Category

Other

Category

खाने में स्वादिष्ट और पौष्टिक आहार- नवाबी पनीरपनीर को अलग ही तरीके से आकृषित रूप में प्रस्तुत करने का सबसे बढ़िया और आसान सा आहार है नवाबी पनीर । नवाबी पनीर का रिच क्रीमी फ्लेवर सचमें एक बहुत ही  अच्छा  पौष्टिक और स्वादिष्ट होता है। कुछ ही मिनटों में बनने वाली यह डिश को कैसे बनाएं,आइए जानते हैं |

नवाबी पनीर बनाने का तरीका

काजू और नारियल के मिश्रण के लिए

सामानमात्रा
भिगोए हुए काजू              1/2 कप
हरी मिर्च 3
लौंग 3-4
दालचीनी की छाल2
हरी इलायची के बीज1/4 (छोटा चम्मच)
nawabi paneer recipe - Exclusive Samachar

पनीर तलने के लिए

तेल  1 बड़ा चम्मच
तिकोने आकार के पनीर 250 ग्राम

ग्रेवी बनाने के लिए

मक्खन 1 बडा चम्मच
तेज पत्ता1
अदरक लहसुन पेस्ट1 बडा चम्मच
हरे मटर  1/2 कप
कटी (लाल/पीली) मिर्च1/2 कप
नारियल पानी1कप 
नमकस्वादानुसार
nawabi paneer kaise banta hai - Exclusive Samachar

बनाने की विधि

  • सबसे पहले काजू और नारियल तेल के मिश्रण की सारी सामग्री को मिक्सी में डालें और पेस्ट बना लें।
  • अब एक पैन में तेल लें और गर्म करके उसमें पनीर के टुकड़ों को दोनों तरफ से सुनहरे होने तक तलें।
  • अब ग्रेवी बनाने के लिए एक कड़ाही में थोड़ा सा मक्खन लें और उसमें तेज पत्ता और प्याज डालें और फिर उसमें अदरक लहसुन पेस्ट डालकर दो मिनट के लिए पकाएं।
  • इसके बाद उसमें लाल पीली मिर्च अौर हरे मटर डालें और दो मिनट तक पकाते रहें। ध्यान रहे आग तीव्र गति में हो।
  • अब इसमें काजू पेस्ट और नारियल का दूध डालें और उबाल आने तक पकाएं।
  • 3-4 मिनट पकाने के बाद स्वादानुसार नमक डालें और आधा कप पीसी हुई चीनी डालें। 1 मिनट पकाने के बाद इसे कटोरी में निकालें और हरे धनिए और चिली आइल से गार्निश करें।
  • लीजिए आपका नवाबी पनीर बनके तैयार है गरमागरम चावल के  साथ परोसें ।

विकास दुबे एनकाउंटर में ढ़ेर

गैंगस्टर विकास दुबे को उज्जैन से किया था गिरफ्तार-विकास दुबे को मध्यप्रदेश के उज्जैन के महाकाल मंदिर में गिरफ्तार किया गया।विकास मन्दिर में दर्शनों के लिए आया था, पुलिस को जब इस का पता लगा तो उन्होंने कट्रोल रूम को सूचना दी और विकास को गिरफ्तार किया गया।गिरफ्तारी के पश्चात पुलिस ने काफी पूछताछ विकास के साथ की और अनेक बड़े खुलासे भी हुए।विकास दुबे ने कहा, वह पुलिसकर्मियों के शवों को जलाना चाहता था।इसके लिए उसने शवों को एक जगह रख कर तेल का प्रबंध भी कर लिया था।इसके साथ उसने पुलिस के सम्पर्क में होने की बात भी कही हैं।

