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ट्विटर यूजर्स के लिए सबसे बड़ी चिंता,निरंतर कम क्यों हो रही फॉलोअर्स की संख्या?

ये देखा गया है ट्विटर पर अकसर आरोपों का सिलसिला लगा ही रहता है। लेकिन इस बार एक अलग ही तरह का आरोप देखने को मिल रहा है कि अचानक ट्विटर यूजर्स के फॉलोअर्स कम होना?

एक वर्ष पहले भी ट्विटर यूजर्स ने अपने फॉलोअर्स कम होने का आरोप लगाया था और *ट्विटर फॉलोअर्स घटाना बंद कर इस हैशटैग ने भारत ट्रेंड में 16वे नंबर पर ट्रेंड किया था। इस हैशटैग पर आठ हजार से अधिक ट्वीट हुए थे।

अचानक ट्विटर यूजर्स के कम हो रहे है फॉलोअर्स-

अब सबसे बड़ी बात ये निकल के सामने आ रही है कि बॉलीवुड अभिनेता अनुपम खेर का कहना है कि सोशल मीडिया साइट ट्विटर पर 36 घंटे के भीतर उनके 80 हज़ार फ्लॉवर्स कम हो गए है। अनुपम खेर के अलावा रिचा अनिरुद्ध और कई लोगों के द्वारा भी इस बात का खुलासा किया गया है।

यूजर्स के अचानक से ही फॉलोअर्स कम होने की शिकायत से इस बार ट्विटर ने अपनी सफाई दी और बताया है कि किस वजह से उसको परेशानी हुई तो आइए जानते हैं क्या है इसके पीछे बड़ी वजह ?

ट्विटर स्पैम प्रोफाइल को हटा रहा है-

संभवतः ट्विटर का कहना है कि इसके पीछे वजह स्पैम प्रोफाइल को ट्विटर से हटाना है। एक पोस्ट द्वारा ट्विटर का बताना है कि कंपनी सबसे अधिक मनमाने ढंग से अपनी वैरिफाई करने के लिए कहती है। जैसे कि फोन नंबर या पासवर्ड नंबर से। इस तरह कंपनी द्वारा बताया गया कि “हम ऐसे स्पैम को रोकने और सभी खातों को सुरक्षित रखने में मदद के लिए नियमित रूप से ऐसा कर रहे हैं। जिसका अनिवार्य रूप से मतलब है कि जो प्लेटफॉर्म होता है वो उन खातों की जांच करता है जो अस्थायी रूप से ईमेल आईडी के साथ बनाएं गए। ट्रोल खातों के रूप में काम व ऑफलाइन व्यवहार द्वारा प्रोजेक्ट किये जाते है, अगर ट्विटर का कोई भी अकाउंट फर्जी या निष्क्रिया पाया जाए तो उस ट्विटर अकाउंट को लाक कर दिया जाता है। ऐसे यूजर्स दूसरों के फाॅलोअर्स लिस्ट में दिखाई नहीं देते।

Twitter द्वारा via SMS service को बंद करना भी हो सकती है इसकी एक वजह-

जैसे कि हम जानते ही हैं कि पिछले वर्ष ट्विटर द्वारा अधिकांश देशों में एसएमएस सेवा के माध्यम से ट्विटर को बंद करने का फैसला किया था। एसएमएस सेवा के साथ-साथ कंपनी ने कमजोरियों के बाद यूजर्स के ट्विटर खाते को सुरक्षित रखने का निर्णय लिया था। ट्विटर ने दावा किया था कि इस सेवा को हटाने के कारण, कुछ यूजर्स को अपने ट्विटर पर कुछ फाॅलोअर्स की संख्या में गिरावट देखने को मिल सकती है। कंपनी ने बताया कि इन निष्क्रिय खातों को हटाने के बाद उपयोगकर्ताओं के ट्विटर प्रोफाइल अधिक सक्रिय व प्रामाणिक फाॅलोअर सुनिश्चित होंगे।

एक्टिव अकाउंट न होने पर उनको हटा देना भी बन रहा है, इसकी एक वजह-
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ट्विटर ने बताया है कि निष्क्रिय व लगातार रिपोर्ट किए जा रहे अकाउंट को प्लेटफार्म से हटा दिया जाता है। जिसका असर यूजर्स के फाॅलोअर्स के कम होने पर देखने को मिलता है। ट्विटर ने यह भी बताया है कि उनके प्लेट फार्म द्वारा झूठी बातों को फैलाने से रोकने के लिए नया साॅलयूशन लाया गया है। जो ये फीचर बर्डवाॅच के नाम से लाया है।

अब सबसे ज्यादा यह विषय चर्चा में है, ट्विटर पर निरंतर फॉलोअर्स का घटना। इस तरह यूजर्स के द्वारा ट्विटर के काम करने के तरीकों पर सवाल उठाए जा रहे हैं और शिकायतों का सिलसिला निरंतर जारी है। ट्विटर ने अपनी तरफ से सफाई भी दें दी है। क्या यूजर्स उनकी बात मानेंगे? अब देखना है कि इसके बारे में ट्विटर का अगला कदम क्या होगा।

रक्तदान करके किसी की जिंदगी बचाने का जरिया बनें-

अक्सर कहा जाता है कि एक माँ की उम्र उसके बच्चे को नहीं बचा सकती, परन्तु आपके द्वारा किया गया रक्तदान किसी का जीवन जरूर बचा सकता है।

रक्तदान वहीं होता है, जो इंसान अपनी स्वेच्छा से करे। रक्त एक ऐसी चीज है, जिसे बनाया नहीं जा सकता। इसकी आपूर्ति किसी साधन से नहीं हो सकती, यह सिर्फ इंसानी शरीर में ही बनता है।

रक्तदान करने की बात सुनते ही लोग अजीब सा व्यवहार करने लगते है। कई लोगों के मन में यह धारणा है कि कि खून दान करने से हमारे शरीर में कमजोरी आ जाएगी, लेकिन यह सत्य नहीं है।एक यूनिट में मात्र तीन सो पचास एम एल रक्त ही निकाल सकते हैं। खून दान करने से कोई नुकसान नहीं होता बल्कि कई प्रकार के फायदे हैं।

