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Tulsidas Jayanti 2025 विशेष: रामचरितमानस के रचयिता और महान समाज सुधारक कवि

समय समय पर महान समाज सुधारक संत, कवि आदि इस संसार में आते रहते हैं, जिन्होंने अपना सारा जीवन मानवता व आध्यात्मिकता में लगा दिया। इन्हीं में से एक हैं कवि तुलसीदास जी।

आज उनकी जयंती पर हम आपको तुलसीदास जी की जीवन शैली और उनकी शिक्षाओं से अवगत कराएंगे।


तुलसीदास जी

तुलसीदास जी हिंदी साहित्य के महानतम कवियों में से एक थे। तुलसीदास जी अवधी और ब्रज भाषा के श्रेष्ठ भक्तिकालीन कवि हुए हैं। वे भगवान राम के परम भक्त थे और उन्होंने अपने ग्रंथों के माध्यम से श्रीराम जी के भक्ति संदेश को हर जन तक पहुँचाया।


अन्य जानकारी

  • नाम: गोस्वामी तुलसीदास
  • जन्म: संवत 1554 (1497 ई.), श्रावण मास, शुक्ल पक्ष, सप्तमी
  • स्थान: राजापुर, चित्रकूट, उत्तर प्रदेश (कुछ मान्यताओं के अनुसार)
  • मृत्यु: संवत 1680 (1623 ई.)
  • भाषा: अवधी, ब्रज
  • काल: भक्ति काल (विशेषतः रामभक्ति शाखा)

Tulsidas Jayanti 2025 Date

  • 31 जुलाई 2025 (वीरवार)

तुलसीदास जयंती क्यों मनाई जाती है?

  1. उनके योगदान का सम्मान
  2. राम भक्ति का प्रचार
  3. भाषा और साहित्य के प्रति जागरूकता
  4. नैतिकता और धर्म के आदर्शों को अपनाने का प्रेरणादायक दिन

Tulsidas Biography: भक्तिकालीन कवि और प्रेम व भक्ति में लीन


जन्म और प्रारंभिक जीवन

  • जन्म: 1532 ई. (संवत 1589), राजापुर गाँव, चित्रकूट
  • माता-पिता: आत्माराम दुबे (पिता), हुलसी देवी (माता)
  • जाति: सरयूपारीण ब्राह्मण

शिक्षा और विवाह

तुलसीदास ने संस्कृत, वेद, पुराण, और रामकथा का गहन अध्ययन किया। उनका विवाह रत्नावली नामक कन्या से हुआ था।


तुलसीदास जी की प्रमुख रचनाएँ

  • रामचरितमानस
  • हनुमान चालीसा
  • विनय पत्रिका
  • दोहावली
  • कवितावली
  • गीतावली

भक्ति और आदर्श

तुलसीदास जी की भक्ति निरगुण-सगुण भक्ति के संतुलन का उत्कृष्ट उदाहरण है।


Ramcharitmanas की रचना और तुलसीदास जी की भाषा शैली

  • रचना काल: विक्रम संवत 1631 (ई. सन् 1574)
  • स्थान: अयोध्या में आरंभ, वाराणसी में पूर्ण
  • भाषा: अवधी
  • संरचना: सप्त कांड (बालकांड से उत्तरकांड तक)

भाषा शैली के प्रमुख पक्ष

  1. अवधी और ब्रज का प्रयोग
  2. सरल और भावपूर्ण शैली
  3. अलंकार और छंदों का सौंदर्य
  4. भक्ति और आदर्शवाद
  5. समाज सुधार और नैतिकता

लोकभाषा में धर्म की व्याख्या

  1. धर्म का लोकजीवन से संबंध
  2. धर्म का सरल और व्यावहारिक रूप
  3. भक्ति को धर्म का आधार
  4. लोकभाषा की विशेषता
  5. धर्म में मर्यादा और आदर्श

Tulsidas Other Compositions

1. विनय पत्रिका – भक्त की याचना

2. कवितावली – वीर रस और रामराज्य का चित्रण

3. दोहावली – नीति, भक्ति और दर्शन का समन्वय


Tulsidas Ji Teachings

1. समाज सुधार का संदेश

2. नैतिकता और आचार विचार

3. प्रेम और भक्ति का संदेश

4. त्याग और सेवा की भावना


Tulsidas Dohe (प्रसिद्ध दोहे)

  1. “पर उपदेश कुशल बहुतेरे…”
  2. “धीरज, धर्म, मित्र अरु नारी…”
  3. “साँच बराबर तप नहीं…”
  4. “निज पर अस विश्वास कर…”
  5. “बड़ा हुआ तो क्या हुआ…”

Tulsidas Jayanti 2025 Celebration in India

  1. रामायण पाठ का आयोजन
  2. मंदिरों में विशेष पूजा और आयोजन
  3. सांस्कृतिक कार्यक्रम और तुलसी साहित्य मंचन
  4. तुलसी पौधारोपण और पर्यावरण संदेश
  5. प्रमुख आयोजन स्थल: वाराणसी, चित्रकूट, अयोध्या, दिल्ली, भोपाल, पटना आदि

निष्कर्ष

तुलसीदास जयंती न केवल एक आध्यात्मिक उत्सव है, बल्कि यह साहित्यिक, नैतिक और सांस्कृतिक चेतना को भी पुनर्जीवित करती है। यह दिन हमें तुलसीदास जी की वाणी और विचारों को अपनाने की प्रेरणा देता है।

World Environment Day 2025: पर्यावरण की सुरक्षा, जीवन की रक्षा

आज हर इंसान स्वस्थ जीवन की कामना करता है। लेकिन स्वस्थ जीवन जीने के लिए जिस पर्यावरण में निवास करता है उसकी रक्षा करना अपना फर्ज नहीं समझता।
पर्यावरण जिसमें हम निवास करते हैं, उसका संरक्षण मतलब अपनी जिंदगी की रक्षा करना। हमारा अच्छा स्वास्थ्य स्वच्छ पर्यावरण पर ही निर्भर करता है।

पर्यावरण संकट की गंभीरता

दिन प्रति दिन पर्यावरण संकट से संबंधित घटनाएं सामने आती हैं। कारण – प्रकृति की सार-संभाल न होना और इसके साथ छेड़छाड़ करना।
इन घटनाओं से स्पष्ट होता है कि अगर आज मानव जीवन खतरे में है तो उसका मूल कारण पर्यावरण की उपेक्षा है।

विश्व पर्यावरण दिवस का महत्व

इसी मकसद को ध्यान में रखते हुए लोगों को पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूक करने के लिए हर साल 5 जून को विश्व पर्यावरण दिवस (World Environment Day) समूचे विश्व में मनाया जाता है।

World Environment Day 2025 की थीम (Theme of the Year)

थीम 2025: “प्लास्टिक प्रदूषण समाप्त करें” (Beat Plastic Pollution)

हर साल विश्व पर्यावरण दिवस एक विषय पर आधारित होता है।
2025 में विश्व पर्यावरण दिवस का मुख्य विषय “प्लास्टिक प्रदूषण समाप्त करें” है। इसका उद्देश्य प्लास्टिक कचरे की वैश्विक समस्या को उजागर करना और इसके समाधान के लिए सामूहिक कार्रवाई को प्रेरित करना है।
यह अभियान संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण कार्यक्रम (UNEP) के नेतृत्व में चलाया जा रहा है।

World Environment Day 2025 के मुख्य उद्देश्य

1. प्लास्टिक प्रदूषण के प्रभावों के प्रति जागरूकता बढ़ाना

प्लास्टिक कचरा न केवल समुद्रों और भूमि को प्रदूषित करता है, बल्कि यह हमारे खाद्य और जल आपूर्ति में भी प्रवेश कर चुका है, जिससे मानव स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है।

2. सतत जीवनशैली को अपनाना

लोगों को प्लास्टिक के उपयोग को कम करने, पुन: उपयोग करने और पुनर्चक्रण करने के लिए प्रेरित किया जा रहा है।

3. वैश्विक संधि की दिशा में प्रयास

2022 में शुरू हुई एक वैश्विक संधि के तहत देशों ने एक कानूनी रूप से बाध्यकारी समझौते पर काम करना शुरू किया है।

2025 में World Environment Day के मेज़बान देश: दक्षिण कोरिया

दक्षिण कोरिया इस वर्ष विश्व पर्यावरण दिवस की वैश्विक मेज़बानी कर रहा है और प्लास्टिक कचरे को कम करने में अग्रणी है।

भारत में पर्यावरण संरक्षण की पहलें

1. वृक्षारोपण अभियान

पर्यावरणविद् वीरल देसाई ने 5 जून से 7-दिवसीय वृक्षारोपण अभियान शुरू किया है।

2. स्कूलों में जागरूकता

उत्तर प्रदेश के 22,000 स्कूलों को प्लास्टिक प्रदूषण के खिलाफ अभियान से जोड़ा गया है।

3. रेलवे स्टेशनों पर पहल

पूर्व तट रेलवे ने “प्लास्टिक मुक्त स्टेशन” अभियान शुरू किया है।

Climate Challenge in India: भारत की पर्यावरणीय स्थिति

1. वायु प्रदूषण (Air Pollution)

भारत के कई शहरों की वायु गुणवत्ता दुनिया में सबसे खराब मानी जाती है।
मुख्य कारण: वाहनों का धुआं, औद्योगिक उत्सर्जन, निर्माण कार्य, पराली जलाना।

2. जल प्रदूषण (Water Pollution)

गंगा, यमुना जैसी नदियाँ अत्यधिक प्रदूषित हैं।
घरेलू और औद्योगिक अपशिष्ट बिना उपचार के नदियों में प्रवाहित किया जाता है।