विकास दुबे एनकाउंटर में ढ़ेर-बताया जा रहा है कि कानपुर टोल नाके से 25 km दूर पुलिस की कार पलट गई। इसके दौरान विकास दुबे ने हथियार छीन के भागने की कोशिस की ।बताया जा रहा है इस एनकाउंटर में पुलिसकर्मी भी घायल हुए हैं।अधिकारी घटना स्थल का मुआयना कर रहे हैं।खबरों की माने तो सीने में गोली लग जाने के कारण विकास जख्मी हुआ था।विकास दुबे को तीन गोलियां लगी,  फिर उन्हें अस्पताल ले जाया गया और इलाज के दौरान मरा हुआ घोषित कर दिया गया।इस से जुड़े पूरे मामले को लेकर आज UP Police प्रेस कॉन्फ्रेंस में जानकारी देंगी।ASP Anil Kumar ने विकास के मारे जाने की पुष्टि की हैं।

STF के भी दो जवान हुए घायल

एनकाउंटर में STF के दो जवान भी घायल हुए है, जिनका इलाज जारी हैं।सुनने में आ रहा है कि तेज हवा और बारिश की वजह से गाड़ी पलट गई और STF जवान घायल हो गए।

आइये जानते  है आखिर कोंन था विकास दुबे

साल 2001 में दर्जा प्राप्त राज्यमंत्री सन्तोष शुक्ला हत्याकांड का आरोपी विकास दुबे था।
साल 2000 में कानपुर के शिवली थानाछेत्र स्थित ताराचंद इंटर कॉलेज के प्रबंधन सिद्धहेछर पांडे हत्याकांड में आरोपी भी विकास दुबे था।इसी स्थान पर सन्न 2000 में रामबाबू यादव के ख़िलाफ़ जेल में रहते हए विकास दुबे ने साज़िस रची।

साल 2004 में केबिल व्यवसायी दिनेश दुबे के हत्याकांड का आरोपी विकास दुबे था।
साल 2001 में कानपुर देहात के शिवली थाने में घुसकर इंस्पेक्टर रूम में बैठें संविदा बोर्ड के चैयरमैन, राजमंत्री संतोष शुक्ल की विकास दुबे ने गोलियों से भून के हत्या कर दी थी।

बिहार के DGP गुप्तेश्वर पांडे ने कहा – ऐसे अपराधियो का कोई धर्म,कर्म नहीं होता, इसको ताकत जनसमुदाय से मिलती हैं।अगर वो मिलना बंद हो जाए तो देश से ऐसे लोग ब खत्म हो जाएंगे।

कानपुर मुख्यमंत्री शिवराज चौहान ने कहा-इनको क्या लगता है महाकाल की शरण मे जाने से इनके सारे पाप धुल जाएँगे!यह हमारी सरकार है जो किसी भी अपराधी को बख्शने वाली नहीं है।

आपके लिए क्या है जरूरी – प्लास्टिक बैग की सुविधा या स्वच्छ पर्यावरण?

21वीं सदी तक आते-आते इंसान ने बहुत तरक्की कर ली है। आज हमारे पास सुख-सुविधा के अनेकों साधन है। परंतु सच यह है कि इन सुविधाओं के जितने लाभ हैं उतनी ही हानियां भी है। इसी श्रेणी में से एक “प्लास्टिक बैग” है। हमें लगता है कि यह किफायती है भले ही इन से होने वाले नुकसान को हम नजरंदाज कर देते हैं।

3 जुलाई 2009 को Bag Free World’ द्वारा एक अभियान शुरू किया गया जिसका उद्देश्य पूरे विश्व में लोगों को प्लास्टिक बैग के हानिकारक प्रभावों के प्रति अवगत करवाना और प्लास्टिक बैग का प्रयोग ना करने के लिए प्रेरित करना भी रहा। 11 वर्षों से यह दिन International Plastic Bag Free Day” के रूप में हर वर्ष मनाया जाता है।

Plastic bag आज वैश्विक स्तर पर एक गंभीर चिंता का रूप धारण कर चुके हैं। आज इस लेख में हम आपको प्लास्टिक बैग से जुड़े कुछ महत्वपूर्ण तथ्यों के बारे में बताने जा रहे हैं।