विश्व रक्तदान दिवस क्यों मनाया जाता है-

 हमारे देश में बहुत से लोग ऐसे हैं, जो खून की कमी के कारण अपनी जिंदगी गवा देते हैं। उन्हें बचाने और लोगों को रक्तदान करने के प्रति जागरूक करने के लिए हर साल 14 जून को “विश्व रक्तदान दिवस” मनाया जाता है। रक्तदान दिवस पहली बार 2004 में विश्व स्वास्थ्य संगठन और अंतरराष्ट्रीय संघ ने मनाया था।

विश्व रक्तदान दिवस की शुरुआत-

14 जून को विश्व भर में “ रक्त दान दिवस ” मनाया जाता है। वर्ष 1997 को WHO ने स्वैच्छिक रक्तदान की नींव रखी थी, जिसका मुख्य उदेश्य यह था कि जब कभी भी किसी जरूरत मंद को खून की आवश्यकता हो तो उसे बिना पैसे दिये खून मिल सके । साल 2004 में पहली बार रक्त दान दिवस मनाया गया।
इसे 14 जून को इसलिए मनाया जाता है, क्योकि 14 जून को ही  कार्ल लैंडसटीनर का जन्मदिन होता है और कार्ल  को      ( Blood transfusions) का संस्थापक कहा जाता है।

रक्त क्या है-

हमारे शरीर में एक लाल रंग का तरल पदार्थ पाया जाता है, उसे ही रक्त कहते हैं। हमारे शरीर में रक्त की मात्रा लगभग पांच से छह लीटर तक होती है। हमारे शरीर में रक्त का कार्य शरीर मे बने विषैले पदार्थ जैसे कार्बन डाइऑक्साइड को शरीर से बाहर निकालना होता है तथा शरीर में हारमोन व अन्य पदार्थों को लेकर जाने का काम भी रक्त ही करता है।

रक्तदान क्यों जरूरी है-

आज के समय में थैलेसीमिया जैसी बीमारी के कारण बहुत से लोगों को मुश्किलों का सामना करना पड़ता है। इस बीमारी से छोटे-छोटे बच्चे भी जूझ रहे हैं। ऐसे बच्चों की मदद के लिए रक्त दान की बहुत आवश्यकता है‌।
रक्त दान को सबसे बड़ा दान कहा गया है। हम किसी भी जरूरत मंद के लिए खून दान करके उसकी जिंदगी बचाकर उस परिवार के जीवन में खुशियाँ भर सकते हैं। जरा सोचिए कोई व्यक्तिगत अपनी जिंदगी और मौत से लड़ रहा है और आप अचानक एक उम्मीद की किरण बनकर उसकी जिंदगी बचा लेते है, तो आपको भी कितनी खुशी होगी। तो रक्त दान से जुड़ी हुई सब भ्रांतियो को दूर करते हुए किसी की जिंदगी बचाने का जरिया बनाना चाहिए ।

रक्तदान करने के अद्भुत फायदे-

रक्तदान करने के हमारे शरीर को कईं तरह के फायदे होते हैं। एक तो हम किसी के अनमोल जीवन को बचा सकते है।

  • एक यूनिट खूनदान करने से तीन जिंदगियां बचाई जा सकती है
  • खून दान करने से हार्ट अटैक जैसी बीमारी को भी कम किया जा सकता है। क्योंकि जब हम खून दान करते हैं, तो हमारे शरीर में खून का थक्का नहीं जमता। इससे खून पतला रहता है और हार्ट अटैक की संभावना कम हो जाती है।
  • रक्त दान करने से वजन कम करने में भी मदद मिलती है। एक बार खून दान करने से लगभग पांच सौ कैलोरी बर्न करने में मदद मिलती है। साल में कम से कम तीन बार तो खून दान अवश्य करना चाहिए।
  • रक्तदान करने से नए ब्लड सेल्स बनते हैं, जिससे शरीर में एनर्जी बनती है और शरीर तंदुरुस्त रहता है।
  • रक्त दान करने से लीवर से संबंधित समस्याओं में भी राहत मिलती है। शरीर में अगर आयरन की मात्रा ज्यादा होती हैं, तो वह लीवर पर दवाब डालती हैं। परन्तु यदि हम रक्त दान करते हैं, तो आयरन की मात्रा बराबर रहती है।
  • रक्त दान करने से कैंसर जैसी बीमारी का भी खतरा कम हो जाता है। खून दान करने से हमारे शरीर में कैलोरी की मात्रा भी कम होती हैं।
  • रक्त दान करने के कारण पुराना रक्त जब शरीर से बाहर निकल जाता है, तो उसी वक्त नया खून बनना शुरू हो जाता है। शरीर में जो सेल्स गतिहीन होते हैं, वो फिर से कार्यशील हो जाते हैं। जिससे हमारे ब्लड में यदि किसी भी प्रकार की बीमारी के कोई लक्षण दिखाई देते हैं, तो ये नए सेल्स उन्हे पहले ही नष्ट कर सकते हैं।

रक्त दान कौन नहीं कर सकते हैं-

जिन लोगों को एड्स, मलेरिया, शुगर, किडनी से संबंधित रोग, हैपेटाइटिस, उच्च और निम्न रक्त चाप, टीबी, अस्थमा, पीलिया, एलर्जी डिपथीरिया आदि में से कोई भी बीमारी हो, तो उन्हें खून दान नहीं करना चाहिए। महामारी के दौरान महिलाओं को रक्त दान नहीं करना चाहिए।
साथ ही गर्भवती और स्तनपान कराने वाली महिलाएं भी खून दान ना करे।

  • 18 से कम आयु और 60 से ज्यादा आयु वाले लोगों को रक्त दान नहीं करना चाहिए।
  • खून दान करने से पहले फास्ट फूड और अधिक वसा युक्त भोजन नहीं करना चाहिए। धूम्रपान और शराब या अन्य किसी भी प्रकार का नशा नहीं करना चाहिए।

रक्तदान करने के बाद क्या खाना चाहिए

रक्तदान करने के बाद हमें हरी सब्जियां, दूध फल, आयरन, विटामिन व पौष्टिक आहार वाले भोजन का सेवन करना चाहिए।

  • पर्याप्त मात्रा में पानी पीना चाहिए।
  • रक्त दान के बाद केवल तरल पदार्थ ही ना लें, ऐसा करने से कमज़ोरी महसूस होगी। इसलिए हेलथी डाईट अवश्य लें।