3. वनों की कटाई (Deforestation)

शहरीकरण और कृषि विस्तार के लिए वनों की अंधाधुंध कटाई हो रही है।

4. जलवायु परिवर्तन (Climate Changes)

तापमान में वृद्धि, अनियमित वर्षा, और सूखा-बाढ़ जैसी घटनाएं बढ़ी हैं।

5. कचरा प्रबंधन (Waste Management)

कई शहरों में ठोस अपशिष्ट प्रबंधन की व्यवस्था अपर्याप्त है।
प्लास्टिक कचरा और ई-कचरे की मात्रा लगातार बढ़ रही है।

सरकार द्वारा उठाए गए पर्यावरण संरक्षण के कदम

  • स्वच्छ भारत मिशन: सफाई और कचरा प्रबंधन को बढ़ावा
  • नेशनल क्लीन एयर प्रोग्राम (NCAP): 2024 तक वायु प्रदूषण 20-30% तक घटाने का लक्ष्य
  • नमामि गंगे योजना: गंगा नदी की सफाई
  • पर्यावरण संरक्षण अधिनियम, 1986 और अन्य कानूनी उपाय

पर्यावरणीय समस्या के समाधान हेतु सुझाव

  1. जनजागरूकता बढ़ाना
  2. नवीकरणीय ऊर्जा (सौर, पवन) का उपयोग
  3. सतत कृषि और हरित प्रौद्योगिकियों को अपनाना
  4. शहरी नियोजन में पर्यावरणीय पहलुओं को शामिल करना
  5. स्कूलों और कॉलेजों में पर्यावरण शिक्षा को बढ़ावा देना

स्कूलों और कॉलेजों द्वारा पर्यावरण दिवस पर कार्यक्रम

प्रमुख गतिविधियां

  1. वृक्षारोपण अभियान
  2. स्वच्छता अभियान
  3. रैली और निबंध प्रतियोगिताएं
  4. ईको-क्लब गतिविधियां
  5. वर्कशॉप और सेमिनार
  6. रीसाइक्लिंग प्रोजेक्ट्स
  7. जल संरक्षण अभियान

पर्यावरण संरक्षण में हम कैसे दे सकते हैं अपना योगदान

  • पुन: प्रयोज्य वस्तुओं का उपयोग करें
  • प्लास्टिक की थैलियों से बचें
  • स्थानीय अभियानों में भाग लें

निष्कर्ष

विश्व पर्यावरण दिवस 2025 हमें यह याद दिलाता है कि प्लास्टिक प्रदूषण एक वैश्विक समस्या है, जिसका समाधान हमारे सामूहिक प्रयासों से ही संभव है।
यह केवल हमारा कर्तव्य नहीं, बल्कि खुद के लिए स्वच्छ वातावरण तैयार करने की ज़िम्मेदारी है, ताकि हम और हमारी भावी पीढ़ियां स्वस्थ जीवन जी सकें।

आइए, हम सभी मिलकर एक स्वच्छ और सतत भविष्य की दिशा में कदम बढ़ाएं।
हर खुशी के अवसर को पेड़ लगाकर मनाएं।
खुद को पर्यावरण का मित्र बनाएं और दूसरों को भी प्रेरित करें।


Operation Sindoor: India’s Bold Response to 2025 Pahalgam Attack

Pahalgam Attack: अप्रैल में जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में आतंकी हमला

22 अप्रैल 2025 पूरे देश की आंखें नम कर देने वाला दिन था। इस दिन जम्मू-कश्मीर के पहलगाम के बसेरने क्षेत्र में आतंकियों ने अंधाधुंध फायरिंग की, जिससे उस समय लोकप्रिय स्थल पर आए दर्जनों पर्यटक घायल हुए और 26 लोगों की जान चली गई।

सन 2019 के बाद यह कश्मीर में नागरिकों पर हुआ सबसे बड़ा आतंकी हमला है, जिसने सुरक्षा व्यवस्था और खुफिया तंत्र की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल खड़े किए हैं।

इस हमले का जिम्मेदार पाकिस्तान समर्थित आतंकी संगठन — द रेजिस्टेंस फ्रंट (TRF) है, जो लश्कर-ए-तैयबा का फ्रंट संगठन माना जा रहा है।

यह आतंकी हमला दिल दहला देने वाला था। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने इस हमले की निंदा करते हुए पाकिस्तान को चेतावनी दी कि यदि वह आतंकवाद का समर्थन जारी रखता है, तो भारत सैन्य कार्रवाई फिर से शुरू करेगा।


भारत की जवाबी कार्रवाई: Operation Sindoor

भारत की ओर से “Operation Sindoor” के तहत पाकिस्तान और पाकिस्तान-अधिकृत कश्मीर में 9 आतंकी ठिकानों पर मिसाइल हमले किए गए, जिनमें लगभग 100 आतंकवादी मारे गए।

यह प्रतिक्रिया केवल सैन्य कार्रवाई नहीं बल्कि व्यापक रणनीति का हिस्सा थी।


Pahalgam Attack के बाद भारत की रणनीतिक प्रतिक्रिया: DGMO से कूटनीति तक

1. सेना द्वारा DGMO स्तर पर कार्रवाई – “Operation Sindoor”

  • DGMO (Director General of Military Operations) स्तर पर वरिष्ठ सैन्य निर्णय लिए गए।

  • 24 घंटे के भीतर पाकिस्तान और POK में आतंकी शिविरों पर हमला।

  • हथियार: Precision-guided मिसाइलें, हाई-ऑल्टिट्यूड ड्रोन, और लॉन्ग-रेंज आर्टिलरी।

  • हमला रात्रिकालीन था और “100% मिशन सफलता” की घोषणा।

  • PMO और NSA को हर दो घंटे में स्थिति की रिपोर्ट।

2. खुफिया एजेंसियों की समन्वित कार्रवाई

  • RAW और IB ने हमले से जुड़ी कॉल्स, ड्रोन फुटेज और डिजिटल ट्रैफिक को ट्रैक किया।

  • NIA ने हमले के स्थानीय और विदेशी लिंक की पुष्टि की।

  • स्थानीय नेटवर्क पर छापे और गिरफ्तारियाँ हुईं।

3. आंतरिक सुरक्षा एवं नागरिक तैयारियाँ

  • “ऑपरेशन अभ्यास” – 244 जिलों में नागरिक सुरक्षा ड्रिल (ब्लैकआउट, एयर-रेड सायरन, इवैक्युएशन)।

  • पहलगाम और अमरनाथ मार्ग पर स्थायी सेना की तैनाती का प्रस्ताव।

  • CRPF, BSF और J&K पुलिस के साथ संयुक्त QRT तैनात।

4. पाकिस्तान के साथ राजनयिक विवाद

  • सिंधु जल संधि निलंबित।

  • वाघा-अटारी सीमा बंद।

  • पाकिस्तानी उच्चायोग स्टाफ को वापस बुलाया गया।

  • पाक नागरिकों के SAARC वीजा रद्द और 48 घंटे में देश छोड़ने का आदेश।


वैश्विक मंच पर भारत की कूटनीतिक रणनीति

  • UNSC की 1267 समिति में TRF को आतंकी संगठन घोषित करने का प्रस्ताव।

  • OIC, EU, और अमेरिका को विस्तृत डोजियर सौंपे गए।

  • विदेश मंत्री ने 6 देशों की यात्रा कर Global solidarity सुनिश्चित की।


राजनीतिक और जनसंपर्क रणनीति

  • प्रधानमंत्री मोदी का राष्ट्र को संबोधन: “बहनों के सिंदूर को मिटाने का अंजाम मिला”।

  • विपक्ष सहित संसद में सर्वसम्मति से निंदा प्रस्ताव पारित।

  • “Pahalgam Justice” अभियान – मीडिया और डिजिटल प्लेटफॉर्म्स पर एकजुटता।


आर्थिक और साइबर नीति प्रतिक्रियाएं

  • पाकिस्तान से व्यापार पूर्णतः निलंबित।

  • संदेहास्पद आतंक फंडिंग चैनलों पर ED, FIU और RBI की संयुक्त कार्रवाई।

  • 500+ फेक सोशल मीडिया अकाउंट्स को बंद किया गया जो आतंकी प्रोपेगंडा फैला रहे थे।


DGMO वार्ता के ज़रिए भारत ने दिया Ceasefire Violation पर सख्त संदेश

भारत ने पाकिस्तान द्वारा बार-बार किए गए Ceasefire Violation का जवाब इस बार सैन्य स्तर की वार्ता के माध्यम से दिया। DGMO स्तर पर हुई वार्ता में भारत ने स्पष्ट रूप से कहा:

  • सीमा पर शांति बनाए रखने के लिए 2003 के सीजफायर समझौते का पूर्ण पालन आवश्यक है।

  • अगर पाकिस्तान की ओर से उकसावे जारी रहते हैं, तो भारत को जवाबी कार्रवाई करने के लिए मजबूर होना पड़ेगा।

  • नागरिक इलाकों को निशाना बनाना युद्धविराम की खुली अवहेलना है।


पाकिस्तान को वैश्विक मंचों पर घेरने की रणनीति

  1. आतंकवाद का मुद्दा संयुक्त राष्ट्र, G20, BRICS जैसे मंचों पर उठाया गया।

  2. अमेरिका, फ्रांस, रूस जैसे देशों से सहयोग लेकर पाकिस्तान पर दबाव बनाया गया।

  3. FATF के माध्यम से पाकिस्तान को ग्रे लिस्ट में बनाए रखने के प्रयास।

  4. सार्वजनिक कूटनीति के तहत मीडिया, डिजिटल प्लेटफॉर्म और प्रवासी भारतीयों का उपयोग।