क्या आप जानते हैं

  • एक प्लास्टिक बैग को औसतन 25 मिनट ही इस्तेमाल किया जाता है।
  • एक प्लास्टिक बैग को पूरी तरह नष्ट होने में 100 से 500 वर्ष तक की अवधि लग जाती है।
  • प्रत्येक मिनट पूरे विश्व में लगभग 1 मिलियन प्लास्टिक बैग का प्रयोग किया जाता है।
  • वैश्विक स्तर पर लगभग 500 बिलियन प्लास्टिक बैग का प्रयोग प्रतिदिन होता है।
  • समुद्री कूड़े में 80% प्लास्टिक बैग ही शामिल है।

अब हम बात करेंगे प्लास्टिक बैग के कुछ हानिकारक प्रभावों के बारे में

  • पृथ्वी के लिए प्लास्टिक बैग अभिशाप की तरह सिद्ध हो रहे हैं। सबसे बड़े अफसोस की बात यह है कि यह बैग मानव निर्मित है। यह बैग जलाए जाने पर जहरीली गैस छोड़ते हैं जो मनुष्य और अन्य जीवों के लिए धीमा ज़हर सिद्ध हो रही है।
  • समुद्री जीवों के लिए यह कई प्रकार के संकट खड़े कर रहे हैं। प्लास्टिक बैग की वजह से अब तक बहुत सी समुद्री प्रजातियों का विनाश हो चुका है।
  • प्लास्टिक बैग का निर्माण बहुत ही गलत ढंग से किया गया है। क्योंकि इसका प्रयोग तो सिर्फ कुछ मिनटों के लिए किया जाता है परंतु इसका प्रभाव समाज को सैकड़ों सालों तक झेलना पड़ता है।
  • यह बैग बनाने में अन्य बैगों की तुलना काफी कम लागत आती है। परंतु पर्यावरण को इसके बदले बहुत बड़ी कीमत चुकानी पड़ती है। यदि आज पृथ्वी से प्लास्टिक बैग को खत्म करने का बीड़ा उठाया जाए तो बहुत बड़ी लागत का भुगतान करना पड़ेगा।
  • हमारी आने वाली पीढ़ियों के साथ हम अन्याय कर रहे हैं। उनके लिए ऐसा पर्यावरण बना रहे हैं जो जहरीले पदार्थों, गैसों से भरा हुआ है। नई पीढ़ी ने प्रदूषण फैलाने में भले ही योगदान ना दिया हो परंतु इसका परिणाम उन्हें अवश्य ही भुगतना पड़ेगा।

प्रत्येक समस्या का समाधान भी अवश्य होता है। इसी तरह “International Plastic Bag Free Day”मनाने के उद्देश्य को पूरी तरह सार्थक किया जा सकता है। उसके लिए हम सबको मिलकर कुछ कदम उठाने चाहिए। प्लास्टिक के बैग का प्रयोग न करते हुए घर में बने बैग या पुन: प्रयोग किए जाने वाले बैगों का इस्तेमाल  करना चाहिए यदि आप घर में बैग बनाने के इच्छुक हैं तो इंटरनेट पर बहुत सी वीडियो उपलब्ध हैं। जिनकी मदद आप ले सकते हैं। इससे आप पर्यावरण को स्वच्छ रखने के साथ-साथ अपने स्टाइल का बैग प्रयोग करेंगे जो आपके व्यक्तित्व को दर्शाएगा।

आप खरीदारी करने जाएं तो हमेशा “Paper Bag Over Plastic Bag”का ही चुनाव करें। अगर आप एक दुकानदार हैं तो ग्राहकों से आग्रह करें कि वह घर पर बने बैग या पुन: प्रयोग होने वाले बैग ही लेकर आपकी दुकान में आए। इसी प्रकार हम सब एकजुट होकर प्लास्टिक बैग को ना कहें और अपने पर्यावरण को सुरक्षित करें।