निष्कर्ष

आज  लोगों में रक्त दान को लेकर काफी उत्साह देखने को मिल रहा है। युवा वर्ग बहुत जागरूक हो रहा है। जो मिथ्या भ्रांतियाँ थी, वो कम हो रही है। तो क्यों न खुद की एक पहचान बनाये रक्त दान करें और करवाए।   

स्मार्टफोन इस्तेमाल करने वालों को अब नहीं करना पड़ेगा ज्यादा काम करने पर, कम बैटरी होने की समस्या का सामना –

हाल ही में स्मार्टफोन खरीदने वालों के लिए खास ऑफर आया है। क्योंकि अब 10,000 रु. से कम कीमत में मिलने वाले शानदार स्मार्टफोन में मिलेगी 6000 mAh की दमदार बैटरी के साथ-साथ कई नए व खास फीचर्स भी दिए जा रहे हैं।

आखिर क्यों बढ़ रही है निरंतर स्मार्टफोन की मांगे –

आज प्रत्येक व्यक्ति स्मार्टफोन का इस्तेमाल इतना कर रहा है। फोन हमारे शरीर का एक हिस्सा बन गया है, यदि हमारे पास कुछ घंटों के लिए स्मार्टफोन न हो तो हम अपने आपको लाचार महसूस करते है।

कोरोना महामारी के चलते प्रत्येक व्यक्ति अपने घर में ही रहकर प्रत्येक कार्य अपने स्मार्टफोन से ही कर रहा है जैसे कि

  • बच्चों की पढ़ाई के लिए।
  • ऑफिस के काम व मीटिंग के लिए।
  • लाॅकडाउन के चलते घरों में अपना खाली समय स्मार्टफोन में बताने के लिए।
  • घर की शाॅपिंग के लिए व अन्य प्रत्येक क्षेत्र में स्मार्टफोन का इस्तेमाल इतना बढ़ गया है। अब तो प्रत्येक कार्य इसके माध्यम से ही किए जा रहे हैं। ऐसे में लंबे समय तक बैटरी का साथ देना आवश्यक है इसलिए यदि आप बाजार से अधिक बैटरी क्षमता वाले स्मार्टफोन को खरीदना चाहते हैं, तो बाजार में बहुत से स्मार्टफोन के विकल्प है। परन्तु कुछ फोन 10000 रु.से भी कम कीमत पर ज्यादा बैटरी की पावर देने वाले 6000mAh के बारे में बताते हैं।

Realme C15-
रू..8,999 रु.

यदि आप कम कीमत में दमदार बैटरी वाले स्मार्टफोन को खरीदना चाहते हैं, तो Realme C15 को खरीदे जैसे कि

  • इसमें 6000Mah की दमदार बैटरी दी गई है।
  • Media Tech Helio G35 प्रोसेसर में काम करने वाला।
  • क्वाड रियर कैमरा दिया गया है।
  • फोन में सेंसर 13MP तक का है।
  • फ्रंट कैमरा 8MP है
  • प्राइवेसी के लिए इसमें रियर माउंटेड फिंगरप्रिंट सेंसर दिया गया है।
  • 6.5 इंच की फोन में एचडी + डिस्प्ले दिया गया है।

Infinix Hot 10S-
कीमत- 9,499 रु.

भारतीय बाजार में इस स्मार्टफोन को लाॅन्च किया गया है‌, जो दमदार 6000mAh की बैटरी के साथ आया है।

  • यह Media Tek Helio G85 से लैस है।
  • 6.82 इंच की डिस्पले दी गई है।
  • 48MP का ट्रिपल रियर कैमरा।
  • फ्रंट कैमरा 8MP
  • एंड्राइड 11 ओएस पर आधारित है।

Samsung Galaxy F 12 –

  • कीमत..9,999 रु.
  • ये एंड्रॉइट 11ओएस पर काम करता है।
  • Samsung Galaxy F12 को 8nm चिपसेट पर पेश किया गया है।
  • 6.55 इंच का डिसप्ले दिया गया है।
  • 48MP का क्वाड रियर कैमरा भी है।
  • 6000mAh की दमदार बैटरी भी उपलब्ध है।

Moto G10 Power –

  • कीमत 9,999
  • इसमें 6.51 इंच की HD + डिस्प्ले दी गई है।
  • ये ऑक्टा-कोर Snapdragon 460 प्रोसेसर पर काम करता है।
  • क्वाड रियर कैमरा सेटअप।
  • 48MP प्राइमरी कैमरा।
  • 8MP वाइड एंगल लेंस व 2MP मैक्रो लेंस।

जरुर पढ़ें-

  • भारत में 20 मई को लॉन्च होने वाला 6000mAh बैटरी के साथ Infinix Hot 10S स्मार्टफोन ।
  • जोकि Redmi और Realme को देने वाला है कड़ी टक्कर।

इसके इलावा अन्य भी स्मार्टफोन की सुविधाएं दी जा रही है जैसे कि

Moto G60 और G40 Fusion भी हो चुके हैं लांच। जिसकी बैटरी 6000mAh की दमादम के साथ साथ 108 MP कैमरा भी दिया गया है।

  • Redmi Note 10
  • Realme Narzo 30A
  • Realme C25

यदि आप भी बाजार से नया स्मार्टफोन खरीदना चाहते हैं, तो इन स्मार्टफोन से कोई भी विकल्प बहुत कम दामों में खरीद सकते हैं। जिनकी बैटरी की पावर भी 6000 mAh है, जोकि लंबे समय तक चल सकती है।

हरियाणा सरकार ने स्कूलों की छुट्टियां 15 जून तक बढ़ाने का लिया अहम फैसला-

आपकी जानकारी के लिए बता दें, हरियाणा में निरंतर बढ़ रहे हैं कोरोना के केस। परन्तु फिर भी सरकार ने वैक्सीनेशन और कोरोना लाॅकडाउन में ढील देने के साथ-साथ लाॅकडाउन में ऑड-ईवश की तर्ज पर सभी दुकानें खोलने की छूट दे दी है। लेकिन जब बात बच्चों के भविष्य की आई, तो सरकार द्वारा स्कूलों की छुट्टियां 15 जून तक बढ़ा दी गई है। जबकि पहले 9वीं-12वीं तक की कक्षाएं जून में खोले जाने की योजनाएं तैयार की गई थी।