  5. SAARC को निष्क्रिय कर BIMSTEC और QUAD जैसे मंचों को प्राथमिकता।

  6. सर्जिकल और एयर स्ट्राइक के बाद कूटनीतिक समर्थन सुनिश्चित किया गया।

  7. मसूद अजहर और जैश-ए-मोहम्मद को वैश्विक आतंकी घोषित करने की रणनीति।


Indus Waters Treaty Suspension: जल नीति पर भारत का कड़ा रुख

  • पहलगाम हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान के साथ Indus Waters Treaty को निलंबित कर दिया।

  • प्रधानमंत्री मोदी का बयान: “आतंक और बातचीत एक साथ नहीं चल सकते; पानी और खून एक साथ नहीं बह सकते।”

  • पाकिस्तान ने इसे “जल आतंकवाद” कहा और विरोध दर्ज कराया।

  • भारत ने बगलिहार और सलाल परियोजनाओं से जल प्रवाह को नियंत्रित किया।

  • विश्व बैंक ने हस्तक्षेप करने से इनकार किया।


Wagah-Attari Border Closure: सीमा पर प्रभावी कार्रवाई

  • 23 अप्रैल 2025 को भारत सरकार ने वाघा-अटारी सीमा को तत्काल प्रभाव से बंद करने की घोषणा की।

  • बीटिंग रिट्रीट समारोह स्थगित कर दिया गया।

  • पाक नागरिकों के वीजा रद्द कर दिए गए और उन्हें भारत छोड़ने का आदेश दिया गया।


अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रिया (Global Diplomacy and Reaction)

  • संयुक्त राष्ट्र ने हमले की निंदा की और संयम बरतने की अपील की।

  • अमेरिका, फ्रांस और रूस ने भारत के आत्मरक्षा के अधिकार को स्वीकार किया।

  • चीन ने संतुलित बयान दिया और दोनों पक्षों से वार्ता की सलाह दी।

  • इस्लामी देशों की प्रतिक्रिया मिश्रित रही।


क्या आने वाले समय में Kashmir Conflict और India – Pakistan Tensions का समाधान होगा?

सूत्रों के अनुसार भारत ने पहलगाम हमले के बाद कूटनीतिक और व्यावसायिक रणनीति अपनाई। यदि भविष्य में पाकिस्तान द्वारा Ceasefire Violation जारी रहता है, तो भारत की रणनीति और भी सख्त हो सकती है।


अंत में: भारत की बहुआयामी रणनीति

भारत की रणनीति पूरी तरह से बहुआयामी रही – जिसमें तत्काल जवाबी हमला, कठोर कूटनीति, आंतरिक सुरक्षा सुदृढ़ीकरण और वैश्विक समर्थन सुनिश्चित करना शामिल था।

यह स्पष्ट संदेश था कि भारत अब “सहन” नहीं बल्कि “सटीक प्रतिशोध” की नीति पर कार्य करेगा।

Operation Sindoor केवल जवाब नहीं, सबक भी है कि भारत खून की हर बूंद का हिसाब लेना जानता है।
यदि पाकिस्तान आगे भी सीजफायर का उल्लंघन करता है, तो उसे गंभीर परिणाम भुगतने पड़ सकते हैं।

 

ममता की मूरत मां: इस mother’s day आप क्या कर रहे हैं मां के लिए?

क्या अहम रिश्ता है मां का हमारी जिंदगी में?

हम क्यों मनाएं Mother’s Day?

हर रिश्ते की अहमियत है इस संसार में। लेकिन कुछ रिश्ते बहुत ही खास होते हैं। एक मां और बच्चे का रिश्ता दुनिया का सबसे अहम और अनमोल रिश्ता है। इस रिश्ते की तुलना किसी से भी नहीं। अगर तुलना है तो मां को रब का दर्जा दिया जाता है।

मां का नाम सुनते ही हर चेहरे पर रौनक और खुशी का आना लाजमी है। अभी Mother’s Day आ रहा है। हर इंसान सोचता है कि अपनी मां के लिए कुछ खास करें ताकि मेरी वजह से मां के चेहरे पर मुस्कान आ जाए।

वैसे तो हर कोई अपनी-अपनी तैयारी करता है कि मां के लिए यह करें, वो करें, ऐसे करें, वैसे करें और पता नहीं क्या-क्या।

आईए जानते हैं कुछ ऐसे Mother’s Day celebration ideas जो आप अपनाकर मां के साथ कुछ खास पल सहेज कर रख सकते हैं।


Mother’s Day को समर्पित: 11 May

दुनिया के हर कोने में मई के दूसरे रविवार को Mother’s Day मनाया जा रहा है।

क्या सिर्फ एक दिन ही है समर्पित हमारी मां के लिए?

नहीं, एक दिन में हम मां का ख्याल रखकर या उसे खुश करके Mother’s Day नहीं मना सकते। यह सिर्फ साल का एक ऐसा दिन है, जिस दिन मां के प्रति यह जताया जाए कि वह कोई आम इंसान नहीं बल्कि भगवान का भेजा हुआ कोई फरिश्ता है।

हर दिन हम मां के साए में खुश रह सकें, यही कामना की जाती है इस दिन।


ऐतिहासिक परिणाम: आखिर मई के दूसरे रविवार को ही क्यों मनाएं Mother’s Day?

सबसे पहले Mother’s Day को मनाने की शुरुआत ऐना जार्विस ने 1908 में की। तत्पश्चात राष्ट्रपति वुडरो विल्सन ने 1914 में इसे आधिकारिक रूप से घोषित कर दिया।

  1. ऐना जार्विस की मां के सम्मान में:
    मई का दूसरा रविवार ऐना जार्विस की मां की पुण्यतिथि के आसपास पड़ता था और उसी दिन उन्होंने अपनी मां के लिए सबसे पहले स्मारक सेवा आयोजित की थी।

  2. राष्ट्रपति वुडरो विल्सन की घोषणा:
    सन 1914 में राष्ट्रपति वुडरो विल्सन ने मई के दूसरे रविवार को Mother’s Day के लिए चुना और इसे आधिकारिक रूप से घोषित कर दिया।


मां है दुनिया में सबसे खास

मां हमारे जीवन में भगवान का दिया हुआ वह नायाब तोहफा है जिसकी कोई कीमत नहीं है। मां वह फरिश्ता है जिसने हमें खुश करने के लिए पता नहीं क्या-क्या किया है।

“माँ हमारे लिए है सबसे ख़ास” — (Mother’s Day poem in Hindi)

माँ हमारे लिए है सबसे ख़ास

क्योंकि वही हमें बिना किसी स्वार्थ के प्यार करती है।
हमारी पहली गुरु, पहली दोस्त और पहली दुनिया होती है।
उसकी ममता, दुआएं और त्याग को शब्दों में बयां कर पाना मुश्किल है।

माँ हमारे लिए है सबसे ख़ास
उसके बिना अधूरी है हर बात, हर एहसास।
नींद में भी जो रखे ध्यान हमारा,
हमसे औलाद का छुपा है जिसे सारा।

हर दुख को चुपचाप सह जाती है,
हमारे चेहरे का मुस्कान बन जाती है।
माँ न थके कभी और न करती कभी कोई शिकायत,
उसका प्यार बरसता है हर पल हर ओर।

जो ना कहे कभी भी “मैं थक गई”,
फिर भी हर सुबह में नई ताक़त से उठती रही।
माँ वो इंसान है, जो जन्मों से सहे है,
माँ रख लेता है तोहफ़ा, जो हर ख़ुशी से भरे हैं।


मां के लिए विशेष उपहार:

Mother’s Day पर मां को कुछ विशेष Emotional gifts for mom देने और मां को खुश करने की खास योजनाएं:

इस Mother’s Day पर मां के लिए इस दिन को इस तरह से बनाएं खास,
कि देखने वाला हर कोई पूछे आपके लिए मां क्यों है इतनी खास।


Mother’s Day पर मां को खुश करने की योजनाएं:

  1. सुबह-सुबह सरप्राइज ब्रेकफास्ट (Homemade surprises for Mother’s Day)

    • मां के पसंद का नाश्ता बनाएं और उन्हें आराम से बैठकर खाने का मौका दें।

    • ट्रे पर फूल, एक छोटा सा नोट और उनकी पसंदीदा चीज जरूर रखें।

  2. स्पेशल स्पा या आरामदायक दिन बनाएं

    • घर पर ही एक छोटा सा “होम स्पा” तैयार करें – फेस पैक, तेल मालिश, आरामदायक संगीत और हर्बल चाय।

    • या किसी अच्छे स्पा में अपॉइंटमेंट लेकर मां को विश्राम का अनुभव दें।

  3. मां के लिए एक वीडियो या स्लाइड शो बनाएं

    • इसमें बचपन की तस्वीरें, पुरानी यादें और परिवार के सदस्यों के संदेश जोड़ें।

    • इसे टीवी या लैपटॉप पर दिखाकर सरप्राइज दें।

  4. पारिवारिक लंच या डिनर प्लान करें

    • मां को किसी पसंदीदा रेस्टोरेंट में ले जाएं या घर पर ही सभी का मिलकर बनाया गया खाना परोसें।

  5. एक दिन के लिए सभी काम से छुट्टी दें

    • मां को कहें कि आज वो सिर्फ आराम करें – सफाई, खाना, बर्तन सब आप और परिवार के सदस्य मिलकर करें।

  6. किसी पसंदीदा स्थान पर घूमने जाएं

    • अगर मां को घूमना पसंद है तो किसी ठंडे इलाके जैसे शिमला, मनाली आदि जगह पर मां को घुमाने ले जाएं।

