए किया।

इसमें इंदौर जो मध्यप्रदेश प्रदेश का एक शहर हैं, इसे सबसे स्वच्छ शहर का खिताब हासिल हुआ।आपको याद भी होगा लगातार पिछले तीन साल से सबसे स्वच्छ शहर का ख़िताब इंदौर को ही मिल रहा हैं।इसके अलावा करनाल जिले ने 17 वां स्थान प्राप्त किया है इसके साथ ही हरियाणा ने राज्यस्तरीय प्रतियोगिता में दूसरा स्थान प्राप्त कर जिले का मान बढ़ाया।

swachh survekshan 2020 - Indore - Exclusive Samachar

यह उस संरक्षण के परिणाम है जिसमे 1 लाख से 10 लाख की आबादी वाले शहरों को ही शामिल किया गया हैं।

स्वच्छ सर्वेक्षण में रेटिंग के आधार पर झारखंड 2325.42 अंक के साथ पहले स्थान पर रहा, वही  हरियाणा के  1678.84 अंक रहे।करनाल जिले को 4655.07 अंक मिले, इस श्रेणी में प्रथम आने वाले शहर अम्बिका पुर को भी 4655.07 अंक मिले।

आइये हरियाणा के अन्य जिलों के बारे में जानते है

  • जिला रोहतक 4180.55 अंको के साथ 35 वें नंबर पर रहा।
  • जिला पंचकूला 3683.01 अंक के साथ 56 वें नम्बर पर रहा।
  • जिला गुरुग्राम 3733.97 अंक के साथ 63 वें नम्बर पर रहा।

इस तरह स्वच्छ सर्वेक्षण में 100 जिलों में हरियाणा के 4 जिले ही शामिल हो सकें। इसके अलावा सोनीपत 103 व हिसार 105 वें नम्बर पर हैं।

इस संरक्षण का मुख्य मकसद स्वच्छ शहरों का निर्माण, नागरिक सेवा वितरण में सुधार और सफाई के प्रति नागरिकों की सोच व्यवहार बदलने से है।यह शहरों और महानगरों के बीच स्वस्थ स्पर्धा की भावना को बढ़ावा देने में सहायक भी साबित हुआ हैं।

इसके लिए लोगो की जनभागीदारी को प्रोत्साहित किया जाता है ,अगर हम सब मिल कर ऐसा करें तभी शहरों और महानगरों को और भी बेहतर बनाया जा सकता है।

Whatsapp Web को मिला Facebook के Messenger Room का Support |
जानिये कैसे कर सकते हैं  अब Whatsapp Web से 50 लोगों से Video Call.

  • Whatsapp New Feature
  • Whatsapp Web New Feature 
  • Video Call 
  • Messenger Room 
  • Messenger Room Support

सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के प्रचलित एप्प  व्हाट्सऐप को अब Facebook के Messenger Room का Support मिल गया है। जिसका मतलब है कि जो लोग पर्सनल कम्प्यूटर या लैपटॉप में Whatsapp Web का इस्तेमाल करते हैं, वें अब Facebook Room ऑप्शन का इस्तेमाल करके एक समय पर 50 लोगों से वीडियो कॉल कर सकते हैं।

कैसे बनायें Whatsapp Web पर Messenger Room, आईये जानें।

  • सबसे पहले आपको अपना व्हाट्सऐप वेब (Whatsapp Web) अपडेट करना होगा।
  • व्हाट्सएप वेब का प्रयोग करने वाले यूज़र्स दो तरीकों से Messenger Room का इस्तेमाल कर सकते हैं।
whatsapp to soon support 50 people video calls - exclusive samachar

पहला तरीका

  • स्क्रीन के टॉप पर बायीं तरफ बने तीन डॉट्स पर क्लिक करें और फिर नजर आ रहे ऑप्शन ‘Create A Room ‘ पर क्लिक करे। 
  • इस ऑप्शन को क्लिक करने पर आपको facebook Messenger Room के लिए Page दिखेगा।
  • इसके बाद दिख रहे ऑप्शन ‘Continue with Messenger’ पर क्लिक करना है । 
  • इसके बाद आपको दूसरा page दिखाई देगा जिस पर ऑप्शन  ‘Continue With Facebook Account’ पर क्लिक करना है।
whatsapp messenger rooms - Exclusive Samachar