राज्य के सभी स्कूलों में गर्मी की छुट्टियां पहले से 31 मई तक घोषित कर दी गई थी।
1 जून 2021 से स्कूल खुलने वाले थे, परंतु प्रदेश के शिक्षामंत्री कंवरपाल गुर्जर ने कहा है कि कोरोना के मामले दिन-प्रतिदिन बढ़ने के कारण सरकार स्कूलों को खोलने का रिस्क नहीं उठा सकती। हाल ही में शिक्षामंत्री ने बताया कि कोरोना केसों में कुछ हद तक कमी आई हैं, परंतु फिर भी जब तक कोरोना पूरी तरह से नियंत्रित नहीं होता, तब तक स्कूलों में पढ़ाई की व्यवस्था को नए तरीके से कराने की तैयारी की जा रही हैं। शिक्षा निर्देशालय ने जिला शिक्षा अधिकारियों को पत्र लिखकर भेजा हैं। जिसमे विद्यार्थियों, स्कूलों में बैंच, कमरों की संख्या तथा स्कूलों के अनुसार डाटा भेजने के आदेश दिए हैं।

कोरोना महामारी के कारण गत वर्ष मार्च महीने से देशभर के स्कूलों को बंद कर दिया गया था।
विद्यार्थी ऑनलाइन कक्षाओं के माध्यम से अपनी पढ़ाई कर रहे हैं, परन्तु अब फिर से स्कूल खोलने की चर्चा हो रही हैं।

सरकार के निर्देशों के अनुसार दो गज की दूरी, एक बैंच पर एक ही छात्र को बैठाना तथा साथ ही मास्क ओर सेनेटाइजर का‌ उपयोग करना अनिवार्य हैं।

बच्चों को ऑनलाइन शिक्षा के लिए 8 लाख टैबलेट्स बांटने का फैसला हरियाणा सरकार के द्वारा किया गया है। बहुत जल्दी ही टैबलेट्स पहुंचाए जाएंगे, ताकि बच्चों की पढ़ाई खराब ना हो। हरियाणा के शिक्षा मंत्री ने कहा है कि इस बात पर पूरा ध्यान दिया जाएगा कि इस मुश्किल समय में खास ध्यान रखा जाएगा।

मांँ – शब्द एक ऐसा शब्द है, जिसे बोलने से हृदय खुशी और प्यार से भर जाता हैं। भरे भी क्यों न क्योंकि मांँ इसके काबिल हैं। मांँ ममता की मुर्त हैं जो बिना किसी स्वार्थ, बिना किसी शर्त के बच्चों को प्यार करती हैं। हमारे समाज में माँ को भगवान के समान दर्जा दिया गया है। इसलिए तो दुनिया में भगवान के बाद दूसरा नाम मांँ का लिया जाता हैं।

त्याग और प्रेम की मूरत है – मांँ

कहाँ से शुरू करूँ और कहाँ पर ख़त्म करूँ…. ममता, प्रेम और त्याग की मुर्ति है – मांँ… दया का समुद्र है – मांँ…..
मां अपने बच्चे की आहट दूर से ही पहचान लेती हैं। क्योंकि दुनिया से 9 महीने ज्यादा जानती हैं हमें मांँ!!
वो मांँ ही है, जो हमें सभी परेशानियों से बचाती है और अपने आंचल में छुपा लेती हैं। जो अपने बच्चें के पीछे भागती कभी थकती नहीं।

Happy Mother's Day 2021 - Exclusive Samachar

इस दिन का इतिहास

मदर्स डे की शुरूआत 9 मई 1914 को अमेरिका से शुरू हुई। जिसका श्रैय अमेरिका के ही ऐना एम. जारविस को जाता है। कुछ लोगों का मानना है कि अमेरिकन एक्टिविस्ट एना जार्विस अपनी माँ से बहुत प्यार व ममता मिलने के कारण उसने शादी नहीं की। माँ के गुजर जाने के बाद उन्हें प्यार जताने के लिए मदर्स-डे को मनाना शुरू किया। जिसके बाद 9 मई 1914 को अमेरिका प्रेसिडेंट विल्सन द्वारा इसे एक कानून के तौर पर पास किया गया। जिसमें लिखा था कि मई के दूसरे रविवार को मदर्स-डे मनाया जाएगा चाहे तारीख कौन सी भी हो तब से इसे पूरे विश्व में मनाया जाता है।

▪️कुछ लोगों का मानना है कि मातृ पूजा की रिवाज़ पुराने ग्रीस से उत्पन्न हुई जोकि स्य्बेले गरीकू देवताओं की माँ थी। जिनके सम्मान में मातृ दिवस मनाया जाता है। एशिया माइनर के आस-पास और रोम में भी वसंत विषुव के आस-पास यह त्यौहार इदेस आॅफ़ (15 मार्च) से 18 तक मनाया जाता है।

▪️मातृ दिवस को अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के रूप में कई देशों द्वारा 8 मार्च को भी मनाया जाता है।

▪️ब्रिटेन और यूरोप देशों में मदरिंग संडे मनाने की परम्परा है। मतलब वह रविवार को माताओं का सम्मान उपहार देकर करते हैं और घर के सभी काम माँ को छोड़कर घर के बाकी सदस्य करते है।

मदर्स डे मनाने का उद्देश्य

मदर्स डे मनाने का मूल उद्देश्य माताओं को सम्मान देना और प्रेम को प्रदर्शित करना भी होता है। क्योंकि माँ के आंचल के बिना ये दुनियां अधूरी है। 1941 में वकील वुडरो विल्सन और अमेरिकी राजनेता ने माँओं को सम्मानित करने और उनके मातृत्व के प्रभाव को बढ़ाने के लिए मई के दूसरे रविवार को मदर्स-डे मनाने की घोषणा करने के लिए हस्ताक्षर किए बच्चों को माँ के प्यार के महत्व को बताने के लिए मातृ दिवस मनाया जाता है।