happy father's day - Exclusive Samachar

Father’s Day 21 जून 2020

मां और बाप दोनो जिंदगी के अनमोल तोहफे हैं। मां बाप हर बच्चे के पहले गुरु होते हैं। बच्चा जैसे ही गर्भ में आता है तो माँ बाप को उसकी बहुत परवाह होती है, मां बाप सपने संजोते हैं, और जैसे ही बच्चा पैदा होता है तो फिर तो माँ की ममता और बाप का प्यार पूरी तरह से अपने बच्चे के लिए छा जाता है।मां को भगवान का दर्जा दिया गया है हमारे धर्मों में। मां हमें जन्म देती है ओर पिता पालनहार होता है। जिस तरह दुनिया मां के सम्मान में mother’s day मनाती है , उसी तरह पिता के सम्मान में father’s Day मनाया जाता है।हर वर्ष जून महीने के तीसरे रविवार को Father’s Day मनाया जाता है।

कैसा होना चाहिए एक पिता को अपने बच्चों के लिए

How a father should be? - Exclusive Samachar

मां और बाप दोनो का प्यार और उनकी सही सलाह बच्चे के लिए सबसे बड़ा सहयोग होती है, क्योंकि हम बात कर रहे हैं father’s day पर तो एक पिता को अपने बच्चों के साथ एक दोस्त की तरह रहना चाहिए ,ताकिआपके बच्चे आपके साथ हर छोटी छोटी बात करें।क्योंकि शुरू से ही अगर आपके बच्चे आपके साथ हर छोटी से छोटी और बड़ी से बड़ी बात शेयर करेंगे तो आपको उनके बारे में सब पता होगा, उनके friend circle का ज्ञान होगा। अगर आपको लगता है कि आपका बच्चा गलत संगत में पड़ रहा है , तो आप उसे समझाकर अच्छे नेक रास्ते पर लेकर जाएंगे।क्योंकि वो बच्चा आपका खून है और मां बाप कभी भी अपने बच्चे को गलत रास्ते पर नही लेकर जाएंगे।आपका बच्चा कभी भी अकेलापन महसूस नही करेगा।

चाहे बेटा है या बेटी आप उसे अच्छे नेक संस्कार दे ताकि वो हर अच्छे नेक क्षेत्र में आपका नाम रोशन कर दे

इसके लिए fathers को एक छोटा सा काम करना होगा।आप राक्षश पिता मत बनिये बल्कि बहुत cool और एक best friend की तरह अपने बेटे और बेटी के साथ रहिए।हां, अगर आपका बच्चा कोई गलती करता है तो उसे प्यार से समझाइए की नही बेटा, ये सही है और ये गलत ।

Father’s Day Kaise Manaye Jata Hai?

अपने पिता के लिए जो प्यार एक बेटा या बेटी का होता है वो वाकई बयान नही किया जा सकता।
आप अपनी तरफ से अपने father को बहुत सारे गिफ्ट दे सकते हैं। अपने पिता का हमेशा सम्मान कीजिये।Fathers Day को Cake काटकर,  अच्छे-2 Gifts देकर , Greetings देकर मनाया जाए तो कहना ही क्या है और इसके साथ ही ये प्रण किया जाए कि पिता का सम्मान हमेशा करेंगे तो फिर कहना ही क्या।

कोरोना काल में कैसे मनाये Father’s Day

इस कोरोना काल में बाहर न निकलना ही अच्छा है ।इसलिए बेहद जरूरी है कि आप घर पर रहकर ही 21 जून के दिन Celebrate करें।घर पर Cake बना सकते हैं जैसे मिल्क केक काफी अच्छा Option है।इसके अलावा अपना समय अपने  पिता के साथ बिताएं, अगर कभी कुछ गलत बोला गया हो तो उसके लिए अपने पिता से माफी मांगे।हर ऐसा नेक कार्य करें जिससे आपके पिता को बेहद खुशी हो और आप पर गर्व हो ।