दूसरा तरीका

  • व्हाट्सएप वेब में आप किसी चैट के अंदर भी फीचर ‘Room’  का प्रयोग कर सकते हैं । 
  • इसके लिए Attachment Option पर क्लिक करें।
  • जिससे आपको बिल्कुल नीचे ऑप्शन ‘Room’ दिखाई देगा।
  • इसके बाद Room Create करने की प्रक्रिया पहले तरीके जैसी ही है।

फेसबुक के मैसेंजर, व्हाट्सएप और इंस्टाग्राम को इंटीग्रेट करने की तैयारी,मार्क जुकरबर्ग ने की खबर की पुष्टि।

खबर के मुताबिक मैसेंजर , व्हाट्सएप और इंस्टाग्राम को इंटीग्रेट करने की तैयारी की जा रही है। इसी के तहत व्हाट्सऐप वेब को Messenger Room का Support मिला है।

फेसबुक के मालिक मार्क जुकरबर्ग (Mark Jukerberg) ने भी इस बारे में कहा है कि Room के जरिये की जाने वाली वीडियो काॅल की कोई समय सीमा नहीं हैं और इससे अधिकतम 50 लोगो से एक समय पर एक साथ बात की जा सकती है। आप इसका इस्तेमाल जल्दी ही इंस्टाग्राम, व्हाट्सएप ओर फेसबुक पर कर सकेंगे।

लगातार चुम्बकीय क्षमता खो रहा हैं। धरती का चुम्बकीय क्षेत्र ,नासा ने की पुष्टि। सूर्य की घातक किरणों से होता नुकसान बना चिंता का विषय।

धरती का सुरक्षा कवच जो कि घातक सूर्य किरणों से हमारी रक्षा करता है, आज खतरे में है। अमेरिका की प्रतिष्टित अंतरिक्ष एजेंसी नासा ने इस बात की पुष्टि की है। सूर्य की खतरनाक किरणों से धरती के निचले सतह का चुम्बकीय क्षेत्र अपनी चुम्बकीय क्षमता लगातार खो रहा है। 
नासा के मुताबिक चुम्बकीय क्षेत्र का लगातार कम होना दक्षिण अमेरिका और दक्षिण अटलांटिक समुद्र के बीच में कही कमजोर होता जा रहा है।

धरती के सुरक्षा कवच के लगातार कमजोर होने के कारण इसमें दरार आ गयी है। जो लगातार बढ़ती चली जा रही है। यदि इसी गति से चुम्बकीय शक्ति का हताश होता रहा तो वह दिन दूर नही जब ये सुरक्षा कवच दो हिस्सों में बट जाएगा।

increasing cracks in the earth's protective shell - Exclusive Samachar

खगोलविदों ने प्रति सेकंड बढ़ती इस दरार की प्रक्रिया को दक्षिण अटलांटिक विसंगति ( South Atlantic Anomaly ) कहा है।

वैज्ञानिकों के अनुसार यह दरार धरती के भीतर बढ़ती चली जा रही है। लेकिन इसका असर धरती की ऊपरी सतह पर भी साफ महसूस किया जा रहा है। इसका एक बुरा प्रभाव धरती के वातावरण में चुम्बकीय प्रभाव का लगातार कमजोर होना है। जोकि सूर्य से आ रही घातक किरणों को धरती की सतह पर आने से रोकने का काम करता है। 

कमजोर चुम्बकीय क्षेत्र से मतलब हैं कि सूर्य से आ रही खतरनाक विकिरणें धरती की सतह से नजदीक होती जा रही हैं। इसके अलावा कमजोर चुम्बकीय क्षेत्र से कम्पास के कार्य मे बाधा और सैटेलाइट मिशन में भी दिक्कतें आने वाली हैं। हालांकि सीधे तौर पर इसका कोई प्रत्यक्ष प्रभाव देखने को नहीं मिल रहा है। 

200 वर्षों में बनी दरार

वैज्ञानिकों के अनुसार, चुम्बकीय क्षेत्र के कमजोर होने के चलते धरती के सुरक्षा कवच में दरार आने के साथ ही यह कमजोर चुम्बकीय क्षेत्र पूरे आर्कटिक की ओर फैल गया है। 