Mother's Day

मदर्स डे मनाने का मुख्य कारण

मदर्स डे मनाने की मुख्य वजह 27 मई 1812 की क्रांति है। जिसमें बाॅलीविन महिलाओं की नृसंश हत्या स्पेन की सेना द्वारा की गई जोकि अपनी आजादी के लिए लड़ी। 27 मई को बाॅलीविन की उन महिलाओं को सम्मान देने के लिए मदर्स डे मनाया जाता है।

बच्चे के लिए माँ का महत्व

माँ के बिना दुनियां की हर चीज़ अधूरी है। कहते हैं न जिसके पास जो चीज़ नहीं होती, उस चीज़ की कीमत उन्हें पता होती हैं और दुनिया में जिनके पास मांँ नहीं है, मांँ की कमी वहीं समझ सकते हैं।
एक माँ ही हैं जिसके पास बच्चा अधिक समय रहता है। माँ बच्चे में अच्छे संस्कार व नैतिक मूल्य भरती है। माँ बच्चे की अच्छी दोस्त होती है, बच्चे की प्रत्येक जरूरत का ध्यान माँ ही तो रखती है। जो आप खुद गिल्ली जगह पर सोती है और बच्चे को सुखी जगह डालती हैं। अपने बच्चे लिए सारी दुनियां से लड़ जाती है माँ। जो भूमिका माँ की बच्चें के जीवन में होती है वो कोई भी नहीं लें सकता। ये गीत सत्य ही है।

“लख होवन चाचियां ताईयां
माँवा माँवा हुदिआ ने”

कैसे मनाए

कोरोना महामारी के चलते Covid-19 के नियमों का पालन करते हुए मदर्स डे को मनाएं। घर के बने पकवान ही खाएं और अपनी माँ के साथ समय बिताकर जीवन को खुशियों से भरें।

आज माँ को क्या उपहार दें

माँ की ममता और बलिदान को हम शब्दों में ब्यान नहीं कर सकते। मदर्स-डे वर्ष में एक दिन नहीं रोज़ सेलिब्रिट हो ताकि हम मां को वो सम्मान दें सके जिसकी वो हकदार हैं। वैसे तो आप अपनी जिंदगी में उलझे रहते हैं, लेकिन साल में एक इस दिन को खास बना सकतें है-

  • आप इस स्पेशल दिन को मांँ को कुछ स्पेशल महसूस करवाएं।
  • घर पर ही मांँ के लिए कुछ स्पेशल बनाएं।
  • माँ को आपने हाथ से बनाकर कार्ड व गिफ्ट दें।
  • मां के साथ वक्त बिताए।
  • आपकी थोड़ी-सी कोशिश माँ को बहुत खुशी दे सकती है।

माँ का ऋण कैसे चुकाए

हम 100 जन्म लेकर भी माँ का ऋण नहीं चुका सकते। अगर आप अपनी माँ का ऋण चुकाना चाहते हैं तो सबसे पहले एक अच्छा इंसान बनके दिखाएं। कभी भी कोई भी ऐसा कार्य न करें, जिससे माँ के हृदय को ठेस पहुंचे। माँ ने जो आपके लिए सपना देखा है उसे पूरा करें। जब आप छोटे थे तो माँ ने आपका ध्यान रखा। अब आप मां -बाप का सहारा बनें। आपकी वजह से मां -बाप की आंखों में कभी आंसू न आएं। नेक कार्य करें। कोई माँ नहीं चाहती की उसका बेटा चोर, डाकू, शराबी व देशद्रोही बनें। आप अच्छे इंसान बन कर माँ का कर्ज़ चुका सकते है। जिस से माँ गर्व से कहे ये मेरा बेटा/बेटी हैं।

निष्कर्ष

मदर्स- डे दुनिया भर में धूमधाम से मनाया जाता है। लाखों लोग इस दिन अपनी माँ को उनके बलिदान के लिए धन्यवाद करते हैं। इस बार कोरोना महामारी के चलते घर पर रह के ही इस दिन को सेलिब्रेट करें। घर से बाहर ना जाएं। घर पर बना हुआ खाना ही प्यार से माँ को खिलाएं और खाएं। सभी माताओं को अपनी मांँ के समान सम्मान दें। माँ के लिए लाॅकडाउन में कुछ योजना बनाना चाहते हैं तो माँ के साथ समय बिताएं।

नक्सलियों द्वारा हमला, 22 जवान शहीद और 32 हुए घायल

देश भर में 12 नक्सलियों के मारे जाने के साथ-साथ देश की रक्षा करने वाले 22 जवानों के शहीद होने व 32 घायल व एक जवान के लापता होने की खबर को सुनकर माहौल हुआ नम।

आपकी जानकारी के लिए बता दे, छत्तीसगढ़ के बीजापुर में हुए नक्सली हमले में शहीद होने वाले 22 शहीदों के लिए हर आंख नम है। शहीद होने वाले जवानों में 6 कोबरा बटालियन, 8 डीआरजी, 6 एसटीएफ और 2 जवान बस्तर बटालियन से हैं और 32 घायल जवानों का अस्पताल में इलाज चल रहा है। इसके साथ ही नक्सलियों का भी बहुत नुकसान हुआ हैं।

सूत्रों का कहना है कि बीजापुर-सुकमा जिले की सीमा पर शनिवार दोपहर 12 बजे जोनागुड़ा गांव के करीब सुरक्षाबलों की नक्सलियों से मुठभेड़ हो गई। जिस मुठभेड़ में नक्सलियों के PLGA समूह के लोग शामिल होने की संभावना है। जो मुठभेड़ लगभग 3-4 घंटों से अधिक शनिवार को चली जिसमें पहले 5 जवानों की शहादत की जानकारी मिली। जो रविवार को 22 हो गई और 30 जवान घायल हुए हैं।

नक्सलियों की मजूदगी की सूचना मिलते ही सुकमा व बीजापुर जिले के 2000 जवानों को ऑपरेशन पर भेजा गया। तेर्रेम इलाके से 360 जवानों की टुकड़ी नक्सलियों द्वारा लगाए एंबुश में फस गई। जोनागुड़ पहाड़ियों के पास सुरक्षाबलों की ज्वाइंट टीम और नक्सलियों के बीच करीब 4 से 5 घंटे तक गोलाबारी चली। इस हमले का मास्टरमाइंड  हिड़मा है। गोलीबारी में जवानों को बहुत नुकसान झेलना पड़ा।जवाबी कार्रवाई में जवानों ने 12 नक्सली ढेर कर दिए। नक्सली जवानों के हथियार और जूते भी अपने साथ लूट कर ले गए। 