Chocolate Cake Kaise Banate Hain

अगर आपके घर में किसी का birthday है, anniversary है और कोरोना वायरस के डर से आप बाहर से केक नहीं लाना चाहते है ,तो आप घर पर भी बहुत ही कम समय और आसानी से कोई भी केक बना सकते है । Chocolate Cake सभी को बहुत पसंद होता है,  क्यों न घर पर ही इसे बनाया जाए। आप केक बिना अंडे का ही बनाए , क्योकि बिना अंडे वाला केक, अंडे से बने केक के मुकाबले ज्यादा स्वादिष्ट होता हैं ।

अंडे का प्रयोग मात्र एक Bind करने के लिए किया जाता है इसकी जगह हम Condensed Milk या अन्य किसी  Binding का भी उपयोग कर सकते है ।

तो आइए हम शुरुवात करते है बिना अंडे का स्वादिष्ट, मजेदार Chocolate Cake बनाने की

Eggless Chocolate Cake Recipe बनाने के लिए आवश्यक सामग्री

  • मैदा – 200g
  • मक्खन या घी – 80g
  • कन्डेंस्ड मिल्क – 200 g
  • दूध – 1कप
  • काजू- 50g (बारीक कटे हुए)
  • किशमिश- 40-50 साफ
  • चीनी – 100g
  • बेकिंग पाउडर- 1 छोटी चम्मच
  • बैंकिंग सोडा- 3/4 छोटी चम्मच

घर पर Condensed Milk बनाने की विधि

Condensed Milk Banane Ki Vidhi: गाय के 1 kg दूध को अच्छे से गर्म करें ,अब इसमें आप 200 gm चीनी और 1 चुटकी भर सोडा डाल कर गर्म कीजिए ओर इसे चम्मच की सहायता से चलाते रहे ,जब यह दूध एक तिहाई रह जाए, तब गैस बंद कर दीजिए ,आपका Condensed Milk बनकर तैयार है।

चॉकलेट केक बनाने की विधि | Chocolate Cake Banane Ki Vidhi

Chocolate Cake Kaise Banate Hain: इस तरह बनाए केक का बैटर

  • केक बनाने के लिए सबसे पहले आपको बैटर तैयार करना है , इसके लिए आप एक बाउल में मैदा डालिए और अब उसमे बैंकिंग पाउडर और खाना सोडा मिलाकर इसे अच्छे से छान कर रख दीजिए और दूसरी तरफ मक्खन को पिघला लीजिए ओर चीनी को Mixi की सहायता से पीस कर बारीक पाउडर बना लीजिए।
  • अब एक कटोरी में मक्ख,चीनी और Condensed Milk को मिलाकर इस मिश्रण को अच्छे से फेंट लीजिए ,जब यह मिश्रण फ्लफी हो जाए तो इसमें हल्का दूध मिला लीजिए।
  • अब आप इसे पहलेबनाये हुए मैदा ओर बेकिंग पाउडर के मिश्रण में थोड़ा-थोड़ा कर के अच्छी प्रकार से मिलाइए ,ध्यान रखे कि इसमें किसी प्रकार की कोई भी गांठ न बचें।अब हम अपने तैयार किए गए मिश्रण में थोड़ी थोड़ी मात्रा में दूध मिलाएंगे ओर मिश्रण को पतला कर लेंगे अब फिर से हम इसको अच्छी प्रकार से फटेंगे ओर इसके पश्चात इसमे अच्छे से बारीक कटे हुए काजू,किशमिश डाल लीजिए।

Cake को bake करने के लिए कंटेनर में कैसे डाले

  • अब आप केक के बैटर को कंटेनर में डालने से पहले container को चिकना कर ले, चिकना करने के लिए आप घी या मखन का इस्तेमाल करें और इसके पश्चात इसके चारों ओर हल्की-हल्की मैदा फैला लीजिए, ताकि केक निकलते समय हमें किसी प्रकार की परेशानी न हो हमारा केक अच्छे से बाहर निकल जाए।
  • अब आप केक के बैटर को इस कंटेनर में भर दीजिए। ध्यान रखे आप बैटर भरने के बाद कंटेनर को अचे से हिला लीजिए ताकि वो हर तरफ से सेट हो जाए