मई में अमेरिका की अंतरिक्ष एजेंसी ने रिपोर्ट दी थी कि 200 वर्षों के दरमियान धरती के चुम्बकीय क्षेत्र ने अपनी चुम्बकीय क्षमता का 9 फीसदी खो दिया है।

Earth's protective shell

सन 1970 से कवच के पतला होने की प्रक्रिया में तेजी आई हैं और यह 9 फीसदी कमजोर हो चुका है। हालांकि कवच का दो हिस्सों में बंटना अभी साबित नही किया जा सका है। लेकिन नासा ने इस कवच का लगातार पतला होने की पुष्टि की है, जोकि अत्यंत चिंता का विषय है।

सैटेलाइट मिशनों के घर पर खतरा, प्रोटोन कणों के बौछार की आशंका।

धरती के नजदीकी वातावरण पर इसका असर साफ दिख रहा है। जिसमें से एक बुरा प्रभाव सेटेलाइटस के घर पर भी है।यदि कोई सैटेलाइट कमजोर चुम्बकीय प्रभाव वाले इलाके से गुजरेगा तो उसे सूर्य से सीधे हो रही प्रोटोन कणों की बौछार का सामना करना होगा। इस तरह से सेटेलाइट के कम्प्यूटर पूरी तरह भी खराब हो सकते हैं।

सैटेलाइट की पावर कम करके ही बचा जा सकता हैं इस प्रभाव से।

नासा के अनुसार, प्रोटोन कणों की बौछार से होने वाले नुकसान से बचने के लिए प्रभावित इलाके में सैटेलाइट की पावर कम करनी होगी। ऐसा करने से सूर्य की खतरनाक किरणों से सेटेलाइट को बचाया जा सकेगा।

Government Job: 2670 पदों पर भर्ती, जानें आवेदन करने की तारीख

देश के विभिन्न राज्यों में अलग-अलग सरकारी विभागों में भर्ती के लिए आवेदन मांगे गए हैं जिसमें 10वीं पास से Graduate तक के विद्यार्थियों के लिए नौकरी करने का बहुत सुनहरा मौका है। यहां आपको बिहार पुलिस अधीनस्थ सेवा आयोग (BPSSC), हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL), State Selection Board (SSB), Bharat Electronics Limited (BEL), South East Central Railway (SECR) के तहत 2670 पदों पर निकली भर्तियों की जानकारी दी जाएगी जिसके बारे में जानकर अपनी इच्छा के अनुसार आवेदन कर सकते हैं।

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BPSSC 

बिहार पुलिस अधीनस्थ सेवा आयोग (BPSSC) ने Range Officer Of Forest के 43 पदों पर भर्ती के लिए आवेदन मांगा है। इन पदों पर उम्मीदवारों की Selection Written Examination और Physical Test के आधार पर की जाएगी। परीक्षा देने के इच्छुक उम्मीदवार bpssc.bih.nic.in website पर आवेदन कर सकते हैं। Selected उम्मीदवारों को वेतनमान के तौर पर 35,400-1,12,400 रुपए दिए जाएंगे। Online आवेदन की Last date 16 Sept. 2020 निर्धारित की गई है।

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HAL में 2,000 Vacancies

हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) ने Apprentice Visiting Faculty मेंमर के पदों पर Vacancy निकाली है जिसमें 2000 उम्मीदवार नियुक्त किए जाएंगे। इन पदों पर आवेदन की आखिरी तारीख 05 Sept. 2020 है।

State Selection Board (SSB)

State Selection Board, Odisha ने Junior Assistant Or Junior Stainographer के 136 पदों पर भर्ती के लिए आवेदन किया है। इन पदों की अंतिम तिथि 31August कर दी गई है और इन पर आवेदन 32 वर्ष तक के उम्मीदवार ही कर सकते हैं।

State Selection Board jobs Odisha - Exclusive Samachar

BHARAT ELECTRONICS LIMITED (BEL)

भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड (BEL) ने Project Engineer के पदों पर भर्ती के लिए 60 Vacancy जारी की है जिसके लिए उम्मीदवारों की आयु 28 वर्ष तक होनी जरूरी है। आॅनलाइन आवेदन की अंतिम तिथि 26 August 2020 रखी गई है।

SOUTH EAST CENTRAL RAILWAY (SECR) 