बीजापुर हमले में शहीद हुए जवानों के पार्थिव शरीर अब उनके गांव पंहुचाए जा रहे हैं।

शहीद जवानों को दी श्रद्धांजलि –

जगदलपुर में शहीद जवान बबलू रब्बा जो कि कोबरा 210 बटालियन में पदस्थ था, उनको अंतिम सलामी दी गई। उनके पार्थिव शरीर को रायपुर लाया गया और यहां से उनके पार्थिव शरीर को गुहावटी भेजा जाएगा।

बीजापुर के पास आवापल्ली गांव में जब समैय्या मडवी नाम के शहीद जवान का पार्थिव शरीर उनके गांव पहुंचा तो पहुंचा सभी की आंखें नम हो गईं।शहीद होने वाले एसटीएफ और सीआरपीएफ के 14 जवानों के पार्थिव शरीर को जगदलपुर लाया गया। जहां पोस्टमार्टम के बाद  80वीं बटालियन कैंप में गार्ड ऑफ ऑनर दिया जाएगा।शहीदों के परिवारों को योगी सरकार ने 50 लाख देने का ऐलान किया है।

बीजापुर एनकाउंटर में 22 जवानों के शहीद होने पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने संवेदना जताई है और उन्होंने कहा है सुरक्षा कर्मचारियों के बलिदान को कभी नहीं भूलाया जाएगा।

भुला नहीं सकेंगे हमइन शुरवीरों की इस महान शहादत को, जो देश की रक्षा करने के लिए अपना घर परिवार छोड़कर देश की सीमा पर अपना जीवन बलिदान कर देते हैं। ऐसे शूरवीरों को हमारा शत् शत् नमन।

क्या आम दिखने वाला Neeva search engine ऐप बेहतर बनकर दे पाएगा गूगल को टक्कर-
गूगल एक ऐसा सर्चिंग ऐप है, जिसको कोई भी ऐप अब तक चुनौती दे पाने में सक्षम नहीं हुआ है। परन्तु अब नीवा सर्च इंजन ऐप को लांच किया गया है, जोकि इसको चुनौती देने में सक्षम हो सकता है। 

क्या है नीवा सर्च इंजन –

नीवा सर्च इंजन गूगल की तरह ही user द्वारा सर्च की गई सामग्री खोजकर सभी प्रकार की जानकारी उपलब्ध करवाता है। जोकि हमें पता नहीं चल रही होती हम इस पर सर्च करके उसके बारे में आसानी से जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। गूगल के साथ-साथ दूसरे सर्च इंजन कुछ सर्च करने पर अपने यूज़र्स को बहुत सारे विज्ञापन दिखाते है, तो नीवा सर्च इंजन बिना किसी विज्ञापन के अपने यूज़र्स को जानकारी उपलब्ध करवाता है।

नीवा सर्च इंजन को किसने बनाया – नीवा सर्च इंजन को Sridhar Ramswamy और Vivek Raghunathan द्वारा 2018 में मिलकर बनाया था, जो पहले गूगल के पूर्व-कर्मचारी रहे चुके हैं। जिसका उद्देश्य यूज़र्स को एक ऐसा सर्च इंजन मुहैया करवाना है, जिसमें आपको मतलब की ही जानकारियां मिलेंगी जिस से आपका समय बर्बाद नहीं होगा।

क्या गूगल की तरह नीवा सर्च इंजन का इस्तेमाल करना मुफ्त होगा –

जी नहीं, गूगल की तरह नीवा सर्च इंजन मुफ्त नही होगा। क्योंकि नीवा सर्च इंजन में कोई ads नहीं होगी और ये आपकी कोई निजी जानकारी इकत्र नहीं करेगा।गूगल जहां ads दिखाकर कमाई करता है, तो वहीं नीवा अपनी subscription fees द्वारा कमाई करता है।

नीवा सर्च इंजन और गूगल सर्च इंजन में अंतर –

  • गूगल सर्च इंजन अपने यूज़र्स से किसी प्रकार का कोई पैसा नहीं लेता, तो दूसरी ओर नीवा सर्च इंजन का इस्तेमाल करने पर तय राशि का भुगतान यूज़र्स को करना पड़ेगा।
  • गूगल सर्च इंजन कई तरह के यूजर्स को ads दिखाता है, तो इसके साथ ही नीवा सर्च इंजन में किसी प्रकार की कोई ads नहीं दिखाएगा।
  • गूगल सर्च इंजन यूज़र्स की privacy में दख्ल देने के साथ साथ बहुत सारा डाटा भी इकट्ठा करता है। परन्तु नीवा सर्च इंजन में सारा डाटा सुरक्षित रहता है।
  • गूगल सर्च इंजन केवल web- search ही करता है, तो नीवा सर्च इंजन में आप अपनी personal files को भी सर्च कर सकते हैं। इसके साथ-साथ ये अपने यूज़र्स को Apple Map, Bing search Result जैसी जानकारी क्षेत्रों का उपयोग करता है। तो दूसरी ओर गूगल खुद ही सभी जानकारी को एकत्रित और प्रकाशित करता है।

श्रीधर रामास्वामी को Google की दखल अंदाजी पसंद नहीं आई, इसलिए उन्होंने यूज़र्स की निजी जानकारी को सुरक्षित रखने के लिए नीवा सर्च इंजन ऐप को शुरू किया ताकि यूज़र्स की निजी प्राइवेसी बिल्कुल सुरिक्षत रहे और उन्हें किसी भी समस्या का सामना न करना पड़े।

आपको बता दें कि दूसरों की निजी जानकारी की इतनी सुरक्षा करने वाला नीवा ही एक एकलौता सर्च इंजन ऐप है, जो दूसरों के डाटे को सुरक्षित रखता है।

सच में नीवा सर्च इंजन ऐप गूगल की तरह आपका कोई भी डाटा इकट्ठा नहीं करेगा –

जी हां, परन्तु ये पूरा सच नहीं है। नीवा सर्च इंजन आपकी कुछ ऐसी जानकारी रखेगा जैसे कि आपको कौन सी न्यूज़ व खेलों में दिलचस्पी रखते है इत्यादि।