  7. पिकनिक की योजना बनाएं

    • मां को किसी सुंदर जगह पर कुछ नई चीज़ों का आनंद लेने के लिए ले जाएं।

    • मां की पसंदीदा चीज़ें जैसे सैंडविच, कुकीज़ और सॉफ्ट ड्रिंक एक टोकरी में पैक करें।


मां के लिए चुनें इनमें से कुछ खास उपहार:

  1. हैंडमेड गिफ्ट

    • Mother’s Day पर मां के लिए कार्ड, स्क्रैपबुक, जर्नल या कोई आर्ट जो आपने खुद बनाया हो।

  2. पर्सनलाइज्ड गिफ्ट

    • मां के लिए फोटो फ्रेम, कुशन या मग जिसमें “Best Mother” लिखा हो या मां की तस्वीर हो।

  3. पसंदीदा किताब या धार्मिक ग्रंथ

    • अगर मां को पढ़ना पसंद है, तो उनकी पसंद की नई किताब या धार्मिक पुस्तक उपहार में दें।

  4. प्लांट्स या गार्डनिंग किट

    • अगर मां को बागवानी पसंद है, तो एक सुंदर इनडोर प्लांट या गार्डनिंग टूल्स दें।

  5. सोने या चांदी का छोटा आभूषण

    • मां को गहने पहनने का शौक है तो एक प्यारा सा लॉकेट, अंगूठी या ब्रेसलेट गिफ्ट करें।


मां को दिए उपहार में भावनात्मक स्पर्श:

  • एक खत लिखें, जिसमें आप अपने दिल की बात कहें कि मां ने आपके जीवन में क्या भूमिका निभाई है।

  • उनके साथ समय बिताएं – यह सबसे बड़ा तोहफा होता है।


अंत में:

इस खास दिन पर, हम हर जगह माताओं की अविश्वसनीय शक्ति, प्रेम और बलिदान का सम्मान और जश्न मनाते हैं।

चाहे जन्म से, पसंद से, या भूमिका से, माताएँ हमारे जीवन को अनगिनत तरीकों से आकार देती हैं – अटूट समर्थन, असीम करुणा और शांत लचीलेपन के साथ।

आइए हम इस पल का उपयोग न केवल “धन्यवाद” कहने के लिए करें, बल्कि प्यार, सम्मान और कृतज्ञता के माध्यम से अपनी प्रशंसा भी दिखाएं।

दुनिया को अपने दिल से पोषित करने वाली सभी अद्भुत महिलाओं को Best Mother’s Day 2025 की शुभकामनाएं। 💐

IPL 2025 की शानदार शुरुआत

IPL 2025 जिसका सभी को बेसब्री से इंतजार था, उसका धमाकेदार आगाज हो चुका है। IPL 2025 के 18वें संस्करण की शुरुआत 22 मार्च 2025 को हो गई है। 25 मई 2025 को होगा IPL 2025 का फाइनल मुकाबला।


IPL 2025 Highlights

  • IPL 2025 में इस बार 10 टीमें ले रही हिस्सा।
  • मैच की ओपनिंग कोलकाता नाइट राइडर्स (KKR) और रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (RCB) के बीच कोलकाता के इंडियन गार्डन में हुई।
  • IPL दिग्गज मुंबई इंडियंस और चेन्नई सुपर किंग्स के बीच होगा इस सीजन का तीसरा मैच।
  • 13 अलग-अलग जगहों पर होने वाला है IPL 2025। 65 दिन तक चलने वाले इस सीजन में 12 डबल हेडर मुकाबलों के साथ होंगे कुल 74 मैच।
  • मैचों का समय: दोपहर 3:30 बजे और रात 7:30 पर होंगे शुरू।
  • टॉप प्लेऑफ में पहुंचेंगी 4 शानदार टीमें।

IPL आज का मैच (IPL Today’s Match)

PBKS vs RCB Playing 11, IPL 2025

पंजाब किंग्स शुक्रवार (18 अप्रैल) को मोहाली में रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु का सामना कर चुकी है।

PBKS ने इस मैच में शानदार प्रदर्शन करते हुए RCB को 5 विकेट से हराया।

मैच सारांश:

  • RCB: 96 रन (20 ओवर)
  • PBKS: 100/5 (13.3 ओवर)
  • मुख्य खिलाड़ी: नेहल वढेरा (33* रन), जोश हेज़लवुड (3 विकेट)

मुंबई इंडियंस बनाम सनराइजर्स हैदराबाद (17 अप्रैल 2025)

  • परिणाम: मुंबई इंडियंस ने 4 विकेट से जीत दर्ज की।
  • SRH स्कोर: 162/5
  • MI स्कोर: 166/6 (18.1 ओवर)
  • मुख्य खिलाड़ी: विल जैक्स (36 रन और 2 विकेट)

दिल्ली कैपिटल्स बनाम राजस्थान रॉयल्स (16 अप्रैल 2025)

सुपर ओवर विजेता: दिल्ली कैपिटल्स

परिणाम: मैच टाई रहा, सुपर ओवर में DC ने जीत दर्ज की।

DC स्कोर: 188/5 (20 ओवर)
RR स्कोर: 188/4 (20 ओवर)

दिल्ली और राजस्थान के बीच कड़ी प्रतिद्वंद्विता रही है। आपकी जानकारी के लिए बता दें अब तक RR 15-14 से मामूली बढ़त पर है और 2022 से अब तक हुए मुकाबलों में DC पर एक मैच की बढ़त बनाए हुए है।

  • DC के प्रभावशाली खिलाड़ी: मुकेश कुमार
  • RR के प्रभावशाली खिलाड़ी: कुमार कार्तिकेय

आज के होने वाले मैच में देखते हैं आख़िर कौन बनेगा हीरो, DC या RR?

आपके अनुसार कौन होगा मेन ऑफ द मैच?


IPL 2025 के शीर्ष शानदार खिलाड़ी (IPL 2025 Top Fabulous Players)

IPL 2025 के शीर्ष शानदार खिलाड़ी (IPL 2025 Top Fabulous Players)

शीर्ष बल्लेबाज़ (Orange Cap)

स्थान खिलाड़ी टीम रन
1 निकोलस पूरन लखनऊ सुपर जायंट्स 357
2 साई सुदर्शन गुजरात टाइटंस 329
3 मिचेल मार्श लखनऊ सुपर जायंट्स 295

शीर्ष गेंदबाज़ (Purple Cap)

स्थान खिलाड़ी टीम विकेट
1 नूर अहमद चेन्नई सुपर किंग्स 12
2 कुलदीप यादव दिल्ली कैपिटल्स 11
3 खलील अहमद चेन्नई सुपर किंग्स 11

विशेष प्रदर्शन खिलाड़ी (Special Performance Players)

  • अभिषेक शर्मा (SRH): पंजाब किंग्स के खिलाफ 55 गेंदों में 141 रन बनाकर इस सीज़न का सर्वोच्च व्यक्तिगत स्कोर बनाया।
  • प्रियांश आर्य (PBKS): चेन्नई सुपर किंग्स के खिलाफ 42 गेंदों में 103 रन बनाकर दूसरा सर्वोच्च स्कोर दर्ज किया।
  • नूर अहमद (CSK): अब तक 12 विकेट लेकर पर्पल कैप की दौड़ में सबसे आगे।

IPL 2025 मैच सारांश (IPL Match Summary)

हालिया मैच सारांश

  1. पंजाब किंग्स बनाम कोलकाता नाइट राइडर्स (15 अप्रैल 2025)
    • परिणाम: पंजाब किंग्स ने 16 रन से जीत दर्ज की
    • पंजाब की पारी: 111 रन (15.3 ओवर)
    • कोलकाता की पारी: 95 रन (15.1 ओवर)
    • मुख्य खिलाड़ी:
      • युजवेंद्र चहल: 4 विकेट, 28 रन देकर
      • मार्को यानसेन: 3 विकेट, 17 रन देकर
    • IPL के इतिहास में सबसे कम स्कोर का सफल बचाव।
  2. चेन्नई सुपर किंग्स बनाम लखनऊ सुपर जायंट्स (14 अप्रैल 2025)
    • परिणाम: चेन्नई सुपर किंग्स ने 5 विकेट से जीत दर्ज की
    • मुख्य खिलाड़ी: एमएस धोनी: 11 गेंदों में नाबाद 26 रन
    • रणनीतिक चूक: लखनऊ के कप्तान ऋषभ पंत ने धोनी के खिलाफ स्पिनर रवि बिश्नोई का उपयोग नहीं किया, जो आलोचना का विषय बना।
  3. सनराइजर्स हैदराबाद बनाम पंजाब किंग्स (12 अप्रैल 2025)
    • परिणाम: सनराइजर्स हैदराबाद ने 8 विकेट से दर्ज की शानदार जीत
    • पंजाब की पारी: 245/6
    • हैदराबाद की पारी: 246/2 (18.3 ओवर)
    • मुख्य खिलाड़ी:
      • अभिषेक शर्मा: 55 गेंदों में 141 रन (10 छक्के, 14 चौके)
      • ट्रैविस हेड: 37 गेंदों में 66 रन
    • विशेष: IPL इतिहास में दूसरा सबसे बड़ा सफल रन चेज।

निष्कर्ष

आज आपने जाना हाल ही में हुए IPL 2025 के कुछ मैचों का विवरण। अब तक के हुए मैचों से मिली जानकारी के अनुसार फिलहाल गुजरात टाइटंस और दिल्ली कैपिटल्स टॉप पर काबिज़ हैं और प्लेऑफ की दौड़ में सबसे आगे हैं।

देखते हैं कौन सी टीम पहुंचेगी फाइनल में और कौन होगा मेन ऑफ द मैच?
कौन सी टीम दिखाएगी फाइनल में अपना जलवा?
आपके अनुसार कौन हो सकता है?