साउथ ईस्ट सेंट्रल रेलवे (SECR) के बिलासपुर मंडल ने ट्रेड अप्रेंटिस (Apprentice) के 432 पदों पर भर्ती के लिए वैकेंसी निकाली है। रेलवे की इस भर्ती के तहत Stainographer, Fitter, Electrician, Wireman, Electronic Mechanic, RAC Machanic, Builder, Plumber, Carpainter, Turner समेत विभिन्न ट्रेडों में नियुक्तियां की जाएंगी। आवेदन के लिए न्युनतम आयु 15 साल और अधिकतम उम्र 24 वर्ष निर्धारित की गई है। उम्मीदवार 30 August तक आवेदन कर सकते हैं।

पैन कार्ड बनवाने के लिए अब किसी साइबर कैफे या कॉमन सर्विस सेंटर जाने की जरूरत नहीं रही । यदि आप नया पैन कार्ड बनवाना चाहते हैं तो इसे घर बैठे भी अप्लाई कर सकते हैं और अपना पैन कार्ड प्राप्त कर सकते हैं ।

पैन कार्ड जिंदगी का एक अहम हिस्सा बन चुका है क्योंकि बैंक में नया खाता खोलना हो  , लोन लेना हो या इनकम टैक्स भरना हो ,आप से हर जगह पैन कार्ड की मांग की जाती है । और यदि पैन कार्ड नहीं है तो आपके काम लटक सकते हैं इसलिए लगभग सभी के लिए ही पैन कार्ड बनवाना अनिवार्य हो गया है ।

असल में पैन कार्ड में 10 डिजिट का एक unique नम्बर होता है जिसे इनकम टैक्स विभाग ( Income Tax Department )  जारी करता है ।

get instant pan using aadhaar - exclusive samachar

आईये जानें नए पैन कार्ड को अप्लाई करने से लेकर प्राप्त करने तक की प्रक्रिया क्या है – 

1. सबसे पहले दिए गए लिंक पर जाना होगा https://www.incometaxindiaefiling.gov.in/e-PAN/ 

2. इसके बाद आपको homepage पर जाना होगा जिसके लिंक नीचे दिया गया है –https://www.incometaxindiaefiling.gov.in/home

3. होमपेज पर पहुंचकर आपको बाईं तरफ Instant Pan Through Aadhar का ऑप्शन नजर आएगा , इस पर क्लिक कीजिए ।

4. इसके बाद एक नया पेज आपके सामने खुल जायेगा , जहां आपको Get New Pan का एक ऑप्शन नजर आ रहा होगा , इस पर क्लिक कीजिए ।

get pan card in just 10 minutes - exclusive samachar

5. अब नया पेज खुलेगा जिस पर आपसे आधार कार्ड का नम्बर भरने को कहा जायेगा , वहाँ आधार कार्ड का नम्बर भरकर ‘ I Confirm ‘ पर क्लिक कर दीजिए ।

6. आपके आधार कार्ड में रजिस्टर्ड मोबाइल नम्बर पर OTP आएगा , इसे साइट पर भरकर वेरिवाई कीजिये।

7. वेरिफिकेशन होने के तुरंत बाद ही आपको e-pan जारी कर दिया जाएगा।

8. e-pan में आपको pdf फॉर्मेट में पैन कार्ड की एक कॉपी मिलती है , जिसपर QR कोड होता है, इसी QR कोड में आवेदक या यूं कहें कि आपकी डेमोग्राफिक डिटेल व फोटो होती है ।

इस तरह आप मात्र 10 मिनट में नया पैन कार्ड  बिना किसी असुविधा के आसानी से प्राप्त कर सकते हैं । इस नई सुविधा का लाभ उठाते हुए अब तक कुल 6.7 लाख लोगों ने नया पैन कार्ड प्राप्त किया है । 

यदि आप भी नया पैन कार्ड बनवाना चाहते हैं तो घर बैठे इस प्रक्रिया से अपना पैन कार्ड बनवा सकते हैं ।

World Humanitarian Day: मानवता एक ऐसा शब्द हैं,  जिसका अर्थ बहुत ही गहरा है।कहा जाता हैं कि वह जिंदगी बेहद खूबसूरत होती है, जो दूसरों की मदद करते हुए बिताई जाए। दोस्तों Humanitarian भी ऐसे ही लोग हैं, जो बिना किसी भेदभाव के अपनी जान को जोखिम में डालकर दूसरों की निःस्वार्थ भावना से मदद करते हैं। वह अपनी जान की परवाह किए बिना की जान बचाते हैं। 

कब मनाया जाता है ?
मानवतावादी दिवस हर वर्ष 19 अगस्त को विश्व भर में मनाया जाता है।

कौन होते हैं मानवतावादी ?