Cake को इस तरह करिए bake

इसके लिए आप कुकर या ओवन किसी को भी उपयोग कर सकते है ।

ओवन में Cake कैसे करें bake

  • Egg-less chocolate cake बनाने के लिए आपओवन को आप 180 डिग्री सेंटीग्रेड पर preheat कीजिए ,इसके बाद आप कंटेनर को अच्छे से सेट कर के ओवन में रखिए और 25 Minutes तक केक को इसी तापमान पर बनने के लिए छोड़ दीजिए।
  • इसके पश्चात 25 Minutes बाद केक को ओवन से बाहर निकाल के चेक कीजिए कि वह बन गया है या नहीं

Tip: इसे चेक करने के लिए,आप केक में चाकू की नोक डाल कर देखें अगर चाकू पर केक चिपक रहा है मतलब हमारा केक अभी अच्छे से नही पका है ,हमें अभी और 10 Minutes केक को बेक करने की जरूरत है ओर अगर हमारा केक चाकू पर नहीं चिपक रहा मतलब हमारा केक पूरी तरह से तैयार है।

  • अब आप ओवन को बंद कर दीजिए और केक को ठंडा कर के उसे चाकू की सहायता से कंटेनर से बाहर निकल लीजिए,आपका एग्ग्लेस स्पंजी टेस्टी चॉकलेट केक बनकर तैयार है, आप आप चॉकलेट क्रीम से इस पर ड्रेसिंग कर सकते है।

Cooker में cake को कैसे करें bake

  • कुकर में केक बनाने के लिए हमे सबसे पहले कुकर के अंदर 1 कटोरी नमक फैलाना है जिससे की हमारे केक के container का तला कुकर के तले से touch ना हो ।
  • इसके बाद आप कुकर को 2-3 Minutes के लिए तेज आँच पर रखे। 2 मिनट में हमारा कुकर अच्छे से गर्म हो जाएगा ।अब जैसे हमने ओवन कमें केक बनाते समय किया था ।वैसे ही container में घी और चारों ओर मैदा डालिये जिससे कि हमे केक निकलते समय कोई भी परेशानी ना आए ।
  • अब कंटेनर में केक के मिश्रण को फैला लीजिए और गर्म किए हुए कुकर में रख दीजिए और कुकर का ढक्कन बन्द कर दीजिए।लेकिन याद रखे हमे ढक्कन को उसकी सीटी को हटा के ढकना है।अब केक को 40-50 minutes तक पकने दे ।

आपका केक पूरी तरह बन गया है या नहीं, इसके लिए ऊपर बताएं गए टिप का इस्तेमाल करें, जब केक पूरी तरह से तैयार हो जाए तो इसमें  सजावट के लिए आप मेवो का इस्तेमाल भी कर सकते है।

इस रेसिपी को इस्तेमाल पर घर पर ही आसान तरीके से Chocolate Cake banaye और अपने विचार हमें comment बॉक्स में जरूर शेयर करें ।

Writing Credits: Sonakshi

बाजारों की चहल-पहल , घरों की मनोहर सजावट व लोगों के चेहरे की रौनक …..’इन दिनों तो मानो हवा में भी उत्सवों की महक घुली हो’। भारतवर्ष में साल भर त्योहारों की जो अनोखी छटा देखने को मिलती है वह कहीं और कहां। प्रेम तथा भाईचारे का संदेश देते हुए त्यौहार हमें जीवन के सही अर्थ समझाते हैं।

इन्ही में से एक है..”भाई-दूज” । जी हाँ, प्राचीन समय से भाई बहन के प्रेम को प्रकट करता यह त्यौहार अपने आप मे बहुत विशेष है।वैसे तो बहन सदैव ही अपने भाई की लम्बी आयु व स्वस्थ जीवन की कामना करती है, परन्तु कहा जाता है कि भाई-दूज पर भाई के लिए की गई प्रार्थना जरूर फलिभूत होती है।

