क्रिसमस का त्योहार क्यों, कब और कैसे मनाया जाता है? जानिए इसको मनाने का इतिहास और इसका ईसाई धर्म के लोगों के लिए महत्व(Why, when and how is the Christmas festival celebrated? Know the history of its celebration and its importance for people of Christian religion.)-

 
त्योहारों का महत्व समाज में एकता, सामाजिक समरसता और आत्मीयता को बढ़ावा देता है। ये आपसी संबंधों को मजबूत करने, थकान और तनाव को कम करने और साँझा खुशियों को अनुभव करने का एक अवसर प्रदान करते हैं।
 
 त्योहारों की कड़ी में से क्रिसमस त्यौहार(Christmas festival) आ गया है। यह एक विशेष मौका है, जब हम परिवार और दोस्तों के साथ मिलकर आनंद और समृद्धि की भावना का आनंद ले सकते हैं।
 
ऐसे ही क्रिसमस ईसाइयों का महत्वपूर्ण पर्व है, जो ईसा मसीह के जन्म की स्मृति में मनाया जाता है। यह एक धार्मिक और सामाजिक उत्सव के रूप में मनाया जाता है। लोग इसे परिवार और दोस्तों के साथ बिताने का अवसर मानते हैं।
 
क्रिसमस का त्योहार कब, क्यों और कैसे मनाया जाता है-
 
क्रिसमस एक विशेष त्योहार है, जो हर वर्ष 25 दिसंबर को मनाया जाता है। यह खासकर ईसाई धर्म के अनुयायियों के लिए महत्वपूर्ण है, क्योंकि इस दिन ईसा मसीह का जन्म हुआ था। इसे ‘ईसा क्रिस्त का जन्म’ के रूप में भी जाना जाता है। हालांकि यह शुरूआत में एक धार्मिक त्योहार था, लेकिन आजकल इसे धार्मिकता के अलावा भी सामाजिक और सांस्कृतिक रूप में मनाया जाता है।
 
क्रिसमस ईसाई धर्म के अनुयायियों के लिए यीशु ख्रिस्त के जन्म की स्मृति है। इस दिन को पहले रोमन साम्राज्य में सूर्य पूजा के रूप में मनाया जाता था। ईसाई धर्म में, इसे 25 दिसम्बर को मनाने का आदान-प्रदान हुआ था ताकि यह ईसाई ईसा के जन्मदिन के रूप में मनाया जा सके। मिडल एज में, क्रिसमस को लोगों के बीच मिलने का अवसर बनाने के लिए सामाजिक उत्सव के रूप में मनाने का प्रचलन बढ़ा।
 
इस दिन लोग ईसा मसीह के जन्म की सालगिरह को याद करते हैं और आपसी प्रेम और समर्पण का महत्वपूर्ण सन्देश सांझा करते हैं। क्रिसमस का आयोजन खास रूप से परिवारों और दोस्तों के साथ मिलकर होता है। लोग अपने घरों को सजाकर, क्रिसमस के ट्री को सजाकर, गानों और नृत्यों के साथ आत्मीयों के साथ खुशियाँ मनाते हैं। इस दिन बच्चे खुदा का प्यार और दया का संदेश भी सीखते हैं। क्रिसमस भंडारण और भिक्षाटन का समय भी होता है, जो समाज में सहयोग और दान की भावना को मजबूत करता है।
 
क्रिसमस के त्योहार को मानने का इतिहास और महत्व –
 
क्रिसमस(Christmas ) का आदिकालिक इतिहास चौथी सदी में आरंभ हुआ था। इसका संबंध ईसाई धर्म के ईसा मसीह के जन्म से है, जिसे 25 दिसंबर को मनाया जाता है। पौराणिक कथाएं बताती हैं कि इस दिन को उत्सवमय बनाने के लिए सूर्य की पूजा आरंभ हुई थी। यह धार्मिक और सांस्कृतिक उत्सव विभिन्न देशों में विविधता से मनाया जाता है और धार्मिक तथा सामाजिक आदर्शों के साथ जुड़ा हुआ है।
 
क्रिसमस, ईसाई धर्म के अनुयायियों के लिए एक महत्वपूर्ण त्योहार है। यह ईसा मसीह के जन्म की स्मृति है जो प्रेम, सदभाव और दान की भावना को बढ़ावा देता है। क्रिसमस का मतलब ‘मसीह का दिन’ है, जो मानवता के लिए आत्मा की ऊर्जा और समर्पण का प्रतीक है। इसे उत्सव और खुशी के साथ मनाने के साथ ही, लोग एक दूसरे के साथ मिलकर और साँझा करके इस अद्भुत त्योहार का आनंद लेते हैं।
 
क्रिसमस की तैयारियाँ –
 
क्रिसमस त्यौहार (Christmas festival) को मनाने की विभिन्न तैयारियाँ की जाती हैं, लेकिन सबसे प्रमुख है ईसाई धर्म के अनुयायियों के लिए यीशु क्रिस्त की जन्मगाथा। इस दिन को उनके जन्मदिन के रूप में मनाया जाता है और लोग इसे धार्मिक और सामाजिक रूप से मनाते हैं। इस दिन को लोग विभिन्न सांस्कृतिक अभिवृद्धियों के साथ, परिवार और दोस्तों के साथ मिलकर, भोजन बाँटकर, गाने गाकर और उपहारों को देकर अद्वितीय रूप में मानते हैं। विशेष रूप से क्रिसमस का पौराणिक महत्व है, जो प्रेम और सहयोग की भावना को बढ़ावा देता है। इसे एक विशेष प्रकार से सजाकर, पूजा और सांस्कृतिक कार्यक्रमों के साथ मनाना एक आदर्श तरीका है।
 
क्रिसमस को मनाने के तरीके –
 
क्रिसमस मनाने के विभिन्न तरीके हैं। हर त्यौहार की सांस्कृतिक और परिवारों के आधार पर मनाने में विभिन्नता होती है।
इस त्यौहार को निम्न तरीकों से मनाया जाता है –
 
  • क्रिसमस पूजा: गृह में या परिवार के साथ मिलकर ईसाई धार्मिक रूप से पूजा करते हैं।
  • घर को सजाकर और रंग-बिरंगे लाइट्स लगाकर अच्छा माहौल तैयार किया जाता है।
  • गिफ्ट्स और उपहार देकर लोग अपने परिवार और दोस्तों के साथ समय बिताते हैं।
  • खाना और मिठाई: क्रिसमस पर खाने के लिए और बांटने के लिए स्पेशल मिठाई बनाई जाती है।
  • घर में क्रिसमस कैरोल्स गाकर और उन्हें सुनकर मनोरंजन किया जाता है।
  • लोग गरीबों की सहायता करते हैं और दान करते हैं, जिससे अधिक खुशियाँ बढ़ती हैं।
  • दोस्तों और परिवारजनों के साथ मिलकर पार्टी करते हैं और साथियों के साथ हंसी-मजाक कर समय बिताते हैं।इस प्रकार हर त्यौहार हमें प्रेम और सद्भावना की शिक्षा देते हैं।
 
निष्कर्ष
 
इस त्यौहार(Christmas festival) के दिन सारा माहौल प्रेम, दया और साझेदारी का होता है। जो लोगों को एक-दूसरे के साथ और भी अधिक जोड़ता है। क्रिसमस एक आनंददायक और सामाजिक त्यौहार है, जो लोगों को मिलने, बातचीत करने और एक-दूसरे के साथ अच्छे समय बिताने का एक अच्छा मौका प्रदान करता है।

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