एक सच्चा मानवतावादी वो है जो किसी दुखी व तड़पते हुए इंसान की मदद करे उसके दुःख दर्द में शामिल हों और उसके दुःख को दूर करने की पूरी कोशिश करे वो ही सच्चा  Humanitarian  है।इसमें डॉक्टर, नर्से, अस्पताल में काम करने वाले कर्मचारी, पुलिस ऑफिसर, सरकारी कर्मचारी और वह संस्थाएं आती है जो दिन रात लोगों की मदद करने में समय लगाते हैं।

 एक अनुमान के मुताबिक 2020 में 168 मिलियन लोगों को Humanitarian Services  और Protection की जरूरत है। मानवतावादी जरूरतमंदों लोगों को खाना, पानी, चिकित्सक सुविधा और घर मुहैया कराते है। 

मानवतावादी जहाँ कही भी प्राकृतिक आपदा आती हैं जैसे- बाढ़़, भूकंप, आग लगना, व सूखा पड़ता है, वहां पहुँच कर पीड़ित लोगों की हर संभव मदद करते हैं।

उद्देश्य 

इसका उद्देश्य दिन रात लोगों की मदद करने वाले लोगों को सम्मान देना हैं और उनको याद करना है जो मानवता की सेवा करते करते शहीद हो जाते हैं।

शुरुआत 

इस दिन 19 अगस्त 2003 में  इराक के बगदाद में स्थित कैनाल होटल पर हुए बॉम्ब अटैक को याद करते हुए भी मनाया जाता है। इस अटैक में इराक के Chief Humanitarian Sergio Vieria De Mello सहित 22 मानवतावादियों की मृत्यु हो गई थी। तो United Nation General Assembly ने इस दिन को मानवता की सेवा करते हुए शहीद हो जाने वाले लोगों को याद रखने के दिन के रूप में घोषित किया।

 पहला World Humanitarian Day 2009 में मनाया गया था। हर साल इस दिन को एक Theme के साथ मनाया जाता है। 

 Theme 2020

इस वर्ष World Humanitarian Day RealLifeHeroes को श्रद्धांजलि देने के लिए मनाया जा रहा है। जिन्होंने दूसरों की मदद करने में अपना सारा जीवन लगा दिया। जैसे- मदर टेरेसा, महात्मा गांधी, बिल गेट्स, अब्राहम लिंकन, नेल्सन मंडेला आदि। 

इन्होंने अपना सारा जीवन गरीबों की मदद करने में और मानवता की सेवा करते हुए बिता दिया।
मानवतावादी लोगों की जरुरत 

 जैसा की आप सभी को पता है, आज पूरी दुनिया में कोविड-19 महामारी से लड़ रही है। तो इस मुश्किल दौर में ही Humanitarian की अहमियत और भी ज्यादा बढ़ गई है। 

इस कार्य में बहुत सी संस्थाएं आगे आ रही है। जो जरूरतमंद लोगों की हर संभव तरीके से मदद कर रही हैं। इन्ही में से Organisation IFRC हैं। 

आइए जानते हैं  IFRC के बारे में 

इंटरनेशनल फेडरेशन ऑफ रेड क्रॉस क्रीसेंट सोसायटी (IFRC) दुनिया की सबसे बड़ी संस्था है।जो बिना किसी भेदभाव से जरूरतमंदों की मदद करती है।

 यह संस्था Covid-19 महामारी के समय में जरूरतमंद लोगों को खाना, पानी, चिकित्सक और जरूरी वस्तुएं उपलब्ध करा रही है।

यह  organisation ब्लड डोनेशन कैंप लगाकर जरूरतमंद लोगों को रक्त सप्लाई कर रही है।
 प्राकृतिक आपदाओं से पीड़ित लोगों की मदद कर रही है। आज मानवतावादी कोविड-19 जैसे  pandemic में जरूरतमंद महिलाओं और लड़कियों को सुरक्षित स्थान प्रदान कर रहे हैं।
 गर्भवती महिलाओं की भी हर संभव तरीके से मदद की जा रही है।