कब मनाया जाता है भाई-दूज : 

मित्रों ! दीपावली के दो दिन बाद अर्थात कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की द्वितीय तिथि को भाई-दूज के रूप में मनाया जाता है।हिन्दू धर्मानुसार यह यम द्वितीय तथा भ्रातृ द्वितीय आदि नामों से भी प्रचलित है।h

क्या है भाई-दूज मनाने का उद्देश्य : 

भ्रातृ द्वितीय का उद्देश्य भाई बहन के प्रेम को प्रगाढ करना है।इस दिन एक ओर जहां बहनें भाई की दीर्घायु के लिए प्रार्थना करती हैं वहीं भाई भी उनकी सम्रद्धि व खुशहाली की कामना करते हैं।

क्या है भ्रातृ द्वितीय मनाने की विधि: 

इस दिन धार्मिक प्रथा अनुसार  चावल के घोल से पांच शंक्वाकार आकृतिया बना कर उनमें जल,फल,सिंदूर,पान ,इलायची व जायफल आदि रखे जाते हैं।जिसके बाद भाई को शुभासन पर बिठा कर उनके हाथ पैर धुलाये जाते हैं तथा तिलक लगा कर आरती उतारी जाती है। तत्पश्चात उनकी लम्बी आयु व समृद्धि की प्रार्थना करते हुए उन्हे स्नेहपूर्वक भोजन कराया जाता है।इस दिन बहन के घर भोजन करने का विशेष महत्व है।भाई- दूज पर बहन, भाई को भोजन कराने के बाद ही भोजन ग्रहण करती है।

भाई-दूज की कथा :

भगवान सूर्य नारायण व माता छाया की दो सन्ताने थी, यमराज तथा यमुना । दोनों में अत्यंत स्नेह था।विवाह पश्चात यमुना बार बार भ्राता यम को भोजन पर आने के लिए निवेदन करती थी।परंतु बहुत व्यस्त होने के कारण यम उनका निमंत्रण स्वीकार नही कर पाते थे।

एक बार यमुना ने यमराज को निमंत्रण दे कर वचनबद्ध कर लिया तथा यम ने सहर्ष इसे स्वीकार भी किया। यम यह सोच कर बहुत खुश थे कि प्राण हरण के डर से उन्हे कोई भी घर बुलाना नही चाहता, परन्तु बहन इतने स्नेह से उन्हें  आमंत्रित कर रही है।

वे इतने हर्षित थे कि बहन के घर आते समय उन्होने सभी नर्कवासी जीवों को मुक्ति दे दी। यमुना ने यह दिवस उत्सव की भांति मनाया।भाई का पूजन कर प्रेमपूर्वक ,अनेक प्रकार के स्वादिष्ट व्यंजनों से उन्हे प्रसन्न किया। खुश हो कर जब यमराज ने उन्हे कोई वर मांगने का आदेश दिया तो यमुना बोली , ” भ्राता ! आप प्रतिवर्ष इसी दिन मेरे घर आएं तथा  मेरी तरह जो भी बहन आज के दिन भाई का टीका सत्कार करे ,उसके भाई को तुम्हारा भय न हो।

तब यमराज ने तथास्तु कहकर उनका वचन स्वीकार कर लिया। यह कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की द्वितीय का दिन था।तभी से भाई-दूज मनाया जाने लगा ।इस दिन विशेष रूप से यम तथा यमुना की पूजा की जाती है।

 

भाई -दूज के उपहार :यह भाई बहनों का विशेष त्यौहार है , इस दिन भाई-बहन दोनो ही एक दूसरे को अपने सामर्थ्य अनुसार उपहार देते हैं।हर बार यह पर्व भाई बहन के प्रेम को ओर अधिक प्रगाढ कर देता है।

हर बहन की भाई दूज पे एक ही आस   

भाई तुम खुश रहो,लम्बी आयु हो तुम्हारी

हमारा प्रेम यूँ ही बढ़ता जाए,हो किस्मत तुम्हारी सुनहरी…..