Baba Ram Rahim Furlough news: बाबा राम रहीम एक बार फिर आएँगे जेल से बाहर, 21 दिन के लिए हुई फरलो मंजूर।

आपकी जानकारी के लिए बता दें, हाल ही में एक फैसले में हरियाणा सरकार ने डेरा प्रमुख बाबा राम रहीम (Baba Ram Rahim) को 21 दिन की फरलो मंजूर कर दी है, जिससे उन्हें जेल से अस्थायी रिहाई मिल गई है।

यह घटनाक्रम पंजाब और हरियाणा उच्च न्यायालय (Haryana and Punjab High Court) के उस फैसले के बाद हुआ है, जिसमें बाबा राम रहीम (Baba Ram Rahim) की पैरोल की वैधता को चुनौती देने वाली शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक समिति (एसजीपीसी) की याचिका को खारिज कर दिया गया था।

इस निर्णय ने काफी ध्यान आकर्षित किया है, क्योंकि बाबा राम रहीम, जो 2017 से 20 साल की सजा काट रहे है, उनको पिछले चार वर्षों में कई बार पैरोल दी गई है।

डेरा प्रमुख बाबा राम रहीम को Furlough मिलने के पीछे क्या कारण है?

डेरा प्रमुख बाबा राम रहीम (Baba Ram Rahim) को हरियाणा सरकार ने 21 दिन की फरलो दी है। मंगलवार सुबह 6:30 बजे उन्हें रोहतक जेल से रिहा कर दिया गया। सुत्रो की जानकारी के अनुसार, 21 दिन की इस पैरोल अवधि के दौरान डेरा प्रमुख बाबा राम रहीम बरनावा आश्रम में रहेंगे।

हालांकि बाबा राम रहीम (Baba Ram Rahim) को कई बार पैरोल दी जा चुकी है, लेकिन इस बार उन्हें पैरोल दिए जाने से हर तरफ हलचल मच गई है।

लगातार सुर्खियों में छाए जाने वाले बाबा राम रहीम (Baba Ram Rahim) आजकल बड़ी चर्चा में हैं। मीडिया में बाबा राम रहीम की चर्चा का विषय है-फरलो, जो बाबा राम रहीम (Baba Ram Rahim) को 21 दिन के लिए मिल गई है।

इससे पहले जनवरी माह में बाबा राम रहीम जेल से बाहर आए थे। डेरा सच्चा सौदा के चीफ बाबा राम रहीम ( Dera Chief Baba Ram Rahim) के लिए 21 दिन की फरलो मंजूर हो गई है। आपकी जानकारी के लिए बता दें इससे पहले राम रहीम कई बार पैरोल पर आ चुके हैं।

Difference between Parole/Furlough

इस बार बाबा राम रहीम (Baba Ram Rahim) पैरोल पर नहीं फरलो पर 21 दिन के लिए बाहर आ रहे हैं। अब आप सोच रहे होंगे कि आख़िर फरलो और पैरोल में क्या अंतर है। दरअसल, पैरोल और फरलो में ज़्यादा अंतर नहीं है।
पैरोल- पैरोल किसी कैदी के अच्छे व्यवहार के आधार पर विशेष उद्देश्य के लिए अस्थाई रूप से या सजा की समाप्ति से पहले रिहाई।
फरलो- फरलो कैदियों की एक अल्पकालिक अस्थाई रिहाई मतलब कम समय के लिए रिहाई।

आपको बता दें कि राम रहीम 25 अगस्त 2017 से सुनारिया जेल में हैं। 3 साल के अंदर बाबा राम रहीम 184 दिन यानी 7 बार पैरोल पर जेल से बाहर आ चुके हैं। हाल ही में हरियाणा सरकार ने डेरा चीफ़ बाबा राम रहीम ( Baba Ram Rahim) की 21 दिन की फरलो मंजूर कर दी है। इसलिए अबकी बार फिर बाबा राम रहीम 21 दिन की फरलो पर बाहर आ रहे हैं।

फरलो मिलने के बाद गुरमीत राम रहीम सिंह उत्तर प्रदेश के बागपत जिले के बरनावा आश्रम डेरे में पधारेंगे। इससे पहले गुरमीत राम रहीम 10 जनवरी 2024 को 50 दिन की पैरोल पर आए थे।

SGPC vs. Dera Chief Baba Ram Rahim- Parole/Furlough Controversy

शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक समिति (SGPC) की याचिका में चिंता जताई गई थी कि डेरा प्रमुख बाबा राम रहीम (Baba Ram Rahim) को बार-बार पैरोल दिए जाने से कानूनी व्यवस्था की अखंडता को नुकसान पहुंच रहा है। हालांकि, हाईकोर्ट ने अपने फैसले में इन चिंताओं को खारिज करते हुए कहा कि डेरा प्रमुख के मामले में कानून के दुरुपयोग का कोई सबूत नहीं है।

अदालत ने पाया कि Haryana Good Conduct Prisoner (अस्थायी रिहाई) अधिनियम, 2022 को बाबा राम रहीम के मामले में सही ढंग से लागू किया गया था और इस तर्क को खारिज कर दिया कि इसके बजाय पुराने 1988 अधिनियम का इस्तेमाल किया जाना चाहिए था।

List of paroles/Furlough Granted to Baba Ram Rahim Singh

आपकी जानकारी के लिए बता दें, 2021 स लेकर अब तक डेरा प्रमुख बाबा राम रहीम को Haryana Good Conduct Prisoner Act 2022 के तहत कई बार पैरोल दी जा चुकी हैं। कुल मिलाकर उन्हें 2000-2023 दोनों में लगभग 190 दिन से ज़्यादा की पैरोल मिली चुकी है।

1. Furlough 21 Days (7 February 2022)
2. Parole 30 Days (17 June 2022)
3. Parole 40 Days (15 October 2022)
4. Parole 40 Days (21 January 2023)
5. Parole 30 Days (20 July 2023)
6. Furlough 21 Days (21 Nov 2023)
7. Parole 50 Days (19 January 2024)
8. Furlough 21 Days (13 August 2024)

क्या हरियाणा सरकार द्वारा डेरा चीफ़ बाबा राम रहीम सिंह को दी गई पैरोल/फरलो कानूनन रूप से सही है?

अपने पैरोल के दौरान, गुरमीत राम रहीम सिंह (Baba Ram Rahim) ने पैरोल अधिनियम की कानूनी आवश्यकताओं का पालन किया है। अच्छे आचरण और व्यवहार के संबंध में अधिनियम की शर्तों के आधार पर उन्हें पैरोल दी गई है। High Court के फैसले ने इन पैरोल की वैधता की पुष्टि की और उनके मामले में 2022 अधिनियम के आवेदन को बरकरार रखा।

बार-बार पैरोल मिलने का कारण है बाबा (Baba Ram Rahim) का अच्छा व्यवहार जिसके कारण बाबा राम रहीम जी को बार-बार पैरोल मिलती है। यह सब ध्यान में रखा जाता है कि जब पैरोल मिलती है तो वहां का कैसा माहौल है? शायद सब कुछ अच्छा होने का कारण है बाबा को बार-बार पैरोल मिलना।

क्या डेरा प्रमुख बाबा राम रहीम सिंह को पैरोल/फरलो मिलने से लोग उनसे जुड़े हैं?

पैरोल और फरलो की प्रत्येक अवधि में डेरा चीफ़ गुरमीत राम रहीम सिंह को अपने अनुयायियों से जुड़ने के अवसर मिलता है।

इन समय में बाबा राम रहीम (Baba Ram Rahim) के अनुयायियों द्वारा ऑनलाइन सत्संग आयोजित किए जाते हैं और विभिन्न सामाजिक और मानवीय गतिविधियों का नेतृत्व किया जाता है। जिस से लोगों को बहुत फ़ायदा होता है। बहुत से लोग उनसे जुड़कर नशी छोड़ रहे हैं।

आँकड़ों की मानें तो बाबा राम रहीम के जेल जाने से पहले दुनिया भर में उनके करीब 60 मिलियन अनुयायी थे। लेकिन उनकी कई बार रिहाई के बाद यह संख्या बढ़कर 70 मिलियन के पार हो गई है।

उनके कल्याणकारी कार्यों ने मीडिया कवरेज को बढ़ाया और सकारात्मक परिणामों ने उनकी सार्वजनिक छवि को बढ़ाने में मदद की। पैरोल पर आने के बाद समाज के लोग बाबा राम रहीम ( Baba Ram Rahim) से जुड़ते हैं और बाबा के आने की ख़ुशी में उनके अनुयायी अपनी ख़ुशी को मानवता भलाई के कार्य करते हुए मनाते हैं।

निष्कर्ष-
डेरा चीफ़ बाबा राम रहीम सिंह (Dera Chief Baba Ram Rahim) के अनुयायी अपने गुरु के आगमन का जश्न मना रहे हैं, हाल ही में हाई कोर्ट का फैसला बाबा राम रहीम की पैरोल की कहानी में एक महत्वपूर्ण क्षण बना हुआ है।

सामाजिक और मानवीय क्षेत्रों में बाबा राम रहीम के चल रहे काम उनके प्रभाव को मजबूत कर रहे हैं। यह प्रभाव विभिन्न समूहों से समर्थन और आलोचना दोनों को आकर्षित करता है।

Income Tax Budget 2024: नौकरीपेशा को मिली बड़ी राहत, अब 3.75 लाख तक की सैलरी पर नहीं लगेगा कोई टैक्स

Union Budget 2024-2025:

जब सरकार के खर्च से ज़्यादा उसकी आमदनी हो जाती है, तो उसे सरप्लस बजट कहते हैं। किसी एक financial year में सरकार के पास अतिरिक्त रक़म बचना surplus budget कहलाता है। Budget का साधारण अर्थ होता है- ख़र्च और कमाई का पूरा हिसाब-किताब करना। अर्थात् आम भाषा में कहें, तो लेखा-जोखा करना। केंद्र सरकार जो budget पेश करती है उसको हम यूनियन बजट, केंद्रीय बजट या आम बजट भी कहते हैं। क्योंकि यह बजट पूरे देश के हित को लेकर बनाया जाता है। जैसे हम लोग अपने घरों का बजट बनाते हैं, ठीक उसी प्रकार सरकार द्वारा भी बजट बनाया जाता है। बजट में कितनी आमदनी होगी, कितना ख़र्च होगा और कितनी बचत होगी यह सब शामिल होता है।

Income Tax Slabs Changes By Nirmala Sitharaman:

आपको बता दें Ministry of Finance ने इस बार बजट भाषण में कई बड़े एलान किए हैं। जिस से आम जनता को व करदाताओं को भी राहत मिली है। निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) ने टैक्स सिस्टम में बदलावों की घोषणा की। इसके अलावा Standard Tax Deduction में भी बढ़ोतरी भी हुई है। आइए इस खबर में जानते हैं कि income tax system में क्या-क्या बदलाव हुए हैं।

Budget 2024 Key Highlights:

  • बजट 2024 में क्या नया है?
  • आम बजट में new tax slab की घोषणा की गई।
  • न्यू टैक्स रिजीम के Standard Tax Deduction को भी बढ़ा दिया गया।
  • न्यू टैक्स रिजीम में पारिवारिक पेंशन की कर कटौती में भी बदलाव हुआ।

What’s New in 2024 Budget?

Budget 2024 में income tax structure में बदलाव किए गए हैं, जिससे करदाताओं के लिए पुरानी और नई व्यवस्थाओं के बीच तुलना करने का मौक़ा मिला है। नई व्यवस्था में कम आय वर्ग के लिए बढ़ी हुई मानक कटौती और लाभ दिए गए हैं, जबकि पुरानी व्यवस्था में विभिन्न कटौती की अनुमति थी।

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बजट भाषण में करदाताओं के लिए बड़ी घोषणा कर दी है। निर्मला सीतारमण ने कहा कि न्यू टैक्स रिजीम (New Tax Regime) में स्टैंडर्ड डिडक्शन (Standard Tax Deduction) को 75,000 रुपये कर दिया गया है। आपको बता दें, पहले स्टैंडर्ड टैक्स डिडक्शन 50,000 रुपये था।

आपकी जानकारी के लिए बता दें कि यह बदलाव केवल new tax regime के करदाताओं के लिए है। ओल्ड टैक्स रिजीम (old tax regime) के लिए Standard Tax Deduction में कोई बदलाव नहीं किए गए हैं।

न्यू टैक्स स्लैब में हुआ बदलाव (New Income Tax Slabs Change):

वित्त मंत्री Nirmala Sitharaman ने बताया कि इस बार न्यू टैक्स स्लैब (new tax slab) में बदलाव किए गए हैं और पुरानी कर व्यवस्था में कोई भी बदलाव नहीं किया गया है। अब नई कर व्यवस्था में 3 लाख रुपये तक के annual income पर कोई टैक्स नहीं लगेगा। वहीं, 3 से 7 लाख रुपये के सालाना इनकम पर 5% टैक्स देना होगा। वहीं, 7 से 10 लाख रुपये पर 10 प्रतिशत और 10 से 12 लाख रुपये के सालाना इनकम पर 15% टैक्स देना होगा। इसी तरह 12 से 15 लाख रुपये के सालाना इनकम (Annual Income) पर 20% और 15 लाख से ज्यादा की इनकम पर 30% का टैक्स लगेगा।

New Income Tax Slab:

घोषित नए आयकर स्लैब इस प्रकार हैं:

  • ₹ 3 लाख तक : 0%
  • ₹ 3 से ₹ 7 लाख: 5%
  • ₹ 7 लाख से ₹ 10 लाख: 10%
  • ₹ 10 लाख से ₹ 12 लाख: 15%
  • ₹ 12 लाख से ₹ 15 लाख: 20%
  • 15 लाख रुपये से अधिक : 30%

New Updates:

टैक्स कटौती में हुआ बदलाव:

Budget में न्यू टैक्स रिजीम (new tax regime) में पारिवारिक पेंशन से होने वाली कटौती को 25,000 रुपये करने का प्रस्ताव पेश किया गया है। जबकि पहले यह कटौती 15,000 रुपये थी। वहीं, इनकम टैक्स एक्ट की धारा 80CCD में गैर-सरकारी नियोक्ता के संबंध में कटौती की राशि को भी 10 फीसदी से बढ़ाकर 14 फीसदी करने का प्रावधान किया गया है।

New Income Tax Regime Beneficial for All Salaried Taxpayers:

वेतनभोगियों के बीच नई व्यवस्था को अधिक लोकप्रिय बनाने के लिए, सरकार ने मानक कटौती में वृद्धि की घोषणा की और कर स्लैब में बदलाव किया। सरकार वेतनभोगी आयकरदाताओं को एक नई व्यवस्था अपनाने के लिए प्रेरित कर रही है, जिसके बारे में उसका कहना है कि यह सरल है और इसमें करों की दरें कम हैं। नई व्यवस्था की घोषणा 2020-21 के केंद्रीय बजट में की गई थी और यह पुरानी कर व्यवस्था के साथ ही मौजूद है। वेतनभोगी करदाता अपना रिटर्न दाखिल करते समय किसी भी व्यवस्था को चुनने के लिए स्वतंत्र हैं, लेकिन व्यवसाय या पेशे से आय वाले लोगों के लिए, नई व्यवस्था इस आकलन वर्ष (2024-25) से डिफ़ॉल्ट व्यवस्था है।

वेतनभोगियों के बीच नई व्यवस्था को और अधिक लोकप्रिय बनाने के लिए, सरकार ने मानक कटौती में वृद्धि की घोषणा की और कर स्लैब में बदलाव किया। इन बदलावों के परिणामस्वरूप नई कर व्यवस्था में शामिल होने वाले वेतनभोगी करदाताओं को ₹ 17,500 तक की अतिरिक्त बचत हो सकती है।

शेयर बाजार के निवेशकों को लगा झटका:

Budget भाषण में जहां एक तरफ न्यू टैक्स रिजीम (New Tax Regime) को लेकर बड़ी घोषणा की गई हैं, वहीं Share Market के निवेशकों के लिए भी बड़े एलान किए गए हैं। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Finance Minister Nirmala Sitharaman) ने बताया कि कैपिटल गेन टैक्स लॉन्ग टर्म कैपिटल गेन को 12 फीसदी कर दिया गया जो पहले 2.50 फीसदी था।

Yaad -E – Murshid Free Polio Camp

आपकी जानकारी के लिए बता दें कि आने वाली 18 तारीख़ को हरियाणा की एक संस्था में निःशुल्क विकलांगता निवारण शिविर का आयोजन किया जा रहा है। आपको बता दें यह शिविर हर साल लगाया जाता है और सैंकड़ों लोग इस शिविर का हिस्सा बनते हैं।

आपकी जानकारी के लिए बता दें यह शिविर हरियाणा के डेरा सच्चा सौदा सिरसा में लगाया जा रहा है। आपको बता दें कि यह शिविर डेरा सच्चा सौदा के संस्थापक बेपरवाह शाह मस्ताना जी महाराज की पावन स्मृति में हर साल लगाया जाता है। जो पूर्ण रूप से निःशुल्क लगाया जाता है। इस कैंप में सभी तरह की मेडिकल सुविधा फ्री में दी जाती है।

याद-ए-मुर्शीद विकलांगता निवारण शिवर —
मानवता को सर्पित है डेरा सच्चा सौदा का निःशुल्क याद-ए-मुर्शीद विकलांगता निवारण शिवर। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि Dera Sacha Sauda में यह कैंप Baba Ram Rahim ji की पावन प्रेरणा से हर साल “18 अप्रैल” को “पूजनीय बेपरवाह शाह मस्ताना जी महाराज” की पावन स्मृति में लगाया जाता है। इस कैंप में सुपर स्पेशलिस्ट डॉक्टर और पैरा मेडिकल स्टाफ अपनी सेवाएं फ्री में देते हैं। Dera Sacha Sauda में इस तरह के कैंप निरंतर रूप से लगते रहते हैं।

Yaad E Murshid Free Polio & Disability Correction Camp के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी –

इस कैंप के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी नीचे दी जा रही है –

दिनांक — 18 अप्रैल 2024
समय -सुबह 9:00 बजे से शाम 3:00 बजे तक

स्थान — शाह सतनाम जी स्पेशलिटी हॉस्पिटल , सिरसा (हरियाणा) 125055

फोन नं — 01666- 260222, 97288- 60222

Baba Ram Rahim के मार्गदर्शन में DSS में disability camp की तरह और भी अन्य मासिक कैंप लगाए जाते हैं।

रक्तदान शिविर, फ्री मेडिकल कैंप, याद -ए – मुर्शीद फ्री Eye camp आदि Dera Sacha Sauda में लगने वाले कैंप मानवता को समर्पित हैं। अगर आपके आस-पास कोई भी शारीरिक रूप से विकंलाग है और आर्थिक रूप से अपना इलाज करवाने में असमर्थ है, तो आप उन्हें इस शिविर की जानकारी दें, ताकि ज़्यादा से ज़्यादा लोग इस कैंप का हिस्सा बन सके।

First Solar Eclipse : 8 अप्रैल को लगने जा रहा है इस साल का पहला सूर्य ग्रहण

First Solar Eclipse of 2024:
8 अप्रैल को इस साल का पहला सूर्य ग्रहण (First Solar Eclipse of 2024) लगने वाला है। यह ग्रहण विश्व के अलग-अलग स्थानों पर दिखाई देगा। खास तौर पर मैक्सिको, अमेरिका और कनाडा में पूर्ण सूर्य ग्रहण लगेगा।

क्या होता है सूर्य ग्रहण ?