संदेश 

 हर साल World Humanitarian Day  सभी लोगों को यही संदेश देता हैं कि जरूरतमंद की हर सम्भव मदद करे। हर कोई मानवतावादी बन सकता है। बस जरूरत है मदद करने के लिए कदम बढ़ाने की।

भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS) 2019 की परीक्षा में देश में तीसरा स्थान हासिल करने वाली प्रतिभा वर्मा का मानना है कि समाज और सुरक्षा में आज भी बेटियों के लिए बहुत बड़ी चुनौतियां हैं। बेशक हम कितने भी अच्छे विचारों के धनी क्यों न हों लेकिन एक बेटी या औरत को हर मुकाम पर चुनौती का सामना करना ही पड़ता है लेकिन अगर कोई मजबूत लक्ष्य है तो हमें मंजिल पर पहुंचने से कोई भी नहीं रोक सकता। 

Pratibha Vera UPSC CSE Topper - Exclusive Samachar

उत्तर प्रदेश में सुलतानपुर जिले के एक छोटे से गांव में रहने वाली प्रतिभा वर्मा का IAS बनने का जुनून उसके दृढ़ संकल्प को पूर्ण रूप से ब्यान करता है। प्रतिभा ने पहले भारतीय राजस्व सेवा (IRS) की परीक्षा पास की जिसके कारण उसे आयकर विभाग में सहायक आयुक्त की नौकरी मिली। फिर भी उसने IAS बनने के संकल्प को टूटने नहीं दिया। आखिरकार 2019 में उसने इस लक्ष्य को पूरा कर ही दिया। उसने वरीयता क्रम में तीसरा स्थान प्राप्त किया मगर फिर भी वे महिलाओं में सबसे अव्वल थी। 

प्रतिभा ने अपने अनुभव को बताते हुए कहा कि बेटियों के लिए यह संसार अभी भी मुश्किलों से भरा है लेकिन एक औरत को इसका सामना तो करना ही होगा। तभी तो बेटियां अपने लक्ष्य को हासिल कर सकेंगी। 

Indian Administrative Services - Exclusive Samachar

अगर एक बेटी हिम्मत जुटा कर घर से निकल भी जाती है तो अपनी सुरक्षा के लिए वे अपने मन में डर हमेशा रखती है। उन्होंने बताया कि प्राथमिक और इंटरमीडिएट तक की पढ़ाई गांव में पूरा कर 2010 में उन्होंने सुलतानपुर छोड़ दिया। एक दशक घर परिवार से दूर रहकर किताबों और शिक्षा के मंदिरों में साधनारत रही। वर्ष 2018 में IAS की परीक्षा देने से पहले अनुभव के लिए प्रतिभा ने वोडाफोन की कंपनी में मैनेजर के पद पर कार्य किया। 2018 में IRS के नाते सहायक आयुक्त Income Tax बनी। इस पद पर कार्य करते हुए उसने IAS की परीक्षा दी और देश में तीसरा स्थान हासिल किया जबकि महिला वर्ग में देश में पहले स्थान की रैंकर बनी।

MS Dhoni ने अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट को कहा अलविदा, Suresh Raina का भी क्रिकेट से सन्यास का एलान || तालियों की गूंज से नम आँखो तक का सफर ।

MS Dhoni | MS Dhoni Retirement News | Dhoni Announcement 

टीम इंडिया के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने क्रिकेट के 15 साल के अपने कैरियर पर पर्दा डालते हुए 15 अगस्त की शाम को इंस्टाग्राम के अकाउंट पर इस बारे में लिखते हुए क्रिकेट को अलविदा कह दिया है ।

उन्होंने इंस्टाग्राम की पोस्ट में लिखा , ‘अब तक के आपके प्यार और सहयोग के लिए शुक्रिया । शाम 7:29 मिनट से मुझे रिटायर समझियेगा |