नीवा से आपको पूरी तरह सुरक्षित रखने के साथ-साथ आपको किसी भी विज्ञापनदाता को बेचा नहीं जाएगा और न ही कोई ग़लत इस्तेमाल किया जाएगा।

बहुत से प्रोफेशनल लोग ऐसे हैं, जिनके पास समय और डाटा की कीमत बहुत ज्यादा है। उनके लिए नीवा सर्च इंजन बहुत अच्छा विकल्प हो सकता है।

नीवा सर्च इंजन में बहुत से प्लान है, परन्तु समय के साथ-साथ आने वाले दिनों में हमें नीवा सर्च इंजन में बहुत सारे बदलाव देखने को मिलेंगे। 

परन्तु रामास्वामी का कहना है कि नीवा के यू़ज़र्स का experience इसको इतना बेहतर बना देगा कि जो लोग Google का इस्तेमाल करते हैं, वह इसे भूल जाएंगे और नीवा सर्च इंजन को अपनाएंगे।

यदि हम भी अपने डाटा को सुरक्षित रखना चाहते हैं, तो हमें भी नीवा सर्च इंजन का इस्तेमाल करना होगा क्योंकि अपनी सुरक्षा अपनो हाथों में ही है नीवा सर्च इंजन का इस्तेमाल करने से हम ads से बच सकते हैं।

नीवा को बहुत कम लोग जानते हैं क्या आने वाले समय में गूगल को मात देकर ये ऐप लोगों के बीच लोकप्रिय हो जाएगा। ये तो समय ही बताएगा कि कई वर्षों से चल रहे गूगल सर्च इंजन का कोई मुकाबला कर सकता है या नहीं।

जूम क्या है

zoom app एक ऐसा ऐप है जो मोबाइल और लैपटॉप दोनों पर प्रयोग कर सकते हैं। यह एक vedio conferencing app है, जो इंटरनेट कनेक्शन से चलता है। इस ऐप से हम ऑनलाइन वीडियो और ऑडियो दोनों ही तरह से लोगों से बात कर सकते हैं। जूम क्लाउड मिटिंग ऐप के जरिए हम विडियों मिटिंग प्रोजेक्ट को रिकॉर्ड और उन्हें share भी कर सकते हैं। जूम क्लाउड विडियों मिटिंग ऐप का प्रयोग करना बहुत आसान है।

100 लोगों द्वारा वीडियो चैटिंग

यह एक प्रकार का एचडी मीटिंग ऐप है। इस ऐप के जरिए हम 100 लोगों से वीडियो कॉलिंग के जरिए संपर्क कर सकते हैं। इस ऐप के फ्री वर्जन में भी कॉल में 100 लोगों को जोड़ा जा सकता है। इस ऐप के जरिए हमें 40 मिनट तक दूसरे लोगों से वीडियों कॉलिंग की उपलब्धता होती है। इस ऐप से हम वन-टू-वन मीटिंग और वीडियो कॉलिंग भी कर सकते हैं ।

Zoom लाया है नई सुविधाओं के साथ नए फीचर्स

वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए हमारी बात अधिक सिक्योर होगी। जूम एप में अपने उपभोक्ताओं के लिए इस ऐप का एक नया संस्करण भी पेश किया है, जिसके द्वारा लोगों का डाटा चोरी नहीं होगा क्योंकि इस कंपनी को अक्टूबर में लोगों का डाटा चोरी होने की खबर मिली थी।

  1. Call के दौरान आसपास की ध्वनि नहीं देगी सुनाई

इस कंपनी में लोगों ने शिकायत की थी कि उन्हें वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए आस-पास की ध्वनि अत्यधिक परेशान करती है। इसलिए इस बार में एक ही फीचर आया है कि अब आप लोग एक दूसरे से बात करते हैं केवल उसी की आवाज आएगी। दूसरी आवाज जैसे पंखे का शोर बच्चों के रोने की आवाज है, दूसरे लोगों की आवाज नहीं आएगी। इस ऐप में दूसरा फीचर यह आया है कि हम लोग वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग करते समय अगर कम रोशनी में बात कर रहे हैं तो हमें उसकी भी समस्या नहीं आएगी।

  1. बदल सकती हैं अपना चेहरा

इस एप के द्वारा हम अपना मनोरंजन भी कर सकते हैं। हमें कंपनी ने यह सुविधा दी है कि हम इस एप के द्वारा नकली मुखोटे मूंछ, शेर व खरगोश आदि के फोटो को अपने मुंह पर लगा सकते हैं लेकिन हम ऑफिस की जरूरी मीटिंग में ऐसा नहीं कर सकते। हम केवल अपने दोस्तों से बात करते वक्त ही ऐसा कर सकते हैं।

  1. चित्रकारी के जरिए कर सकते हैं अपनी fillings बयां

इस ऐप के जरिए हमें फीलिंग को ब्यान करने का ऑप्शन भी मिल गया है। हम अपने सुख दुःख आदि को दूसरों तक इमोजी के माध्यम से भी पहुंचा सकते हैं, जिस तरह हम व्हाट्सएप पर करते थे।

हो गई आसानी प्रेजेन्टेशन (PPT) देने में

यह खास फीचर आपके बड़ा काम आएगा। अब जूम कॉन्फ्रेंस के दौरान आप वर्चुअल बैकग्राउंड पर पावरपाइंट या कीनोट प्रेजेन्टेशन भी चला सकेंगे। स्लाइड में वीडियो चलाने का भी ऑप्शन मिलेगा। इसकी मदद से यूजर को अब प्रेजेन्टेशन अलग से मेल पर भेजने की जरूरत नहीं होगी, कॉल के दौरान ही सब काम हो सकेगा।