चाँद के धरती और सूर्य के बीच आने के कारण लगता है सूर्य ग्रहण। चाँद सूर्य को पूर्ण या आंशिक रूप से ढक लेता है और सूर्य की रोशनी पृथ्वी तक नहीं पहुंच पाती।
इस वर्ष का सूर्यग्रहण (Solar eclipse of 2024) दुनिया के तीन देशों में ही दिखाई देगा। इस पूर्ण सूर्य ग्रहण के दौरान चंद्रमा, सूर्य की पूरी डिस्क को ढक लेगा और दिन में अंधेरा छा जाएगा।

कहाँ और कब देखा जा सकेगा First Solar Eclipse of 2024 :
आपकी जानकारी के लिए बता दें की 8 अप्रैल को लगने वाले साल के पहले सूर्यग्रहण (First Solar Eclipse) को मैक्सिको, अमेरिका और कनाडा में देखा जा सकेगा। अलग-अलग देशों के अनुसार इसकी अवधि अलग-अलग रहेगी। माना जा रहा है कि अमेरिका के टेक्सास में इसका सबसे ज्यादा असर रहेगा। टेक्सास के कुछ इलाकों में 4 मिनट 25 सेकंड तक पूर्ण सूर्यग्रहण रहेगा और अंधेरा छा जाएगा।
मैक्सिको में इसका असर 40 मिनट 43 सेकंड तक होगा। अमेरिका में यह ग्रहण 67 मिनट 58 सेकंड तक के लिए होगा और कनाडा में 34 मिनट 4 सेकंड ही इस सूर्यग्रहण को देखा जा सकेगा। बता दें कि ग्रहण के समय भारत में रात होने के कारण (रात्रि 10:08 – 1:25 बजे), इसे भारत में (in India) देखना मुमकिन नहीं होगा।

When was the First Solar Eclipse?
वैसे तो सूर्य, चंद्र, अंतरिक्ष या इनसे संबंधित खगोलीय घटनाओं की शुरुआत के बारे में जानकारी या साक्ष्य जुटा पाना संभव नहीं है। फिर भी इतिहासकारों का मानना है कि पहला सूर्यग्रहण 22 अक्तूबर, 2134 ई.पू. को प्राचीन चीन में लगा था। हालांकि इसे रिकॉर्ड नहीं किया जा सका सका था।
3 मई 1375 या 5 मार्च 1223, ई०पू० प्रमाणिक सूर्यग्रहण के सूर्यग्रहण को सबसे पहला सूर्यग्रहण (First Solar Eclipse) माना जाता है। यह ग्रहण कांस्य युग के उगारिट शहर में 3247 साल पहले दिखाई दिया था, जो कि वर्तमान सीरिया में है।

When was the solar eclipse first discovered?
अनेक्सागोरस (Anaxagoras) नामक एक ग्रीस विद्वान ने सबसे पहले सूर्य और चंद्र ग्रहण के लिए सटीक वैज्ञानिक व्याख्या प्रस्तुत की। ई०पू० के समय में ग्रहणों से संबंधित सही थ्योरी उनकी ही थी। वर्तमान में कई चीनी और ग्रीक दार्शनिकों ने ग्रहण को विस्तार से जानने के प्रयत्न किए। परंतु जोहानस केपलर ने 1605 में पूर्ण सूर्यग्रहण की प्रमाणिक व्याख्या पेश की।

Noble Gas first observed during solar eclipse?
हीलियम (Helium) एक ऐसी गैस है, जिसे 18 अगस्त, 1868 के पूर्ण सूर्य ग्रहण के दौरान सबसे पहले पाया गया। (noble gas first observed during solar eclipse) लार्कयर ने हीलियम को सूर्य के करोमोस्फीयर में पाया। गौरतलब है कि उससे पहले तक यह गैस धरती पर भी नहीं पाई गई|

How A Solar Eclipse first proved Einstein right?
सूर्य ग्रहण विज्ञानिकों को शोध, रिसर्च व खोज के नये अवसर प्रदान करते हैं। इसी कड़ी में 29 मई 1919 का सूर्य ग्रहण विज्ञान के क्षेत्र में बड़ा महत्त्वपूर्ण साबित हुआ। 1919 के सूर्य ग्रहण ने महान वैज्ञानिक आइंस्टीन की सामान्य सापेक्षता (General Relativity) की थ्योरी को सही साबित कर दिया था।
1915 में अल्बर्ट आइंस्टीन ने रिलेटिविटी से संबंधित एक सिद्धांत प्रस्तुत किया। जिसके अनुसार तारों से निकलने वाला प्रकाश सूर्य के गुरुत्वाकर्षण के कारण मुड़ जाता है। यानि की अब दिखाई देने वाले तारों का स्थान उनका वास्तविक स्थान नहीं है। उनकी यह थ्योरी 1919 के सूर्य ग्रहण ने सच साबित कर दी(solar eclipse proved Einstein right).

भारत में सूर्यग्रहण (in India) :
भारत में (in India) सूर्य और चंद्रग्रहण की सर्वप्रथम व्याख्या आर्यभट्‌ट ने की। माना जाता है कि भारत में सूर्यग्रहण को धार्मिक महत्वों के साथ जोड़ा जाता है। इस साल 8 अप्रैल का सूर्यग्रहण यहां दिखाई नहीं देगा। भारत में (in India) अगला सूर्यग्रहण 2031 में देखा जा सकेगा।

Chandigarh Tourist Places: अगर आपका वीकेंड में घूमने का है प्लान, तो 2 दिनों में चंडीगढ़ की इन जगहों को कर सकते हैं आप कवर

Best Places to Visit in Chandigarh: यदि आप घूमने का सोच रहे हैं, तो चंडीगढ़ शहर में ऐसी कई जगह हैं जहां पर आप अपने वीकेंड को बहुत ही अच्छे तरीके से enjoy कर सकते हैं। आइए आज हम आपको कुछ ऐसी जगहों के बारे में बताते हैं, जहां आप बड़ी आसानी से पहुंच सकते हैं और आपका ज्यादा समय भी बर्बाद नहीं होगा। चंडीगढ़ के ये स्थान बेहद शांत और खूबसूरत हैं।

Top and Famous  Chandigarh tourist places: जब भी हम घूमने की बात करते है, तो एक्साइटमेंट तो बहुत ज्यादा हो जाती है, बहुत से लोगों को घूमना बहुत पसंद होता है। लेकिन जैसे ही ट्रैवलिंग (Travelling) के बारे में सोचते है, तो लगता है कि एक से दो दिन तो सफर में ही बीत जाएंगे। घूमने का तो समय ही नहीं मिलेगा। तो घबराइए मत, यदि आप घूमना भी चाहते हैं और अपनी ट्रैवलिंग का समय भी बचाना चाहते हैं, तो ऐसी बहुत से place हैं, जो आपके शहर में मौजूद हैं। जहां जाने के लिए आपके पास समय ही समय है।

घूमते-घूमते हुए गुजारें अपना वीकेंड- यदि आप लोग चंडीगढ़ घूमने का प्लान कर रहे हैं, तो यहां ऐसी कई जगहें हैं, जहां पर आप अपना वीकेंड बहुत ही अच्छी तरह से enjoy कर सकते हैं। आप किसी दूसरे शहर से आए हैं तो भी आप यहां शानदार वीकेंड गुजार सकते हैं और अगर आप चंडीगढ़ (Weekend Plan in Chandigarh) के बाहर भी आस-पास जाना चाहते हैं, तो भाई क्या ही कहने। चंडीगढ़ से कुछ ही दूरी पर कुछ हिल स्टेशन भी है, जहां जाने में आपको ज्यादा समय नहीं लगेगा।

चंडीगढ़- शांत और खूबसूरत- आज हम आपको कुछ ऐसी जगहों के बारे में बताने वाले हैं, जहां आप बड़ी आसानी से पहुंच सकते हैं। यहां जाने पर आपका समय ज्यादा बर्बाद नहीं होगा। चंडीगढ़ की ये जगहें बेहद शांत, रोमांचक और खूबसूरत हैं। यानी की आप आराम से अपनी छुट्टियां एन्जॉय कर सकते हैं। इतना पढ़ने के बाद मन में चंड़ीगढ़ जाने के बारे में एक बार तो सोच ही लिया होगा आपने।

चंडीगढ़ में क्या है खास – आइये पहले चंडीगढ़ के बारे में कुछ जान लेते हैं। जी हां यदि आप कहीं घूमने जाने का प्लान कर रहें हैं तो जाहिर सी बात है कि आपको उस जगह के बारे में पता होना चाहिए। बहुत नहीं पर थोड़ा बहुत इतिहास जानना तो बनता है न दोस्त।
सबसे पहले आपको जानकारी के लिए बता दें कि चंडीगढ़ हरियाणा और पंजाब की राजधानी है। हालांकि, देश आज़ाद होने से पहले पंजाब की राजधानी लौहार हुआ करती थी, लेकिन देश की आज़ादी के बाद नई राजधानी की जरूरत पड़ी और 1947 में चंडीगढ़ को पंजाब की राजधानी घोषित किया गया। चंडीगढ़ का नाम यहां पर स्थित प्रसिद्ध धार्मिक मंदिर मां चंडी मंदिर के नाम से मिला है। ये दिल्ली से 245 किलोमीटर दूर स्थित है। देश-दुनिया के पर्यटक यहां आते हैं। तो चलिए शुरू करते हैं रॉज गार्डन से और रॉक गार्डन से जो यहां सबसे ज्यादा फेमस है। जहां घूमने वालों की संख्या भी सबसे ज्यादा होती है।