इसी  के साथ ही भारतीय हरफनमौला सुरेश रैना ने भी इंस्टाग्राम के पोस्ट के जरिये अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट से सन्यास लेने की जानकारी दी है । रैना ने धोनी के ऐलान पर कहा कि इस समय में भी आपके साथ हूँ जिसके बाद से इंटरनेट पर सभी सुरेश रैना को धोनी का सच्चा साथी बता रहे हैं ।
भारत ने चाहे 2011 में वर्ल्ड कप का ख़िताब जीता या 2013 में चैंपियंस ट्रॉफी जीती , रैना और धोनी एक साथ ही खेले थे । दोनों को एक साथ 73 पारियों में खेलने का मौका मिला । दोनों क्रिकेटरों का शुरुआती सफर तालियों से शुरू ओर तालियों पर ही खत्म हुआ मगर इस सफर का अंत लाखों लोगों की आंखे नम कर गया ।

MS Dhoni announces retirement from international cricket - Exclusive Samachar

उनके लाखों फैन्स उनके इस एलान से बेहद भावुक हैं । एमएस धोनी ने भारतीय क्रिकेट दर्शकों को जश्न मनाने के कई अवसर दिए हैं । भारतीय क्रिकेट के इतिहास के पन्नों में उनका रिकॉर्ड खुद बोलता है । लगातार शानदार प्रदर्शन से फैन्स को धोनी से बहुत उम्मीदें थी ।

हालांकि धोनी ने यह स्पष्ट नहीं किया है कि उनका यह ऐलान महज अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट के लिए ही है या नहीं मगर CSK ( Chennai Superkings / चेन्नई सुपरकिंग्स ) की तरफ से यह संकेत मिल रहे हैं कि धोनी व रैना दोनों ही फ्रेंचाइजी के लिए IPL के 2021 एडिशन तक बने रहेंगे ।

बता दें कि दोनों ही खिलाड़ी इस वक्त चेन्नई सुपरकिंग्स के कैम्प में चेन्नई में है जहां IPL के 13वें सीजन के लिए चिंदबरम स्टेडियम में प्रैक्टिस जारी है । IPL का 13वां सीजन 19 सितंबर से UAE में होने जा रहा है । 

Will MS Dhoni play in IPL? Exclusive Samachar

रविवार की सुबह चेन्नई सुपरकिंग्स  ( Chennai Super Kings ) ने एक वीडियो पोस्ट किया है जिसमें धोनी ट्रेनिंग से लौटते हुए सुरेश रैना को गले मिलते हुए नज़र आ रहे हैं । इसके साथ ही वीडियो में  अन्य खिलाड़ी भी बस में बैठते हुए नज़र आ रहे हैं । 

दोनों क्रिकेटरों के इस सन्यास की घोषणा के बाद से ही देशभर से क्रिकेटरों , बड़ी हस्तियों से लेकर लाखों दर्शकों की तरफ से प्रतिक्रियाएं आ रही है ।

टीम इंडिया के विकेटकीपर बल्लेबाज दिनेश कार्तिक ने मांग की है कि धोनी के क्रिकेट में शानदार प्रदर्शन के सम्मान में उनकी जर्सी नम्बर 7 को भी रिटायर कर दिया जाए । इससे पहले मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर के जर्सी नम्बर को भी रिटायर किया गया है ।

“World environment Day के अलावा इस दिन लगते हैं लाखों पेड़”

आज वैश्विक स्तर पर बहुत सी चिंताएं जन्म ले चुकी हैं। इनमें सबसे अधिक चिंता का विषय climate change है। दिन-ब-दिन हो रहे climate change के बहुत से कारण हैं। परंतु सबसे पहले आपको बता देंगे climate change होता क्या है?

किसी भी क्षेत्र के औसत मौसम में जब परिवर्तन आता है।  उसे जलवायु परिवर्तन (climate change) कहा जाता है। इसके लिए natural और human दोनों पक्ष जिम्मेदार हैं। परंतु वैज्ञानिकों का मानना है कि लगभग 93% मानवीय गतिविधियों द्वारा ही climate change हो रहा है। जिस में वनों की कटाई मुख्य भूमिका निभा रही है।