अब फिर देखने को मिला कुदरत का कहर, नदियों में आई बाढ़। आपको बता दे हाल ही में उत्तराखंड के चमोली जिले में ग्लेशियर टूटने की वजह से भयानक तबाही मची हुई है। इसमें तबाही में ऋषि गंगा जल योजना का जल बांध पूरी तरह से नष्ट हो गया है। चमोली आपदा के बारे में बताया गया है कि पहाड़ पर लटकी हुए बर्फ की पूरी चादर नीचे गिर गई थी। इसके साथ बहुत तेजी से भूस्खलन हुआ, पूरा पहाड़ और बर्फ नदी में आ गए। इस वजह से नदी में ग्लेशियर टूटने के बाद ग्लेशियर समेत पहाड़ का मलबा नदी में गिरने की वजह से नदी के आसपास काम कर रहे 202 से ज्यादा व्यक्तियों के लापता होने की शंका है।

मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने बताया कि इस घटना के बाद से टिहरी बांध से पानी रोक दिया गया। जबकि श्रीनगर बांध योजना से पानी पूरी तरह से छोड़ दिया गया और सारे गेट खोल दिए गए ताकि पहाड़ों से आ रहा पानी बांध को नुकसान ना पहुंचा सके।

सभी टीमें मिलकर कर रही हैं इस आपदा का सामना

केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने बताया कि आईटीबीपी के 450 जवान, एक नेवी टीम, भारतीय सेना की 8 टीमें, एनडीआरएफ की 5 टीमें और वायु सेना के 5 हेलीकॉप्टर मिलकर 1800 मीटर लंबी सुरंग से मलवा हटाने की कोशिश में लगे हुए हैं।

जिन परिवारों के परिजन है लापता

चमोली में आई प्राकृतिक आपदा में जिन लोगों के परिजन लापता है। वे नीलेश आनंद भरणे डीआईजी से मोबाइल नंबर+91 7500016660 पर संपर्क कर सकते हैं। उन्हें व्हाट्सएप के माध्यम से अज्ञात शवों की तस्वीर भेजी जाएंगी। आप उन तस्वीरों के माध्यम से उनकी शिनाख्त कर सकते हैं।

अल्मोड़ा की 4 सदस्य टीम इस आपदा के कारणों का लगाएगी पता

जीबी पंत नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ हिमालयन एनवायरमेंट अल्मोड़ा की 4 सदस्य टीम चमोली के लिए रवाना होगी जो इस आपदा के कारणों का पता लगाएगी।

इस आपदा में रैणी में मोटर पुल के बहने के बाद 13 गांव का संपर्क टूट चुका है। इन गांवों को हेलीकॉप्टर की मदद से राशन, मेडिकल सुविधाएं मुहैया करवाई जा रही हैं।

राहत कार्य अभी भी है जारी

1800 मीटर लंबी सुरंग के अंदर का रस्ता मलबे से भरा होने कारण सबसे बड़ा अडिड्का बना हुआ है। जिसे जे.सी.बी के द्वारा खोलने की कोशिश लगातार जारी है। अभी तक 31 शव बरामद हुए हैं और मलबे में फसे और लोगों को बाहर निकालने के लिए राहत कार्य टीमें पूरी जी जान से इस कार्य में लगी हुई है। इस आपदा में भारत-चीन सरहंद को जोड़ने वाला विष्णुप्रयाग पुल भी नष्ट हो गया है।

टेलीग्राम के नए फीचर के अनुसार हम अपनी व्हाट्सएप चैट को आसानी से टेलीग्राम पर ट्रांसफर कर सकते हैं।

इस प्रॉसेस के लिए करना होगा टेलीग्राम के माइग्रेशन टूल का इस्तेमाल –

आपको बता दे हाल ही में, व्हाट्सएप की नई प्राइवेसी पॉलिसी से नाराज़ यूज़र्स अब दूसरे मैसेंजर एप्प्स पर अपने एकाउंट बना रहे हैं। इसके चलते काफी यूज़र्स टेलीग्राम और सिंग्नल एप्प्स की तरफ आकर्षित हो रहे हैं। इसीलिए अब इन एप्प्स में नए-नए फ़ीचर्स रोलआउट हो रहे हैं।

अभी जो भी यूज़र्स व्हाट्सएप को छोड़ टेलीग्राम पर आने का सोच रहे थे, उनके सामने यही सबसे बड़ी समस्या थी कि वह पुरानी चैट्स का बैकअप कैसे करें।इसी समस्या को देखते हुए टेलीग्राम का नया फ़ीचर आउट हुआ है, जिसकी मदद से व्हाट्सएप चैट को आसानी से टेलीग्राम पर ट्रांसफर किया जा सकता हैं।अभी टेलीग्राम ने यह फीचर एंड्रॉयड के साथ-साथ आईओएस यूज़र्स के लिए भी जारी कर दिया  हैं।

कैसे इम्पोर्ट होगी चैट्स –

चैट को इम्पोर्ट करने के लिए यूज़र्स को इसके माइग्रेशन टूल का इस्तेमाल करना होगा। इस टूल की पूरी जानकारी टेलीग्राम ने 7.4 अपडेट में दी हैं। 

7.4.1 में भी यह टूल है उपलब्ध –

कुछ यूज़र्स का कहना है टेलीग्राम के नए अपडेट 7.4.1 में भी यह टूल मौजूद हैं। इससे जो लोग चैट बैकअप की वजह से व्हाट्सएप को नहीं छोड़ पा रहे थे, वो अब आसानी से टेलीग्राम को जॉइन कर पाएंगे। हालांकि यह देखा भी गया है, व्हाट्सएप की नई प्राइवेसी पॉलिसी के बाद टेलीग्राम यूज़र्स में काफी बढ़ोतरी हुई हैं।

WhatsApp Chat Transfer Step To Step –

आप जिस भी चैट को माइग्रेट करना चाहते है, उसे राइट में स्विप करें, इसके बाद मोर (More) ऑप्शन पर क्लिक करें, इसके बाद एक्सपोर्ट चैट के ऑप्शन को क्लिक करें। अब आपको एक पॉप अप दिखाई देगा और आपसे पूछा जाएगा कि आप चैट के अटैचमेंट के साथ या बिना अटैचमेंट के एक्सपोर्ट करना चाहते हैं।इसके बाद आप टेलीग्राम को सेलेक्ट करें, इसके बाद कांटेक्ट और ग्रुप्स के ऑप्शन आएंगे।जिस चैट को माइग्रेट करना है उसी कांटेक्ट पर आपका मैसेज सिंक हो जाएगा।
चैट में टेक्स्ट मैसेज के साथ आपका मीडिया भी इम्पोर्ट होगा।