रोज गार्डन (Rose Garden)- चंडीगढ़ में स्थित रोज गार्डन(Rose Garden) को एशिया(Asia) के सबसे बड़े रोज गार्डन में से एक माना जाता है। रोज गार्डन चंडीगढ़ (Chandigarh) में रॉक गार्डन के बाद सबसे ज्यादा घूमा जाने वाला गार्डन है। रोज गार्डन का नाम भारत के पूर्व राष्ट्रपति जाकिर हुसैन के नाम पर रखा गया है। इस खूबसूरत उद्यान की स्थापना 1967 में की गई थी। यह पार्क 10 एकड़ में फैला हुआ है और यहां गुलाब की कई प्रजातियां है। इन्हें बेहद खूबसूरत तरीके से प्रदर्शित किया गया है। यहां 1600 से अधिक तरह के फूल पाए जाते हैं। आपको बता दें कि इस रॉज गार्डन में वार्षिक गार्डन फेस्टिवल भी मनाया जाता है। ये फरवरी और मार्च के दौरान एक प्रमुख सांस्कृतिक कार्यक्रम(cultural program) होता है।

आख़िर क्या है खास रोज़ गार्डन में:- यहां तरह-तरह के गुलाब के फूल मिलेंगे। यहां 32,500 किस्म के पेड़ व औषधीय पौधे मौजूद हैं। यहां लोगों के लिए जॉगिंग ट्रैक भी उपलब्ध है और लोगों को आकर्षित करने के लिए पानी का फव्वारा भी है।

रॉक गार्डन (Rock Garden)- रॉक गार्डन चंडीगढ़ शहर की जानी-मानी घूमने की जगह है। यह चंडीगढ़ की सबसे ज्यादा घूमने वाली जगहों में से एक है। यहां सबसे ज्यादा पर्यटकों का आना-जाना है। यह गार्डन मूर्तिकला, वास्तुकला और पौराणिक कथाओं का मिश्रण है। रॉक गार्डन चंडीगढ़ में स्थित 35 एकड़ की भूमि में बनाया गया एक बड़ा गार्डन है। इसकी खास बात यह है कि यह घरेलू कचरे और कई औद्योगिक वस्तुओं से बनाया गया है। इस उद्यान में चूड़ियां, चीनी मिट्टी के बर्तन, टाइलें, बोतलें और बिजली के कचरे जैसी वस्तुओं का उपयोग करके मूर्तियां बनाई गई हैं।

इतिहास- History
रॉक गार्डन के पीछे की कहानी यह है कि इसके संस्थापक नेक चंद ने 1957 में अपने खाली समय में गुप्त रूप से इस गार्डन को बनाना शुरू किया था। इस गार्डन का layout एक खोए हुए साम्राज्य की कल्पना पर आधारित है। इसमें 14 कमरे बने हुए हैं। लगभग हर त्योहार के समय रॉक गार्डन त्योहार जैसा माहौल बना देता है।

आखिर क्या खास है रॉक गॉर्डन में?
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि मनुष्यों और जानवरों की आकृतियां बनाने के लिए टूटे हुए कांच के टुकड़े, शौचालय के उपकरण और टूटी टाइलों का उपयोग किया गया है। रॉक गार्डन में जाने के बाद आपको ऐसा लगेगा, जैसे आप किसी गांव में आ गए हों। इसमें सुंदर झोपड़ियां बनाई गई है। यह गार्डन रोमन वास्तुकला से प्रेरित होकर बनाया गया है। यहां बच्चों के लिए झूले भी लगे हुए हैं। यहां झरने और एक्वैरियम भी बने हुए हैं, जहां हम चारों ओर घूमती हुई मछलियां भी देख सकते हैं। यहां पर एक तरह का ओपन एयर थिएटर है, जिसकी सीढ़ियों पर बैठकर आप हंसता हुआ दर्पण प्रदर्शन, एंटीक वस्तुओं की दुकान, ऊंट और रेलगाड़ी की सवारी और फूड कोड का आनंद ले सकते हैं।

पता और एंट्री फीस:
ये उद्यान चंडीगढ़ के उत्तर मार्ग, सेक्टर-1 में स्थित है। यहां पर एंट्री फीस भी है। बड़ों के लिए 30 रुपए और बच्चों के लिए- 10 रुपए ticket है।

सुखना लेक (Sukhna Lake): Sukhna Lake भी चंडीगढ़ में आकर्षण का केंद्र है। आपको बता दें सुखना लेक 3 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्रफल में फैली हुई है, सुखना लेक में सर्दियों के महीनों में कई विदेशी प्रवासी पक्षी, साइबेरियन, बत्तख और क्रेन का आवागमन होता है। सुखना लेक (Sukhna lake) को भारत सरकार द्वारा राष्ट्रीय आर्द्रभूमि घोषित किया गया है। मानसून के समय यहां अधिकतर लोग यहाँ पर घूमने आते हैं। यहां पर ज़्यादातर लोग अपने परिवार को लेकर आते हैं। सुखना लेक एशिया में नौकायन व नौकायन आयोजनों के लिए प्रचलित है।

क्या खास है सुखना लेक में: Boating: यहां पर लोग सैलानी बोटिंग भी करते हैं। यहां पर आपको 2 सीटर, 4 सीटर, शिकारा बोट, सोलर क्रूज मिल जाती हैं, जिसमें बोटिंग करके आप इस लेक का आनंद उठा सकते हैं और अपने वीकेंड को यादगार बना सकते हैं।
Park: इस लेक पर पार्क भी बनाया गया है। जिसमें बच्चे ट्रेन की सवारी कर सकते हैं। यहां पर बुल राइड भी की जाती है, जो बेहद मजेदार होती है यक़ीनन यह आपको बहुत पसंद आएगी।
Food court: यहां पर खाने-पीने के लिए सिटको कैफेटेरिया, शेफ लेक व्यू और कई फूड कोर्ट बने हुए हैं।
सुखना लेक की सुंदरता को बढ़ाने के लिए यहाँ पर विभिन्न मूर्तियां भी बनाई गई हैं। यहां आपको जॉगिंग ट्रैक भी मिलेगा, जहां पर आप सूर्योदय और सूर्यास्त के दृश्य का आनंद उठा सकते हैं।

कहां है स्थित सुखना लेक- Address
सुखना लेक(Sukhna lake) चंडीगढ़ शहर के सेक्टर-1 में स्थित है। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि यहां पर जाने के लिए कोई एंट्री फीस नहीं है।

सेक्टर-17 मार्किट – Sector -17 Market
आप चंडीगढ़ घूमने आ ही गए हैं, तो मन कर रहा होगा कि थोड़ी शॉपिंग भी की जाए। चंडीगढ़ का सबसे फेमस मार्केट यहां पर सेक्टर-17 में है। शहर के बीचों-बीच होने के कारण इसे सिटी सेंटर भी कहा जाता है। यह इलाका 240 एकड़ में बना हुआ है। यहां पर आपको कई बड़े ब्रांड की दुकाने, इंटरनेशनल फूड भी मिलता है। खाने-पीने की सभी दुकानें सेक्टर-17 के बाज़ार में मिल जाती हैं।

क्या है खास यहाँ पर?
यहां एक मूवी थिएटर है। यहाँ पर स्थानीय दुकानें और अंतर्राष्ट्रीय ब्रेंड स्टोर है। शाम के म्यूजिकल फाउंटेन शो होता है, जो कि 7 बजे, 8 बजे और 09:00 बजे आयोजित किया जाता है। इन म्यूजिकल फाउंटेन शो में लोग इतने घुल जाते हैं कि वे खुद नाचने गाने लगते हैं।

चंडीगढ़ में स्थित म्यूजियम : Museum in Chandigarh

चंडीगढ़ के म्यूजियम बड़ी तेजी से पर्यटकों के लिए आकर्षणों का एक अहम हिस्सा बन रहे हैं। चंडीगढ़ में प्रतिष्ठित सरकारी संग्रहालय, आर्ट गैलरी, चंडीगढ़ के तीन वास्तुकला संग्रहालय, प्राकृतिक इतिहास संग्रहालय, अंतर्राष्ट्रीय गुड़िया संग्रहालय, रॉक गार्डन में राग गुड़िया संग्रहालय और उच्च न्यायालय संग्रहालय लोगों के लिए इतिहास के बारे में जानने के लिए बेहद खास बनता जा रहा है। ये संग्रहालय चंडीगढ़ में घूमने वाले लोगों के लिए आकर्षण का केंद्र बन रहे हैं।

इंटरनेशनल डॉल्स म्यूजियम- इंटरनेशनल डॉल्स म्यूजियम की स्थापना वर्ष 1985 में बाल भवन परिसर में की गई थी। इसमें 25 देशों (25 countries) की विरासत गुड़ियों का संग्रह दिखाया गया है। जिसमें ऐतिहासिक, भौगोलिक कलात्मक, सामाजिक-सांस्कृतिक, फैशन डिजाइन और पोशाक विशेषताओं के साथ विदेशी और स्वदेशी गुड़िया शामिल हैं। इसमें बच्चों के लिए गुड़ियों के रंगीन आदमकद कटआउट भी हैं।
इस खबर से जुड़ी सभी जानकारी चंडीगढ़ की अधिकारिक वेबसाइट (official website) से ली गई है।