आखिर क्यों बढ़ रही है वनों की कटाई (deforestation)?प्रत्येक वर्ष 3.5 से 7 बिलियन तक वनोन्मूलन हो रहा है। यदि प्रतिदिन की बात करें तो लगभग 100000 एकड़ जंगलात को काटा जा रहा है। व्यापक पशुपालन की बात करें तो 80% deforestation इसी की देन है। शेष नुकसान सामग्री, आवास और विकास के लिए हो रहा है। जिसके बहुत भयंकर परिणाम सामने आ रहे हैं। फिर भी मनुष्य अंधाधुंध पेड़ों की कटाई कर रहा है।

आइए अब जानते हैं  deforestation के दुष्प्रभावों के बारे में:-

  • बाढ़ में वृद्धि
  • वातावरण में Green house gases के प्रभाव का बढ़ना
  • स्वदेशी लोगों (indigenous tribals) के लिए निरंतर समस्याएं बढ़ रही है
  • वन्य जीवों एवं पौधों की प्रजातियों को खतरा
  • भू क्षरण (soil erosion) की समस्या बढ़ रही है। जिससे भूमि की उपजाऊ शक्ति कम होने की वजह से फसलें कम हो रही है।
  • मरुस्थलीकरण (desertification) में वृद्धि

यह समस्याएं आज के लिए तो खतरा बनी ही हुई है। साथ ही साथ भविष्य के लिए भी जानलेवा सिद्ध होने वाली है। हम सब इसके लिए चिंतित अवश्य हैं। इसकी रोकथाम के लिए कदम कम ही उठा रहे हैं।

कैसे आ सकता है बदलाव?

बदलाव लाने की सोच तो सबके अंदर पनपती है। परंतु सही तरीका अपनाने से ही बदलाव आता है। जलवायु परिवर्तन से बचाव का सबसे आसान तरीका पेड़ लगाना (reforestation) है। इसके द्वारा ही भू क्षरण पर काबू पाया जा सकता है। वन्य जीवों व अन्य प्राणियों का संरक्षण भी इसी तरह ही संभव हो सकता है। पेड़ हमारी नदियों और झीलों के लिए “प्राकृतिक फिल्टर” की तरह सिद्ध होते हैं। पेड़ बारिश के पानी के धरती पर गिरने की गति को धीमा करते हैं। जल मार्ग में मिट्टी को भी नष्ट होने से पेड़ ही रोकते हैं। जिससे बाढ़ से होने वाली क्षति कम हो जाती है।

औसतन एक पेड़ द्वारा 260 पाउंड ऑक्सीजन छोड़ी जाती है। इसके तहत दो पेड़ों द्वारा चार सदस्यों के परिवार के लिए पर्याप्त ऑक्सीजन दी जाती हैं। इसीलिए प्रत्येक व्यक्ति को प्रत्येक वर्ष कम से कम एक पेड़ अवश्य लगाना चाहिए।

हमारे ही देश की एक संस्था ऐसी है जो ऐसा सराहनीय कार्य कर रही है। 6 करोड लोगों द्वारा एक ही दिन में पौधे प्रत्येक वर्ष लगाए जाते हैं। यही नहीं बल्कि उनकी देखरेख का जिम्मा भी लेते हैं। इस संस्था से जुड़े सदस्य देश विदेश में पौधा रोपण करते हैं। जिससे वह धरती मां की रक्षा कर सकें।

वर्ष 2007 से लेकर 2018 तक इस संस्था द्वारा लगभग 40 करोड पौधे लगाए जा चुके हैं। यह संस्था पौधे लगाने में 3 World Records स्थापित कर चुकी है। यह संस्था हरियाणा राज्य के सिरसा जिला में स्थित है।

“डेरा सच्चा सौदा” नाम की संस्था द्वारा 15 अगस्त को प्रत्येक वर्ष पौधे लगाकर ही मनाया जाता है। इस दिन उनके गुरु “संत डॉक्टर गुरमीत राम रहीम सिंह जी इंसा” का जन्मदिन होता है। श्रद्धालुओं का कहना है कि उनकी प्रेरणा पर चलते हुए मानवता भलाई के कार्य करने की इच्छा जागृत होती है। पौधारोपण के साथ-साथ खून दान, राशन दान, गरीबों को मकान बनाकर देना आदि कार्य करते हैं।

अगर इसी प्रकार प्रत्येक व्यक्ति वातावरण के संरक्षण के लिए आगे आए। तो हमारी आने वाली पीढ़ियों को परेशानी का सामना नहीं करना पड़ेगा