अब घर पर बनाए रसमलाई

जैसा कि आप सब जानते है कि रसमलाई का नाम आते ही मुंह में पानी आ जाता है तो आइये हम आपको बहुत ही आसान तरीके बाजार जैसी रसमलाई बनाना सिखाते है जिसे आप बहुत आसानी से अपने घर पर बना सकते है और सभी मिल कर खा सकते है।
तो चालिए, इससे बनाना शुरू करे। इसके लिए हमे ज्यादा साम्रगी की जरुरत भी नही पडती ये चीजे बहुत ही आसानी से घर मे मिल जाती है।।

साम्रगी:

*2 कप गाय का दूध, छैना बनाने के लिए यानी रसगुल्ले बनाने के लिए

* 2 कप फूल क्रीम का, दूध मलाई बनाने के लिए

*1 कप चीनी चाशनी यानी सिरप बनाने के लिए

* 1 नींबू का रस या विनेगर, दूघ को फाडने के लिए

*कलर के लिए केसर

*सजावट के लिए कुछ मेवे जैसे बादाम,पिस्ता ,काजू आदि बारिक कटे हुए

आईए हम रसमलाई बनाना शुरू करते है।

छैना बनाने कि विधि:

सबसे पहले हम रसगुले बनाएगें उसके लिये हम छैणा तैयार करेगें जिसके लिये हम गैस पर एक पैन या कढाई चड़ायेंगे उसमे थोड़ा सा पानी डालेगें जिससे दुध बर्तन पर ना लगे या ना चिपके अब इसमें दो कप गाय का दूध डालेंगे इसमे उबाल आने के बाद इसमे धीरे धीरे निंबू का रस डालेंगे जिससे कि दूध फटना शुरु हो जाएगा फिर इसे सफेद कपड़े मे छानकर टूंटी पर लटका दी जिए जब इसका पानी सूख जाए तो इसका मुलायम सा आटा तैयार कर लिजिए और इसकी लोई बनाकर इसे रसमलाई की तरह गोल आकार दी जिए ।

चाशनी बनाने की विधि:

अब एक अलग बर्तन मे सिरप बनाने के लिए एक कप चीनी डालेगें उसमे से थोड़ी सी चीनी हम मलाई बनाने के लिए रख लेगें अब हम ढाई कप पानी डालेगें जब तक चीनी पानी मे घुल ना जाए तब तक करछी चलाएगें,उबाल आने फिर हमने जो रसगुल्ले तैयार किए हैं वो डालेगें उसे हम 20 मिनट के लिए ढक कर पकाएगें इसे हम तेज गैंस पर ही पकाएगें तो जब तक ये पेकगा

मलाई तैयार करने कि विधि:

हम मलाई तैयार करते है इसके लिए हम एक कढाई को मिडियम से हाई गैस पर ऱख दिया है इसमे हमने 2 कप फुल क्रीम वाला दूध डालना है इसे हमने तब तक चलाना है जब तक यह आधा नही हो जाता अब इसे चलाते रहना है जब तक यह गाढा ना हो जाए अब इसमे इलायची पाऊडर व बची हुई शुगर मिलाएगें और अब सिरप को 20 मिनट बाद बंद करके ठंडा होने के लिए रख देते है। अब थोडी देर मलाई को और चलाने के बाद मलाई वाला गैस बंद कर देगें और उसे भी ठंडा होने देगें अब सिरप मे से रसगुल्ले निकार कर उन्हे थोडा निचोड कर एक बाऊल मे डालेंगें फिर उसके ऊपर मलाई डालेगें फिर उसे हम बादाम,पिस्सा,काजू,केसर से सजा कर ठंडा होने के लिए फ्रिज मे रख कर खाऐगें।यह खाने मे भी बहुत स्वददिष्ट लगती है

आशा करती हूँ कि आपको मेरी ये आसान रेसिपि जरुर पंसद आई होगी प्लीज ट्राई किजिए और हमे बताईए आपको कैसी लगी।